उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने सर्किट हाउस में जीएसटी विषयक पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
डॉ० प्रेम शुक्ला ने कहा कि नवरात्र से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने देशवासियों को खुशियों का बड़ा तोहफा दिया है। 22 सितंबर से रोजमर्रा की अधिकांश आवश्यक वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी। इसका लाभ किसानों, मरीजों, गृहणियों,व्यापारियों,कर्मचारियों और बच्चों सहित सभी वर्गों को मिलेगा। कहा कि जीएसटी में यह सुधार मांग बढ़ाएगा, निवेश लाएगा और करोड़ों युवाओं को रोजगार देगा। कहा कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित करेगी और सख्त निगरानी रखेगी कि उद्योग जगत जीएसटी दरों में कमी का पूरा लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाए।
डॉ० प्रेम शुक्ला ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने कर नीति को लेकर जो आदर्श स्थापित किया वह आज भी प्रासंगिक है। श्री रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी लिखते हैं कि "बरसत हरषत लोग सब करषत लखै न कोई, तुलसी प्रजा सुभाग ते भूप भानु सो होई"। राजा राम कहते हैं कि राजा को टैक्स उसी अनुसार लेना चाहिए जैसे सूर्य धरती से जल सोखते हैं। जहां जल अधिक हो वहां से सूर्य अधिक जल लेता है और जहां कम हो, वहां से कम। फिर वही जल मेघ बन कर धरती पर बराबर लौटता है। यह आदर्श व्यवस्था बताती है कि टैक्स कभी अन्याय या शोषण का साधन नहीं, बल्कि प्रजा की भलाई का मार्ग होना चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से विपक्षी दलों के शासनकाल में टैक्स प्रणाली इस आदर्श से बहुत दूर चली गई थी।
डॉ० प्रेम शुक्ला ने कहा कि जीएसटी में हुए इस रिफॉर्म से भारत की शानदार अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं। पहला टैक्सा सिस्टम कहीं अधिक सिंपल हुआ दूसरा भारत के नागरिकों की क्वालिटी ऑफ़ लाइफ और बढ़ेगी। तीसरा कंजम्पशन और ग्रोथ दोनों को नया बूस्टर मिलेगा। चौथा ईज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस से निवेश और नौकरी को बल मिलेगा। और पांचवां विकसित भारत के लिए को-ऑपरेटिव फैडरलिज्म यानी राज्यों और केंद्र की साझेदारी और मजबूत होगी।
राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने ऐसे आपका मंथली बजट बढ़ाया हुआ था, यह कोई भूल नहीं सकता। कांग्रेस की सरकार में एक तरफ विभिन्न प्रकार के टैक्स सिरदर्द थे, वहीं दूसरी तरफ रोजमर्रा की महंगाई घर का बजट बिगाड़ देती थी। टूथपेस्ट, साबुन, हेयर ऑयल, इनपर 27 % टैक्स आप देते थे। खाने की प्लेट, कप-प्लेट, चम्मच ऐसे सामान 18 से लेकर 28% तक टैक्स हुआ करता था। 17% बच्चों की टॉफी पर, 21% साइकिल पर 17%, सिलाई मशीन पर 16%, होटल के कमरे की बुकिंग पर 14% टैक्स हुआ करता था। अब ऐसे हर सामान और सर्विस पर सिर्फ और सिर्फ 5% टैक्स लगेगा। कांग्रेस के राज में घर बनाना बहुत ही महंगा काम था क्योंकि इस सीमेंट पर कांग्रेस सरकार का 29% टैक्स वसूलती थी जैसे तैसे घर बना लिया तो एसी और टीवी या पंखा कुछ भी लाना हो वह भी महंगा हो जाता था। क्योंकि कांग्रेस सरकार ऐसे सामानों पर 31% टैक्स वसूलती थी। अब हमारी सरकार ने ऐसे हर सामान पर टैक्स को 18 पर्सेंट कर दिया है करीब करीब आधा कर दिया है ट्रैक्टर हो या सिंचाई के उपकरण हों, हाथ के औजार हो पंपिंग सेट हो, ऐसे उपकरणों पर 12 से 14 पर्सेंट तक