नन्हे मुन्नों ने आकर्षक 217 विज्ञान मॉडल का किया प्रदर्शन नई सोच के मॉडल बने विशेष आकर्षण
सेठ एम. आर. जैपुरिया स्कूल्स बनारस के बाबतपुर कैम्पस में विज्ञान प्रदर्शनी उत्क्रांति 2025 का सफलता पूर्वक आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्जलवन कर किया। इस अवसर पर अतिथि व निर्णायक के रुप में मनु विक्रम, विजय बहादुर सिंह, डॉ. प्रदीप अग्रवाल, डॉ.एन.के.दुबे, प्रो.संजीव कुमार , आकाश सिंह, डॉ. अर्चना पांडेय उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में कक्षावार तरीके से छात्र – छात्राओं ने अपनी सोच, रचनात्मकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर बनाये गये 217 विभिन्न मॉडल को प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित किया। बच्चों द्वारा तैयार किये गये बहुत ही आकर्षक व ज्ञानवर्धक वर्किंग मॉडल जैसे सौर ऊर्जा, प्रदूषण नियंत्रक, पर्वत निर्माण, भूकंप चेतावनी यंत्र, ज्वालामुखी विस्फोट,बच्चों द्वारा तैयार किये गये आकर्षक व ज्ञानवर्धक वर्किंग मॉडल जैसे सौर ऊर्जा,प्रदुषक नियंत्रक, पर्वत निर्माण, भूकम्प चेतावनी यंत्र, ज्वालामुखी विस्फोट, वर्षा जल संचयन जल चक्र इत्यादि मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहे।
अपने सम्बोधन में भेल वाराणसी महाप्रबंधक विवेक गुप्ता ने कहा कि युवाओं की सोच व प्रतिभा को इस प्रकार का मंच मिलने से उनका प्रोत्साहन होता है, और उन्हें आगे बढ़ने राह मिलती है। इतने विशाल रूप में आयोजित प्रदर्शनी से निसंदेह भविष्य के वैज्ञानिक तैयार करने में बड़ी मदद मिलेगी।
उपस्थित अभिभावकों व छात्र – छात्राओं को सम्बोधित करते हुए विद्यालय के चेयरमैन दीपक कुमार बजाज ने कहा कि जैपुरिया स्कूल का प्रयास है कि विभिन्न शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों के माध्यम से युवाओं का सर्वांगीण विकास हो और वह देश समाज के लिए अपना बड़ा योगदान करने हेतु तैयार किए जाएं। विद्यालय की प्रधानाचार्या सुधा सिंह ने कहा कि इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य बच्चों के भीतर वैज्ञानिक सोच विकसित करना व उनकी जिज्ञासा को बढ़ावा देना रहा। हमारे चारों ओर व्याप्त विषयों का मॉडल प्रस्तुत करने के साथ – साथ बच्चों ने विभिन्न समस्याओं के संभावित समाधान भी प्रस्तुत किये।
प्रस्तुति में रोपवे का मॉडल विद्यालय के रोबोटिक्स विभाग की प्रभारी वीणा सिंह के निर्देशन में विद्यालय के कक्षा आठवीं के छात्र निखिल, अनिकेत, अमृत द्वारा बनाया गया।यह मॉडल भारत का पहला शहरी सार्वजनिक परिवहन रोपवे मॉडल का प्रतिरूप दर्शाता है। इस मॉडल में बच्चों ने कैंट रेलवे स्टेशन से बी.एच.यू. तक यात्रा का प्रदर्शन किया।इस मॉडल के माध्यम से बच्चों ने यह बताया कि यह यातायात की भीड़ को कम करने में सहायक होगा और यात्रियों को कम समय में अधिक दूरी तय करने में सक्षम बनाएगा।
छात्र वैभव पांडे, शिवशांत जायसवाल और श्रेष्ठ जायसवाल ने “हेलमेट 2.0” नामक एक अभिनव प्रोजेक्ट तैयार किया है, जो सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से स्मार्ट हेलमेट बनाया गया। इसकी विशेषता है कि जब तक चालक हेलमेट नहीं पहनता, बाइक स्टार्ट नहीं होगी, और यदि चालक नशे की हालत में पाया जाता है, तो बाइक अपने आप बंद हो जाएगी। यह प्रोजेक्ट छात्रों की रचनात्मकता और प्रौद्योगिकी के माध्यम से सुरक्षित व जिम्मेदार ड्राइविंग को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
छात्र शिवम प्रकाश, हेमंत यादव और सोहम ने “कार्बसिंक” नामक प्रोजेक्ट मॉडल तैयार किया है, जिसका उद्देश्य वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा को कम और नियंत्रित करना है। यह मॉडल इलेक्ट्रोलाइट-आधारित अभिनव तकनीक का उपयोग करके कार्बन डाई आक्साइड को अवशोषित और कम करने में मदद करता है, जिससे स्वच्छ और हरित पर्यावरण को बढ़ावा मिलता है। यह रचनात्मक दृष्टिकोण विज्ञान और नवाचार के माध्यम से टिकाऊ पर्यावरणीय समाधान विकसित करने की दिशा में युवाओं के प्रयासों को उजागर करता है।
छात्राओं मानसी सिंह और तन्वी श्रीवास्तव ने “कचरे से बायोफ्यूल” नामक एक रचनात्मक प्रोजेक्ट तैयार किया है, जो कचरे को उपयोगी ईंधन में परिवर्तित करने वाला बायोडीज़ल मॉडल है। यह अभिनव विचार अपशिष्ट प्रबंधन और नवीकरणीय ऊर्जा को प्रोत्साहित करता है तथा भविष्य के लिए टिकाऊ समाधान प्रस्तुत करता है। यह दर्शाता है कि पर्यावरण–अनुकूल तकनीक दैनिक जीवन के अपशिष्ट को भी मूल्यवान ऊर्जा संसाधनों में बदल सकती है।
छात्राओं आराध्या श्रीवास्तव और शंभवी तिवारी ने कचरे से खजाना शीर्षक से एक प्रभावशाली प्रोजेक्ट तैयार किया है, जो प्लास्टिक कचरे को उपयोगी ईंधन में परिवर्तित करने पर केंद्रित है। यह मॉडल प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत उत्पन्न करने का एक टिकाऊ तरीका प्रस्तुत करता है।उनका यह अभिनव कार्य पर्यावरण संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मॉडलो के प्रदर्शन के साथ – साथ बच्चों ने आगन्तुकों व भ्रमण कर रहे छात्र – छात्राओं को अपने प्रयोग व मॉडल के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम का संचालन अर्थव श्रीवास्तव,शाम्भवी तिवारी ने किया। कार्यक्रम का संयोजन अंशु प्रकाश मौर्य, रॉबिन श्रीवास्तव, खुशबु सिंह के नेतृत्व में जितेन्द्र पाण्डेय, बुशरा रियाज खान, ब्रृजेश मिश्र रितु सिंह, संजय सिंह आदि शिक्षको द्वारा किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार बजाज, अधिशासी निदेशक श्याम सुंदर बजाज, निदेशक अनिल के. जाजोदिया, शैक्षणिक प्रबंधक नरेन्द्र पाण्डेय व बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित रहे।