“IIA टूरिज़्म एक्सपो केवल प्रदर्शनी नहीं, वैश्विक सहयोग का आंदोलन है” : दिनेश गोयल
वाराणसी में IIA इंटरनेशनल टूरिज़्म एंड हॉस्पिटैलिटी एक्सपो–2025 का सफल आयोजन, इंडियन इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन के प्रयासों की सर्वत्र सराहना
इंडियन इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन (IIA) द्वारा आयोजित IIA इंटरनेशनल टूरिज़्म एंड हॉस्पिटैलिटी एक्सपो–2025 (ITH–2025) का भव्य और सफल आयोजन 18 दिसंबर 2025 को होटल ताज गंगेज, दरबार हॉल, वाराणसी में संपन्न हुआ । इस अवसर पर देश-विदेश से आए नीति-निर्माता, राजनयिक, उद्योग जगत के प्रतिनिधि, निवेशक, प्रदर्शक तथा विभिन्न क्षेत्रों के हितधारकों की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
इस आयोजन के माध्यम से काशी एवं उत्तर प्रदेश को वैश्विक पर्यटन एवं निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में IIA के दूरदर्शी प्रयासों की व्यापक प्रशंसा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ रिबन काटने एवं प्रदर्शनी अवलोकन से हुआ, जिसके पश्चात दरबार हॉल में औपचारिक सत्र आयोजित किया गया।
उद्घाटन समारोह के मंच पर रविन्द्र कुमार जायसवाल, राज्यमंत्री- उत्तर प्रदेश सरकार, महंत शंकर पुरी अन्नपूर्णा मंदिर; प्रो.बिहारी लाल शर्मा, कुलपति- सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ; प्रो.ए.के. त्यागी, कुलपति- महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ; दिनेश गोयल, राष्ट्रीय अध्यक्ष- IIA ; आलोक अग्रवाल, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष – IIA; आर. के. चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष- IIA; दीपक कुमार बजाज, राष्ट्रीय महासचिव- IIA; अवधेश अग्रवाल, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष- IIA; उमाशंकर अग्रवाल, एक्सपो संयोजक, अशोक तिवारी, महापौर- वाराणसी; सत्येंद्र कुमार, आईएएस, जिलाधिकारी- वाराणसी ; पद्मश्री डॉ.रजनीकांत एवं राहुल मेहता, चेयरमैन- नेशनल टूरिज़्म कमेटी; उपस्थित रहे।
सभी अतिथियों एवं प्रतिनिधियों का IIA द्वारा अंगवस्त्र एवं स्मृति-चिह्न भेंट कर पारंपरिक स्वागत किया गया, जो काशी की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा और अतिथि-सत्कार की भावना को दर्शाता है।
मुख्य अतिथि रविन्द्र कुमार जायसवाल, ने अपने संबोधन में काशी की सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय पर्यटन उद्योग के समग्र और सशक्त वैश्विक प्रचार की अत्यंत आवश्यकता है, ताकि यह दुबई जैसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों के समकक्ष पहचान बना सके। उन्होंने बनारसी बुनाई और बनारसी रेशम के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि भले ही काशी कच्चे माल का उत्पादन केंद्र न हो, फिर भी यहां के कारीगरों की समर्पित हस्तकला, भावनात्मक जुड़ाव और विशिष्ट कौशल ने बनारसी उत्पादों को विश्व प्रसिद्ध बनाया है। उन्होंने IIA एवं इस पहल की हृदय से सराहना करते हुए इसे नए विकास की ज्योति प्रज्वलित करने वाला प्रयास बताया ।
इन्वेस्ट यूपी एवं स्टेट ट्रांसफॉर्मेशन सत्र में मनोज कुमार सिंह, आईएएस (से.नि.), सीईओ- स्टेट ट्रांसफॉर्मेशन कमीशन, उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के समग्र परिवर्तन को लेकर अपने स्पष्ट, सशक्त एवं दूरदर्शी विचारों से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने पूर्व में आयोजित IIA कार्यक्रमों को स्मरण करते हुए बताया कि उन अवसरों पर IIA द्वारा दिए गए कई सुझावों को सरकार द्वारा अमल में लाया गया, जिससे राज्य के विकास की गति में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। मनोज सिंह ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए प्रत्येक प्रदर्शक से व्यक्तिगत रूप से संवाद किया और एक्सपो की भव्यता, उद्देश्यपूर्णता एवं प्रासंगिकता की प्रशंसा की ।