टैक्स लिया जाता था अब ऐसे अनेक सामानों पर जीएसटी जीरों या 5 प्रतिशत कर दिया है। नौजवानों को एक और फायदा फिटनेस के सेक्टर में भी होने वाला है जिम,सैलून और योगा जैसे सर्विस पर टैक्स कम कर दिया है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माताजी का जो लोग अपमान करते हैं, वही लोग आज इस बात से परेशान है कि हर भारतीय के जीवन में इस अब इज आफ लिविंग संभव हुआ है। यह सुधार न केवल किसानों और आम नागरिकों के लिए, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था और समाज के लिए भी बड़ी छलांग साबित होगा। कहा कि जीएसटी सुधारों के कारण रोजमर्रा की जरूरतों की चीजें या तो टैक्स फ्री हो जाएंगी या न्यूनतम दर पर उपलब्ध होंगी यह बदलाव सीधे तौर पर हर वर्ग के जीवन को प्रभावित करने वाला सुधार है। यह केवल रिफॉर्म नहीं बल्कि वास्तव में खुशियों का पर्व है। इस बदलाव से हमारे देश के युवा, युवतियों, महिलाओं, किसानों, कृषि उत्पादन, एमएसएमई क्षेत्र, उपभोक्ताओं, दुकानदारों और उद्योग चलाने वाले उद्यमियों सहित हर वर्ग को बड़ा लाभ मिलेगा।
राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ० प्रेम शुक्ला ने कहा कि पहले जब वैट लागू था तब चाय पर 6% टैक्स देना पड़ता था अब वही चाय टैक्स फ्री हो गई है। पहले जब वैट का जमाना था और गांधी परिवार का दौर था तब मिनरल वाटर और टूथपेस्ट पर 27% टैक्स लगाया जाता था। लेकिन आज जीएसटी व्यवस्था में यह घटकर केवल 5 प्रतिशत रह गया है। सबसे बड़ी राहत हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर मिली है जिसपर अब कोई टैक्स नहीं है। कई आवश्यक चिकित्सा सामग्रियों पर टैक्स 12 पर्सेंट से घटाकर 5 पर्सेंट कर दिया है। मोदी सरकार का यह कदम आमलोगों के जीवन और स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देगा और प्रत्येक नागरिक को इसका लाभ उठाना चाहिए। कहा कि कांग्रेस जैसी पुरानी सरकारें जीएसटी लागू करने का साहस नहीं जुटा पाई जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह संभव हुआ। किसने सोचा था कि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था, चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, पांचवा सबसे बड़ा शेयर बाजार और तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन जाएगा। यह सब इसलिए संभव हुआ कि क्योंकि "मोदी है तो मुमकिन है"। कहा कि आज भारत की अर्थव्यवस्था इतनी मजबूत स्थिति में है कि बैंक के ब्याज दरों में कमी आई है महंगाई दर में भारी गिरावट आई है और विकास दर ऐतिहासिक ऊंचाइयों पर पहुँची है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि जीएसटी लागू होने के पहले तेरह प्रकार के कर लगते थे जैसे सेवाकर, केंद्रीय उत्पाद शुल्क, उत्पाद शुल्क से संबंधित अतिरिक्त शुल्क, विशेष अतिरिक्त सीमा शुल्क, सीमा शुल्क से संबंधित अतिरिक्त शुल्क, अन्य कर और अधिभार, केंद्रीय बिक्री कर, मूल्यवर्धित कर (वैट), विलासिता कर, मनोरंजन कर, लॉटरी, जुआं, विज्ञापन पर कर, प्रवेश कर देने पड़ते थे।
पत्रकार वार्ता में जिलाध्यक्ष एवं एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी व सह प्रभारी संतोष सोलापुरकर उपस्थित रहे।
