जिला कारागार के निरीक्षण के दौरान जिला जज और जिलाधिकारी ने कारागार के बैरक में रहने वाले कैदियों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछताछ की। कुछ कैदियों ने अपनी समस्या भी सुनाई, जिसका तत्काल समाधान करने के निर्देश कारागार अधीक्षक को दिए गए। इसके बाद जेल अस्पताल में गए और वहां उपलब्ध दवा आदि के बारे में विस्तृत जानकारी ली।उन्होंने अस्पताल के सामान्य वार्ड के मरीज़ों से बातचीत की कि उन्हें इलाज संबंधी कोई समस्या तो नहीं है।किचन में जाकर कैदियों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता को परखा।हवालात कार्यालय में जाकर अभिलेखों की जांच की। महिला और अल्पवयस्क बैरक में जाकर उनसे बातचीत कर आश्वस्त हुए कि उनकी कोई समस्या तो नहीं है।उन्होंने बाल प्रशिक्षण कक्ष और पुस्तकालय का भी अवलोकन किया।उन्होंने कारागार में निर्माणाधीन उच्च सुरक्षा कक्ष और पाकशाला के निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया।केंद्रीय कारागार उन्होंने कैदियों की बैरक,पाकशाला,अस्पताल आदि का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कारागार अधीक्षक को निर्देश दिया कि यहां की व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराएं। किसी भी स्तर पर लापरवाही संज्ञान में आने पर संबंधित अधिकारी/कर्मचारी पर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।जिला जज ने दोनों कारागार के अधीक्षको को निर्देशित किया कि बंदियों से संपर्क स्थापित करते हुए उनकी समस्याओं को सुने और विधिक सहायता द्वारा उनका निराकरण सुनिश्चित करवाएं।
केंद्रीय कारागार में आयोजित रामलीला के मंचन कार्यक्रम दोनों अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। जिलाधिकारी ने रामलीला की महत्ता पर प्रकाश डाला और बंदियों के द्वारा की जा रही प्रस्तुति की सराहना की।वरिष्ठ कारागार अधीक्षक ने दोनों अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट किया।
निरीक्षण के दौरान एडीजे आलोक कुमार अग्निहोत्री,सीजेएम मनीष कुमार,एडीसीपी सरवनन टी,वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारागार राधा कृष्ण मिश्र, जिला कारागार अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
">जिला जज जयप्रकाश तिवारी और जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने गुरुवार को केंद्रीय और जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने दोनों कारागार अधीक्षक से जेल की व्यवस्था के बाबत पूछताछ की और आवश्यक दिशा निर्देश दिया। कहा कि जेल मैनुअल के हिसाब से ही यहां की पूरी व्यवस्था संचालित होनी चाहिए।
जिला कारागार के निरीक्षण के दौरान जिला जज और जिलाधिकारी ने कारागार के बैरक में रहने वाले कैदियों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछताछ की। कुछ कैदियों ने अपनी समस्या भी सुनाई, जिसका तत्काल समाधान करने के निर्देश कारागार अधीक्षक को दिए गए। इसके बाद जेल अस्पताल में गए और वहां उपलब्ध दवा आदि के बारे में विस्तृत जानकारी ली।उन्होंने अस्पताल के सामान्य वार्ड के मरीज़ों से बातचीत की कि उन्हें इलाज संबंधी कोई समस्या तो नहीं है।किचन में जाकर कैदियों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता को परखा।हवालात कार्यालय में जाकर अभिलेखों की जांच की। महिला और अल्पवयस्क बैरक में जाकर उनसे बातचीत कर आश्वस्त हुए कि उनकी कोई समस्या तो नहीं है।उन्होंने बाल प्रशिक्षण कक्ष और पुस्तकालय का भी अवलोकन किया।उन्होंने कारागार में निर्माणाधीन उच्च सुरक्षा कक्ष और पाकशाला के निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया।केंद्रीय कारागार उन्होंने कैदियों की बैरक,पाकशाला,अस्पताल आदि का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कारागार अधीक्षक को निर्देश दिया कि यहां की व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराएं। किसी भी स्तर पर लापरवाही संज्ञान में आने पर संबंधित अधिकारी/कर्मचारी पर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।जिला जज ने दोनों कारागार के अधीक्षको को निर्देशित किया कि बंदियों से संपर्क स्थापित करते हुए उनकी समस्याओं को सुने और विधिक सहायता द्वारा उनका निराकरण सुनिश्चित करवाएं।
केंद्रीय कारागार में आयोजित रामलीला के मंचन कार्यक्रम दोनों अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। जिलाधिकारी ने रामलीला की महत्ता पर प्रकाश डाला और बंदियों के द्वारा की जा रही प्रस्तुति की सराहना की।वरिष्ठ कारागार अधीक्षक ने दोनों अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट किया।
निरीक्षण के दौरान एडीजे आलोक कुमार अग्निहोत्री,सीजेएम मनीष कुमार,एडीसीपी सरवनन टी,वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारागार राधा कृष्ण मिश्र, जिला कारागार अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।