जमीअत यूथ क्लब वाराणसी के तत्वावधान में गुलिस्तां स्कूल, क़ाज़ी सादुल्लाहपुरा में आयोजित तीन दिवसीय स्काउट प्रवेश शिविर का समापन समारोह बड़े उत्साह के साथ संपन्न हुआ।
समापन सत्र को संबोधित करते हुए मौलाना अहमद शकील क़ासमी (सचिव, जमीअत उलमा वाराणसी) ने कहा कि दुनिया और आख़िरत दोनों की सफलता इस्लामी शिक्षाओं पर अमल में निहित है। पैग़ंबर-ए-इस्लाम ﷺ ने फरमाया कि “सबसे अच्छा इंसान वही है जो दूसरों के लिए लाभदायक हो।” जमीअत यूथ क्लब का उद्देश्य युवाओं को ऐसा शिक्षित और प्रशिक्षित करना है कि वे समाज की भलाई और इंसानियत की सेवा के काबिल बन सकें।
कार्यक्रम की शुरुआत तिलावत-ए-कुरआन और नात शरीफ़ से हुई, इसके बाद स्काउट ध्वज फहराया गया। उद्घाटन भाषण मुफ्ती अहमद सईद क़ासमी (सचिव, जमीअत उलमा उत्तरी इकाई वाराणसी) ने दिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में हाफ़िज़ मोइनुद्दीन सरदार बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी उपस्थित रहे। मोहम्मद रिज़वान (सचिव, जमीअत यूथ क्लब वाराणसी) ने कहा कि “आज के बच्चे हमारे समाज का भविष्य हैं। यदि हमने उन्हें सही दिशा दी, तो कल वे हमारी कौम का गौरव बनेंगे।”
मोहम्मद शाहिद साहब ने बच्चों के अभिभावकों को बताया की तालीमी तरक्की के बिना सामाजिक व आर्थिक विकास मुश्किल है।
शिविर के संचालन में प्रिंसिपल मोहम्मद शाहिद, स्काउट काउंसलर मास्टर अरशद, और मौलाना नूरुल बशर, मास्टर फरजान, महमूदुल इस्लाम, वाजिद अली, मौलाना आकिब जावेद आदि ने अहम भूमिका निभाई।
अंत में स्काउट प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए और प्रशिक्षकों को विद्यालय प्रशासन की ओर से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में गुलिस्तां स्कूल के अध्यापक, छात्रों के अभिभावक और कई सम्मानित अतिथि- जिनमें हाजी मोहम्मद सालेह, हाजी अब्दुर्रहमान कैसर, मास्टर अब्दुल करीम, फ़ैसल इक़बाल, मौलाना नसीमुल्लाह क़ासमी, हाजी तुफैल, मौज़म अंसारी, अली हुसैन, मौलाना अहमद तौसीफ़, और मोहम्मद फ़ैज़ान- उपस्थित रहे।
समापन दुआ के साथ कार्यक्रम का अंत हुआ, जिसमें देश और समाज की तरक़्क़ी तथा नई पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य की दुआ की गई।