">प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने आज़ादी के बाद सबसे बड़ा आर्थिक सुधार देखा है। जीएसटी और अब next Gen जीएसटी सुधारों ने आम उपभोक्ताओं को राहत, व्यापारियों को सरलता और देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई दी है। यह सुधार देश की आम जनता को बड़ी राहत देगा और व्यवस्था में सरलीकरण लाएगा। जो व्यापार करने के माहौल को बेहतर और अधिक प्रभावी बनाएगा इस ऐतिहासिक सुधार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक अभिनंदन।
उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने सर्किट हाउस में जीएसटी विषयक पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
डॉ० प्रेम शुक्ला ने कहा कि नवरात्र से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने देशवासियों को खुशियों का बड़ा तोहफा दिया है। 22 सितंबर से रोजमर्रा की अधिकांश आवश्यक वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी। इसका लाभ किसानों, मरीजों, गृहणियों,व्यापारियों,कर्मचारियों और बच्चों सहित सभी वर्गों को मिलेगा। कहा कि जीएसटी में यह सुधार मांग बढ़ाएगा, निवेश लाएगा और करोड़ों युवाओं को रोजगार देगा। कहा कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित करेगी और सख्त निगरानी रखेगी कि उद्योग जगत जीएसटी दरों में कमी का पूरा लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाए।
डॉ० प्रेम शुक्ला ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने कर नीति को लेकर जो आदर्श स्थापित किया वह आज भी प्रासंगिक है। श्री रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी लिखते हैं कि "बरसत हरषत लोग सब करषत लखै न कोई, तुलसी प्रजा सुभाग ते भूप भानु सो होई"। राजा राम कहते हैं कि राजा को टैक्स उसी अनुसार लेना चाहिए जैसे सूर्य धरती से जल सोखते हैं। जहां जल अधिक हो वहां से सूर्य अधिक जल लेता है और जहां कम हो, वहां से कम। फिर वही जल मेघ बन कर धरती पर बराबर लौटता है। यह आदर्श व्यवस्था बताती है कि टैक्स कभी अन्याय या शोषण का साधन नहीं, बल्कि प्रजा की भलाई का मार्ग होना चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से विपक्षी दलों के शासनकाल में टैक्स प्रणाली इस आदर्श से बहुत दूर चली गई थी।
डॉ० प्रेम शुक्ला ने कहा कि जीएसटी में हुए इस रिफॉर्म से भारत की शानदार अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं। पहला टैक्सा सिस्टम कहीं अधिक सिंपल हुआ दूसरा भारत के नागरिकों की क्वालिटी ऑफ़ लाइफ और बढ़ेगी। तीसरा कंजम्पशन और ग्रोथ दोनों को नया बूस्टर मिलेगा। चौथा ईज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस से निवेश और नौकरी को बल मिलेगा। और पांचवां विकसित भारत के लिए को-ऑपरेटिव फैडरलिज्म यानी राज्यों और केंद्र की साझेदारी और मजबूत होगी।
राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने ऐसे आपका मंथली बजट बढ़ाया हुआ था, यह कोई भूल नहीं सकता। कांग्रेस की सरकार में एक तरफ विभिन्न प्रकार के टैक्स सिरदर्द थे, वहीं दूसरी तरफ रोजमर्रा की महंगाई घर का बजट बिगाड़ देती थी। टूथपेस्ट, साबुन, हेयर ऑयल, इनपर 27 % टैक्स आप देते थे। खाने की प्लेट, कप-प्लेट, चम्मच ऐसे सामान 18 से लेकर 28% तक टैक्स हुआ करता था। 