वाराणसी के दानापुर सिवरेज ट्रिट्मेंट प्लांट ने क्लोरीन गैस रिसाव की सूचना पर एनडीआरएफ की 36 सदस्यीय एक टीम डिप्टी कमांडेंट राणा संग्राम सिंह के नेतृत्व में घटना स्थल पर पहुंची और रात्रि ऑपरेशन शुरू किया गया। एनडीआरएफ टीम ने घटना स्थल की स्थिति का आकलन किया और रेस्क्युर्स ने एससीबीए सेट पहनकर और अन्य सुरक्षा उपायों के साथ रिसाव के सटीक स्थान का पता लगाने के लिए संयंत्र में प्रवेश किया। एनडीआरएफ ने पाया कि गैस्केट के टूटने से क्लोरीन सिलेंडरों की सप्लाई पाइप लाइन खराब हो गई थी। इस बीच एसटीपी प्लांट की इनडोर प्रतिक्रिया टीम ने कुछ सिलेंडरों के सुरक्षा वाल्व बंद कर दिए। जबकि एनडीआरएफ की एससीबीए सेट व केमिकल सूट से सुसज्जित टीम ने शेष क्लोरीन सिलेंडर के सुरक्षा वाल्वों को तुरंत बंद कर दिया। इमारत के वातावरण में शेष क्लोरीन गैस को एनडीआरएफ टीम ने न्युट्रल किया। वातावरण में क्लोरीन गैस स्तर सामान्य होने के उपरांत ऑपरेशन बंद कर दिया गया था। एनडीआरएफ की 36 सदस्यीय एक टीम डिप्टी कमांडेंट राणा संग्राम सिंह के नेतृत्व में घटना स्थल पर पहुंची और रात्रि ऑपरेशन शुरू किया गया। एनडीआरएफ टीम ने घटना स्थल की स्थिति का आकलन किया और रेस्क्युर्स ने एससीबीए सेट पहनकर और अन्य सुरक्षा उपायों के साथ रिसाव के सटीक स्थान का पता लगाने के लिए संयंत्र में प्रवेश किया। एनडीआरएफ ने पाया कि गैस्केट के टूटने से क्लोरीन सिलेंडरों की सप्लाई पाइप लाइन खराब हो गई थी। इस बीच एसटीपी प्लांट की इनडोर प्रतिक्रिया टीम ने कुछ सिलेंडरों के सुरक्षा वाल्व बंद कर दिए। जबकि एनडीआरएफ की एससीबीए सेट व केमिकल सूट से सुसज्जित टीम ने शेष क्लोरीन सिलेंडर के सुरक्षा वाल्वों को तुरंत बंद कर दिया। इमारत के वातावरण में शेष क्लोरीन गैस को एनडीआरएफ टीम ने न्युट्रल किया। वातावरण में क्लोरीन गैस स्तर सामान्य होने के उपरांत ऑपरेशन बंद कर दिया गया था।