आई आई ए के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश गोयल ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय एक्सपो के लिए वाराणसी ‘काशी’ का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि यह विश्व की प्राचीनतम नगरी होने के साथ-साथ हाल के वर्षों में हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री व वाराणसी के सांसद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जारी अभूतपूर्व विकास के कारण विश्व पटल पर नए पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित हुईं है, यही कारण है कि पिछले वर्ष काशी में आने वाले पर्यटकों की संख्या गोवा से ज़्यादा रही । वाराणसी जो की विश्व की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक राजधानी तो है ही आने वाले समय में यह नगर पर्यटन उध्योग का केंद्र बनेगी । बुनियादी ढांचो का समग्र विकास, बेहतरीन कनेक्टिविटी, मनोहर रिवरफ्रंट, श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के रूप में हुए अनेक विकास कार्य तथा विरासत संरक्षण की अनेक परियोजनाओं ने वाराणसी को पर्यटन और आतिथ्य उद्योगों के लिए अपार संभावनाओं वाला गंतव्य बना दिया है ।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने इस पहल को उत्तर प्रदेश को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर और सशक्त रूप से स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह एक्सपो आध्यात्मिक, सांस्कृतिक विरासत एवं अनुभवात्मक पर्यटन को प्रोत्साहित करते हुए पर्यटन एवं आतिथ्य मूल्य श्रृंखला-होटल, रिसॉर्ट, ट्रैवल एवं क्रूज ऑपरेटर, इवेंट मैनेजर, खाद्य-पेय ब्रांड, लॉजिस्टिक्स एवं तकनीकी समाधान प्रदाताओं को एक साझा मंच प्रदान करता है। इसका उद्देश्य MSMEs और स्टार्ट-अप्स को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों, निवेशकों, टूर ऑपरेटरों एवं एग्रीगेटर्स से जोड़ना, संयुक्त उद्यम, फ्रेंचाइजी, गंतव्य विकास परियोजनाओं एवं PPP अवसरों के माध्यम से निवेश बढ़ाना तथा उद्योग, सरकार, शिक्षाविदों और वैश्विक विशेषज्ञों के बीच नीति संवाद और ज्ञान साझाकरण को सुदृढ़ करना है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर॰ के॰ चौधरी ने जानकारी कहा कि एक्सपो में 85 से अधिक प्रदर्शकों के माध्यम से भारतीय उत्पादों, कला, होटल इंडस्ट्री में काम आने वाले उत्पादों इत्यादि के स्टॉल लगाए गए हैं । आज अपना उत्तर प्रदेश माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में पूरे भारत में “निवेश, निर्यात एवं आयात” का केंद्र बनकर उभरा है, व्यापार सुगमता, निवेश संभावनाओं तथा पर्यटन एवं आतिथ्य परियोजनाओं के लिए उत्तर प्रदेश राज्य को एक पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में देखा जा रहा हैं।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ करते हुए राष्ट्रीय महासचिव दीपक कुमार बजाज ने कहा कि वैश्विक निवेश की संभावनाओं को साकार करना, नए उद्योगों को बढ़ावा देना, नए युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित कर आवश्यक सहयोग देना, अंतराष्ट्रीय स्तर की आधुनिकतम तकनीक एवं विशेषज्ञों का प्रदेश के औद्योगिक विकास में समन्वय एवं सुझाव, सरकारी नीतियों में आवश्यक सकारात्मक संशोधन हेतु सम्बंधित विभागों के अधिकारियों के साथ परामर्श करना, इस एक्सपो का मुख्य उद्देश्य हैं, जो विकसित भारत 2047 के संकल्प में IIA का सार्थक योगदान सिद्ध होगा l उन्होंने सभी अतिथियों, विदेशी प्रतिनिधियों, सरकारी अधिकारियों, प्रदर्शकों, मीडिया एवं सहयोगी संस्थाओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
पूरे दिन चले विभिन्न सत्रों में नीति संवाद, अंतरराष्ट्रीय सहयोग, एमएसएमई संवर्धन और निवेश प्रोत्साहन पर गहन विचार-विमर्श हुआ, जिसने उद्योग और सरकार के बीच सेतु के रूप में IIA की भूमिका को और अधिक सशक्त किया।
आज के इस आयोजन में दिनेश गोयल, आलोक अग्रवाल, आर के चौधरी, दीपक कुमार बजाज, राजेश भाटिया, उमशंकर अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, अनुपम देवा, नीरज पारिख, राहुल मेहता, प्रशांत अग्रवाल, मनीष कटारिया, अजय जायसवाल सहित अनेक उद्यमी मौजूद रहे।