MENU

हॉस्पिटैलिटी ट्रेनिंग वर्कशॉप : काशी आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र, भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है : सौरभ श्रीवस्तव, कैंट विधायक



 20/Sep/25

काशी में पर्यटकों को आकर्षित करने का दायित्व होटल एवं होमस्टे मालिकों की है : अशोक तिवारी, महापौर 

वाराणसी। पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और वाराणसी जिला प्रशासन के सहयोग से होटल और होमस्टे मालिकों के लिए हॉस्पिटैलिटी ट्रेनिंग वर्कशॉप का चौथा बैच शुक्रवार को आयोजित किया। यह प्रशिक्षण इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, लखनऊ द्वारा रेडिसन ग्रुप ऑफ होटेल्स के सहयोग से विस्तारित किया गया था। अगोडा द्वारा एक अलग कार्यशाला भी आयोजित की गई थी। मुख्य अतिथि महापौर अशोक तिवारी एवं वाराणसी कैंट, विधायक सौरभ श्रीवास्तव रहे। जिन्होंने प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। सभी प्रतिभागियों, अधिकारियों ने मुख्य अतिथि के निर्देशन में स्वच्छता प्रतिज्ञा भी ली। कार्यक्रम में लगभग 300 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

महापौर अशोक तिवारी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि काशी में पर्यटकों का आवक बढ़ा है। इसे और बढ़ाने तथा पर्यटकों को आकर्षित करने का दायित्व होटल एवं होमस्टे मालिकों की है। पर्यटकों को किफायत के साथ बेहतर से बेहतर सुविधा एवं उनके साथ अच्छा व्यवहार करके उन्हें आकर्षित किया जा सकता है।

विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि काशी आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र है। यह पर्यटन और भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 2014 से पहले और बाद की काशी में काफी अंतर है। निर्बाध बिजली आपूर्ति, स्वच्छता, सड़क/रेल/वायु/नदी क्रूज प्रमुख अंतर हैं जो देखे जा सकते हैं। पर्यटकों की सुविधा और उनके दौरे को आरामदायक बनाने के लिए पर्यटन सुविधाओं को उन्नत किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद काशी में पर्यटन कई गुना बढ़ गया है। उन्होंने बताया है औसतन 1 लाख पर्यटक/तीर्थयात्री हर दिन काशी का दौरा कर रहे हैं। काशी में पर्यटन में वृद्धि के कारण, काशी के निवासियों की प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी है, क्योंकि लगभग हर कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन गतिविधियों से जुड़ा हुआ है। सरकार की कार्य क्षमता के कारण सीएफए का विवेकपूर्ण उपयोग किया जा रहा है, जो जमीनी स्तर पर भी दिखाई दे रहा है। सरकार का दृष्टिकोण अपना व्यवसाय शुरू करने और रोजगार पैदा करने के लिए जागरूकता फैलाने पर केंद्रित है।लोगों को नौकरी के सृजनकर्ता बनाने पर जोर दिया जा रहा है, न कि नौकरी की तलाश करने वाले। सरकार अपनी मशीनरी को जमीनी स्तर पर काम करने के लिए प्रेरित कर रही है। इस पहल की सराहना की गई क्योंकि यह पर्यटकों को लंबे समय तक ठहरने और बार-बार आने के लिए प्रोत्साहित करती है। काशी को स्वच्छ बनाने के लिए उन्होंने स्वच्छता/स्वास्थ्य पर विशेष जोर दिया।


इस खबर को शेयर करें

Leave a Comment

9939


सबरंग