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वाराणसी में NSG के नेतृत्व में ‘गाण्डीव-VII’ मॉक ड्रिल, आतंकवाद से निपटने की तैयारियों का सफल परीक्षण



 03/Oct/25

वाराणसी, 03 अक्टूबर 2025 ! राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के नेतृत्व में शुक्रवार सुबह 8 बजे से वाराणसी कमिश्नरेट क्षेत्र में ‘गाण्डीव-VII’ नामक आतंकवाद-रोधी संयुक्त मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास में स्थानीय पुलिस, प्रशासन, रेलवे पुलिस, एटीएस, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड, फायर सर्विस और मेडिकल टीमें भी सक्रिय रूप से शामिल रहीं।
इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आतंकवादी हमलों जैसी आपात स्थितियों में सुरक्षा एजेंसियों की त्वरित प्रतिक्रिया, परस्पर समन्वय और नागरिक सुरक्षा व्यवस्था की प्रभावशीलता का आकलन करना था। वाराणसी जैसे धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील शहर में इस प्रकार की मॉक ड्रिल विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है।
प्रमुख अभ्यास स्थल और कार्यवाहियाँ
चौधरी चरण सिंह (रोडवेज) बस स्टैण्ड
यहाँ सूचना मिली कि तीन आतंकी सार्वजनिक स्थल पर फायरिंग कर रहे हैं और बम लगाए जाने की आशंका है। सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए क्षेत्र को सुरक्षित किया और आम नागरिकों को तत्काल वहां से हटाया गया।
बनारस स्टेशन (मण्डुवाडीह)
इस स्थान पर पब्लिक फायरिंग और बम हमले की सूचना के आधार पर संयुक्त बल ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और संभावित खतरे को निष्क्रिय किया।
वाराणसी जंक्शन
यहाँ भी बम धमाकों और फायरिंग की सूचना पर सुरक्षाबलों ने तत्काल पहुंचकर क्षेत्र की घेराबंदी की और सघन तलाशी अभियान चलाकर इलाके को सैनिटाइज किया।
संकट मोचन मंदिर
मंदिर परिसर में बंधक बनाए जाने और केमिकल बम लगाए जाने की धमकी की सूचना पर एनएसजी और स्थानीय बलों ने रणनीतिक तरीके से सभी बंधकों को सुरक्षित बाहर निकाला और पूरे क्षेत्र की गहन जांच की।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर
यहाँ आतंकियों द्वारा बंधक बनाए जाने और फायरिंग की सूचना पर सुरक्षाबलों ने सटीक ऑपरेशन कर आतंकियों को निष्क्रिय किया तथा सभी श्रद्धालुओं और नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला।
अन्य प्रमुख सुरक्षा प्रबंध
जिले के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों को तुरंत सील कर दिया गया।
सभी टीमों की निर्बाध आवाजाही के लिए ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया गया।
घायलों को बिना देर किए एम्बुलेंस के माध्यम से BHU अस्पताल भेजा गया जहां प्राथमिक चिकित्सा के साथ-साथ आवश्यक उपचार की व्यवस्था की गई।
अभ्यास का निष्कर्ष
यह मॉक ड्रिल न केवल सुरक्षा एजेंसियों की सामूहिक तैयारी और दक्षता का सफल परीक्षण सिद्ध हुई, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि वाराणसी में किसी भी संभावित आतंकी हमले या आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा बल पूरी तरह से सजग और सक्षम हैं। आम नागरिकों को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के उद्देश्य से किया गया यह अभ्यास पूर्णतः सफल रहा।
फाइनल रिहर्सल की जानकारी
‘गाण्डीव-VII’ अभ्यास की अंतिम रिहर्सल 4 अक्टूबर 2025 को सुबह 7:30 बजे रविदास घाट पर की जाएगी। इस रिहर्सल के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के महानिदेशक और वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल की उपस्थिति भी अपेक्षित है, जो पूरे अभ्यास की निगरानी और मूल्यांकन करेंगे।


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