वहॉ उपस्थित शिक्षकों और विशेषज्ञों ने बताया कि वाहन प्रदूषण, कचरा जलाना, औद्योगिक धुआँ और धूल इसके मुख्य कारण हैं, साथ ही यह भी बताया गया कि वायु प्रदूषण से श्वास संबंधी बीमारियाँ, आँखों में जलन तथा पर्यावरणीय असंतुलन जैसी गंभीर समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। इस अवसर पर छात्रों को मोटर वाहनों का उपयोग कम करने, सार्वजनिक परिवहन एवं साइकिल का प्रयोग बढ़ाने, अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने और स्वच्छता पर ध्यान देने के बारे में बताते हुये छात्रों को संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर छात्रों से वायु प्रदूषण को कम करने के लिए नए-नए विचार भी लिए गए। छात्रों ने सुझाव दिया कि नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग बढ़ाया जाए और कचरे का वैज्ञानिक प्रबंधन किया जाए।
">नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के निर्देश पर नगर निगम वाराणसी एवं आईईसी टीम के द्वारा आज डी०ए०वी० इन्टर कालेज में छात्रों को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एन०सी०ए०पी०) के अंतर्गत स्वच्छ वायु प्रदूषण जागरूकता गतिविधि आयोजित की गई। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को वायु प्रदूषण से होने वाले समस्याओं के बाते में जानकारी दिया जाना था। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को वायु प्रदूषण के कारण, उसके दुष्प्रभाव तथा नियंत्रण के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
वहॉ उपस्थित शिक्षकों और विशेषज्ञों ने बताया कि वाहन प्रदूषण, कचरा जलाना, औद्योगिक धुआँ और धूल इसके मुख्य कारण हैं, साथ ही यह भी बताया गया कि वायु प्रदूषण से श्वास संबंधी बीमारियाँ, आँखों में जलन तथा पर्यावरणीय असंतुलन जैसी गंभीर समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। इस अवसर पर छात्रों को मोटर वाहनों का उपयोग कम करने, सार्वजनिक परिवहन एवं साइकिल का प्रयोग बढ़ाने, अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने और स्वच्छता पर ध्यान देने के बारे में बताते हुये छात्रों को संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर छात्रों से वायु प्रदूषण को कम करने के लिए नए-नए विचार भी लिए गए। छात्रों ने सुझाव दिया कि नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग बढ़ाया जाए और कचरे का वैज्ञानिक प्रबंधन किया जाए।