निरीक्षण के दौरान जे.पी. मेहता इंटर कॉलेज, सनबीम वरूणा, जेल चौराहा, सब्जी मंडी, गिलट बाजार, कांशीराम आवास और शिवपुर रेलवे क्रॉसिंग सहित प्रमुख स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई।
अभियान के तहत विद्यालयों व सार्वजनिक स्थलों पर महिला हेल्प डेस्क सक्रिय रखने, एंटी रोमियो स्क्वॉड की गश्त बढ़ाने और हेल्पलाइन नंबर 1090, 181, 112, 1076 का व्यापक प्रचार करने पर जोर दिया गया। साथ ही विद्यालयों में नारी सम्मान से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद-विवाद, निबंध प्रतियोगिताएँ तथा समाज में सकारात्मक संदेश प्रसारित करने के लिए नुक्कड़ नाटक व रैलियाँ आयोजित करने की योजना भी बनाई गई।
पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए कि त्योहार के दौरान भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में गश्त बढ़ाएँ, महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें, ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रखें और संदिग्ध गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई करें।
अपर पुलिस आयुक्त ने कहा कि “मिशन शक्ति का उद्देश्य केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं एवं बालिकाओं के सम्मान और स्वावलम्बन को भी सुदृढ़ बनाना है। समाज के सभी वर्ग इसमें सक्रिय सहयोग करेंI
1. सुरक्षा:
2. सम्मान:
3. स्वावलम्बन:
पुलिसकर्मियों को दिए गए मुख्य निर्देश :
गश्त व्यवस्था सुदृढ़ करें : भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों, बाजारों, चौराहों और धार्मिक स्थलों पर नियमित गश्त अनिवार्य रूप से की जाए।
महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान : महिला पुलिसकर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए और बालिकाओं/महिलाओं की सहायता हेतु तत्परता से कार्य किया जाए।
हेल्पलाइन प्रचार-प्रसार : 1090, 181, 112, 1076 जैसी हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी व्यापक स्तर पर जनता को दी जाए, ताकि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में तुरंत सहायता मिल सके।
चौकसी बढ़ाई जाए : असामाजिक तत्वों, छेड़छाड़, उत्पीड़न अथवा किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर त्वरित कार्रवाई हो।
यातायात व्यवस्था बनाए रखें : त्योहार के दौरान बढ़ते आवागमन को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु रखा जाए और किसी भी प्रकार की जाम स्थिति से तत्काल निपटा जाए।
जनसंपर्क पर बल : पुलिसकर्मी आम नागरिकों से संवाद स्थापित करें, जिससे विश्वास का वातावरण बने और लोग निर्भीक होकर अपनी समस्याएँ साझा कर सकें।
संवेदनशील स्थलों पर विशेष निगरानी : विशेषकर विद्यालयों, कॉलेजों, सब्जी मंडियों, बाजारों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।
सोशल मीडिया निगरानी : अफवाहों या भ्रामक संदेशों के प्रसार पर विशेष निगरानी रखी जाए और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कार्यवाही की जाए।
">वाराणसी, 24 सितम्बर 2025। शारदीय नवरात्रि के अवसर पर महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन सुनिश्चित करने हेतु मिशन शक्ति फेज़-5.0 के तहत अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) शिवहरी मीणा ने थाना क्षेत्र कैण्ट व शिवपुर के संवेदनशील स्थलों का भ्रमण किया। इस दौरान उनके साथ पुलिस उपायुक्त वरूणा जोन प्रमोद कुमार, सहायक पुलिस आयुक्त कैण्ट नितिन तनेजा समेत सम्बन्धित थाना व चौकी प्रभारी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान जे.पी. मेहता इंटर कॉलेज, सनबीम वरूणा, जेल चौराहा, सब्जी मंडी, गिलट बाजार, कांशीराम आवास और शिवपुर रेलवे क्रॉसिंग सहित प्रमुख स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई।
अभियान के तहत विद्यालयों व सार्वजनिक स्थलों पर महिला हेल्प डेस्क सक्रिय रखने, एंटी रोमियो स्क्वॉड की गश्त बढ़ाने और हेल्पलाइन नंबर 1090, 181, 112, 1076 का व्यापक प्रचार करने पर जोर दिया गया। साथ ही विद्यालयों में नारी सम्मान से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद-विवाद, निबंध प्रतियोगिताएँ तथा समाज में सकारात्मक संदेश प्रसारित करने के लिए नुक्कड़ नाटक व रैलियाँ आयोजित करने की योजना भी बनाई गई।
पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए कि त्योहार के दौरान भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में गश्त बढ़ाएँ, महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें, ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रखें और संदिग्ध गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई करें।
अपर पुलिस आयुक्त ने कहा कि “मिशन शक्ति का उद्देश्य केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं एवं बालिकाओं के सम्मान और स्वावलम्बन को भी सुदृढ़ बनाना है। समाज के सभी वर्ग इसमें सक्रिय सहयोग करेंI
1. सुरक्षा:
2. सम्मान:
3. स्वावलम्बन:
पुलिसकर्मियों को दिए गए मुख्य निर्देश :
गश्त व्यवस्था सुदृढ़ करें : भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों, बाजारों, चौराहों और धार्मिक स्थलों पर नियमित गश्त अनिवार्य रूप से की जाए।
महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान : महिला पुलिसकर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए और बालिकाओं/महिलाओं की सहायता हेतु तत्परता से कार्य किया जाए।
हेल्पलाइन प्रचार-प्रसार : 1090, 181, 112, 1076 जैसी हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी व्यापक स्तर पर जनता को दी जाए, ताकि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में तुरंत सहायता मिल सके।
चौकसी बढ़ाई जाए : असामाजिक तत्वों, छेड़छाड़, उत्पीड़न अथवा किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर त्वरित कार्रवाई हो।
यातायात व्यवस्था बनाए रखें : त्योहार के दौरान बढ़ते आवागमन को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु रखा जाए और किसी भी प्रकार की जाम स्थिति से तत्काल निपटा जाए।
जनसंपर्क पर बल : पुलिसकर्मी आम नागरिकों से संवाद स्थापित करें, जिससे विश्वास का वातावरण बने और लोग निर्भीक होकर अपनी समस्याएँ साझा कर सकें।
संवेदनशील स्थलों पर विशेष निगरानी : विशेषकर विद्यालयों, कॉलेजों, सब्जी मंडियों, बाजारों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।
सोशल मीडिया निगरानी : अफवाहों या भ्रामक संदेशों के प्रसार पर विशेष निगरानी रखी जाए और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कार्यवाही की जाए।