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प्रतिबंधित कफ सिरप का सरगना बताया गया शुभम जायसवाल को



 08/Nov/25

शुभम जायसवाल और उसके करीबी भूमिगत

सात ट्रक कफ सिरप के साथ सात आरोपी भी अरेस्ट किए गए थे। चूने की बोरियों के बीच में कफ सिरप को छिपाकर रखा गया था। पुलिस इसी मामले की पड़ताल कर रही है।

गाजियाबाद की नंदग्राम थाने की पुलिस ने प्रतिबंधित कफ सिरप मामले में काशी के सिगरा निवासी शुभम जायसवाल को सरगना बताया है। शुभम के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। अब गाजियाबाद पुलिस ने कमिश्नरेट की पुलिस से संपर्क साधकर आरोपी के बारे में जानकारी मांगी है। पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच सप्तसागर दवा मंडी तक पहुंचने की उम्मीद है।
सोनभद्र पुलिस की सूचना पर गाजियाबाद में गत तीन नवंबर को प्रतिबंधित कफ सिरप की खेप पकड़ी गई थी। इसे बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश भेजा जाना था। इस मामले में वाराणसी के शुभम जायसवाल का नाम भी सामने आया था।
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद से शुभम जायसवाल और उसके करीबी भूमिगत हैं। वह सोशल मीडिया पर सक्रिय रहता है। उसके महमूरगंज स्थित कार्यालय में पूर्वांचल के पूर्व सांसद भी पहुंचे थे। इसकी तस्वीर आरोपी ने सोशल मीडिया पर अपलोड की थी। उसका मैदागिन में मेडिकल स्टोर है। 
सोनभद्र पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने गाज़ियाबाद पुलिस के साथ मिलकर चार ट्रक कफ सिरप की खेप बरामद की थी। तस्करी में शामिल सात आरोपी भी पकड़े गए थे। उनके पास से एक क्रेटा कार, फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए थे। पुलिस का दावा है कि इस गिरोह के तार बांग्लादेश तक जुड़े हैं। सोनभद्र से बिहार, झारखंड और बंगाल के रास्ते कफ सिरप वहां भी भेजा जाता है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में अन्य जानकारी जुटाने में लगी है।

बता दें सोनभद्र पुलिस में गत बीते 18 अक्टूबर की रात चुर्क मोड़ के पास चेकिंग के दौरान एक ट्रक कफ सिरप पकड़ा था, जिसे चिप्स से भरे कार्टून के पीछे छिपा कर ले जाया जा रहा था। पुलिस ने इसकी छानबीन तेज की तो कई अहम जानकारियां हाथ लगी। इसके आधार पर ही शनिवार की रात रांची से एक और ट्रक कफ सिरप पकड़ा गया।

 


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