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वाराणसी में ताल शिरोमणि पं० कुमार लाल मिश्रा की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर संगीत संध्या का आयोजन, स्वर और ताल के संग दी गयी श्रद्धांजली



 03/Sep/25

कपीश उपाध्याय मेमोरियल ट्रस्ट एवं संस्था तालांजलि के संयुक्त तत्वावधान में गायत्री मंदिर, लहुराबीर, वाराणसी में ताल शिरोमणि पं० कुमार लाल मिश्रा की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर संगीत संध्या का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलाकारों ने स्व० मिश्रा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण एवं पं० मुरारी उपाध्याय द्वारा स्तुति वाचन और मंगलाचरण से हुई। कार्यक्रम में संगीत और ताल की विविध प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

  • बाल कलाकार और स्व. मिश्रा के पौत्र कान्हा मिश्रा ने तीनताल में बोल, टुकड़ा, तिहाई, परन के साथ एकल तबला वादन प्रस्तुत किया। इस प्रस्तुति में माता रानी के घंटे और शंकर जी के डमरू की ध्वनि का अद्भुत समावेश किया गया। हारमोनियम पर संगत पं. गौरव मिश्रा ने की।
  • दूसरी प्रस्तुति में संस्था तालांजलि के शिष्यों द्वारा समूह गायन किया गया, जिसमें राग दुर्गा एवं भजन ‘कुछ लेना न देना मगन रहना’ प्रस्तुत किया गया। इस गायन में तनुश्री मिश्रा, शिवम मिश्रा, अभिनव पांडे, श्रेयश विश्वकर्मा, सर्वेश कुमार प्रजापति, शशांक जयसवाल, विवेक पांडे और गौरव मिश्रा शामिल रहे। तबला संगत में जय मिश्रा और साइड इफेक्ट संगत में संजय श्रीवास्तव ने भूमिका निभाई।
  • तीसरी प्रस्तुति में पं. श्याम कुमार मिश्रा ने एकल तबला वादन प्रस्तुत किया जिसमें तीनताल का प्रभावशाली प्रदर्शन हुआ। सारंगी पर संगत अंकित मिश्रा ने की।
  • चौथी और अंतिम प्रस्तुति नैना मिश्रा के गायन से हुई, जिसमें उन्होंने ‘चलो मन वृंदावन की ओर’, ‘निर्गुण दो दिन का जग में मेला’, ‘सुमिरन कर ले’ और ‘जन्म तेरा बातों में बीत गयो’ जैसे भजन प्रस्तुत किए। तबला संगत में मंगला प्रसाद मिश्रा रहे।

कार्यक्रम में गौरव मिश्रा (संस्था तालांजलि), आचार्य महंत विवेक दास (अध्यक्ष, सद्गुरु कबीर मंदिर मठ, कबीर चौरा), महंत राम प्रसाद दास (कबीर मठ, गोरखपुर), नीरज चौबे (अध्यक्ष, भारतीय मनीषी परिषद), नेहरू पांडेय, विनोद शंकर उपाध्याय (अध्यक्ष, कपीश उपाध्याय मेमोरियल ट्रस्ट), मुकेश चंद्र पाठक (सेक्रेटरी, विश्वेश्वर ट्रस्ट सोसाइटी), विशेश्वर त्रिपाठी (सहायक सेक्रेटरी), सत्य नारायण पांडेय (सेक्रेटरी, विश्वेश्वर ट्रस्ट), प्रो० शैलेंद्र उपाध्याय (ट्रस्टी), शिव प्रसाद श्रीवास्तव सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के समापन पर आयोजन समिति ने सभी प्रतिभागी कलाकारों और आगंतुकों का आभार प्रकट किया। संगीत संध्या ने स्व० पं० कुमार लाल मिश्रा की संगीत साधना और योगदान को पुनः स्मरणीय बना दिया।


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