17% बच्चों की टॉफी पर, 21% साइकिल पर 17%, सिलाई मशीन पर 16%, होटल के कमरे की बुकिंग पर 14% टैक्स हुआ करता था। अब ऐसे हर सामान और सर्विस पर सिर्फ और सिर्फ 5% टैक्स लगेगा। कांग्रेस के राज में घर बनाना बहुत ही महंगा काम था क्योंकि इस सीमेंट पर कांग्रेस सरकार का 29% टैक्स वसूलती थी जैसे तैसे घर बना लिया तो एसी और टीवी या पंखा कुछ भी लाना हो वह भी महंगा हो जाता था। क्योंकि कांग्रेस सरकार ऐसे सामानों पर 31% टैक्स वसूलती थी। अब हमारी सरकार ने ऐसे हर सामान पर टैक्स को 18 पर्सेंट कर दिया है करीब करीब आधा कर दिया है ट्रैक्टर हो या सिंचाई के उपकरण हों, हाथ के औजार हो पंपिंग सेट हो, ऐसे उपकरणों पर 12 से 14 पर्सेंट तक टैक्स लिया जाता था अब ऐसे अनेक सामानों पर जीएसटी जीरों या 5 प्रतिशत कर दिया है। नौजवानों को एक और फायदा फिटनेस के सेक्टर में भी होने वाला है जिम,सैलून और योगा जैसे सर्विस पर टैक्स कम कर दिया है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माताजी का जो लोग अपमान करते हैं, वही लोग आज इस बात से परेशान है कि हर भारतीय के जीवन में इस अब इज आफ लिविंग संभव हुआ है। यह सुधार न केवल किसानों और आम नागरिकों के लिए, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था और समाज के लिए भी बड़ी छलांग साबित होगा। कहा कि जीएसटी सुधारों के कारण रोजमर्रा की जरूरतों की चीजें या तो टैक्स फ्री हो जाएंगी या न्यूनतम दर पर उपलब्ध होंगी यह बदलाव सीधे तौर पर हर वर्ग के जीवन को प्रभावित करने वाला सुधार है। यह केवल रिफॉर्म नहीं बल्कि वास्तव में खुशियों का पर्व है। इस बदलाव से हमारे देश के युवा, युवतियों, महिलाओं, किसानों, कृषि उत्पादन, एमएसएमई क्षेत्र, उपभोक्ताओं, दुकानदारों और उद्योग चलाने वाले उद्यमियों सहित हर वर्ग को बड़ा लाभ मिलेगा।
राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ० प्रेम शुक्ला ने कहा कि पहले जब वैट लागू था तब चाय पर 6% टैक्स देना पड़ता था अब वही चाय टैक्स फ्री हो गई है। पहले जब वैट का जमाना था और गांधी परिवार का दौर था तब मिनरल वाटर और टूथपेस्ट पर 27% टैक्स लगाया जाता था। लेकिन आज जीएसटी व्यवस्था में यह घटकर केवल 5 प्रतिशत रह गया है। सबसे बड़ी राहत हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर मिली है जिसपर अब कोई टैक्स नहीं है। कई आवश्यक चिकित्सा सामग्रियों पर टैक्स 12 पर्सेंट से घटाकर 5 पर्सेंट कर दिया है। मोदी सरकार का यह कदम आमलोगों के जीवन और स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देगा और प्रत्येक नागरिक को इसका लाभ उठाना चाहिए। कहा कि कांग्रेस जैसी पुरानी सरकारें जीएसटी लागू करने का साहस नहीं जुटा पाई जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह संभव हुआ। किसने सोचा था कि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था, चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, पांचवा सबसे बड़ा शेयर बाजार और तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन जाएगा। यह सब इसलिए संभव हुआ कि क्योंकि "मोदी है तो मुमकिन है"। कहा कि आज भारत की अर्थव्यवस्था इतनी मजबूत स्थिति में है कि बैंक के ब्याज दरों में कमी आई है महंगाई दर में भारी गिरावट आई है और विकास दर ऐतिहासिक ऊंचाइयों पर पहुँची है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि जीएसटी लागू होने के पहले तेरह प्रकार के कर लगते थे जैसे सेवाकर, केंद्रीय उत्पाद शुल्क, उत्पाद शुल्क से संबंधित अतिरिक्त शुल्क, विशेष अतिरिक्त सीमा शुल्क, सीमा शुल्क से संबंधित अतिरिक्त शुल्क, अन्य कर और अधिभार, केंद्रीय बिक्री कर, मूल्यवर्धित कर (वैट), विलासिता कर, मनोरंजन कर, लॉटरी, जुआं, विज्ञापन पर कर, प्रवेश कर देने पड़ते थे।
पत्रकार वार्ता में जिलाध्यक्ष एवं एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी व सह प्रभारी संतोष सोलापुरकर उपस्थित रहे।