वाराणसी साइबर सेल और थाना चौक पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया है। मोती झील, महमूरगंज इलाके में किराये के मकान में संचालित हो रही फर्जी कंपनी और उसके दो कॉल सेंटरों को सीज कर अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ थाना चौक में मुकदमा संख्या 106/2025 धारा 318(2), 319(2), 338, 339, 340(2) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
इस पूरे अभियान का संचालन पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) राजेश कुमार सिंह, पुलिस उपायुक्त (अपराध) सरवणन टी., अपर पुलिस उपायुक्त (साइबर) नीतू काद्यान, सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर क्राइम) विदुष सक्सेना तथा सहायक पुलिस आयुक्त (दशाश्वमेध) अतुल अंजान त्रिपाठी के नेतृत्व में किया गया।
फर्जीवाड़े का तरीका
गिरोह द्वारा गल्फ कंट्रीज, इजराइल, ओमान, कंबोडिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से संपर्क किया जाता था। कॉल्स और विज्ञापनों के जरिए भोले-भाले बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाया जाता था। उनसे वीजा, पासपोर्ट, मेडिकल, और फ्लाइट टिकट के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती थी। इसके बाद उन्हें फर्जी ऑफर लेटर, वीजा, मेडिकल सर्टिफिकेट और टिकट भेज दिए जाते थे। जब पीड़ित व्यक्ति एयरपोर्ट पर पहुंचता था, तब उसे ठगे जाने का पता चलता था। इस पूरे फर्जीवाड़े में म्यूल अकाउंट्स और फर्जी सिम कार्ड्स का प्रयोग किया जाता था। इनके एजेंट्स दिल्ली, कोलकाता और मुंबई जैसे शहरों में सक्रिय हैं।
गिरफ्तार आरोपी:
बरामद सामग्री:
लैपटॉप: 1 (अनुमानित मूल्य ₹40,000)
मोबाइल फोन: 9 (कुल मूल्य ₹1.5 लाख)
सिम कार्ड: 4
डेबिट कार्ड: 8
आधार कार्ड: 2
पैन कार्ड: 1
बैंक पासबुक: 4
चेक बुक: 2
पासपोर्ट: 1
वीजा दस्तावेज: 2
विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर चल रही फर्जी कंपनी और दो कॉल सेंटर सीज, अंतर्राज्यीय गैंग के 7 सदस्य को वाराणसी साइबर सेल और थाना चौक पुलिस की संयुक्त टीम ने किया गिरफ्तार
वाराणसी साइबर सेल और थाना चौक पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया है। मोती झील, महमूरगंज इलाके में किराये के मकान में संचालित हो रही फर्जी कंपनी और उसके दो कॉल सेंटरों को सीज कर अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ थाना चौक में मुकदमा संख्या 106/2025 धारा 318(2), 319(2), 338, 339, 340(2) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
इस पूरे अभियान का संचालन पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) राजेश कुमार सिंह, पुलिस उपायुक्त (अपराध) सरवणन टी., अपर पुलिस उपायुक्त (साइबर) नीतू काद्यान, सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर क्राइम) विदुष सक्सेना तथा सहायक पुलिस आयुक्त (दशाश्वमेध) अतुल अंजान त्रिपाठी के नेतृत्व में किया गया।
फर्जीवाड़े का तरीका
गिरोह द्वारा गल्फ कंट्रीज, इजराइल, ओमान, कंबोडिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से संपर्क किया जाता था। कॉल्स और विज्ञापनों के जरिए भोले-भाले बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाया जाता था। उनसे वीजा, पासपोर्ट, मेडिकल, और फ्लाइट टिकट के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती थी। इसके बाद उन्हें फर्जी ऑफर लेटर, वीजा, मेडिकल सर्टिफिकेट और टिकट भेज दिए जाते थे। जब पीड़ित व्यक्ति एयरपोर्ट पर पहुंचता था, तब उसे ठगे जाने का पता चलता था। इस पूरे फर्जीवाड़े में म्यूल अकाउंट्स और फर्जी सिम कार्ड्स का प्रयोग किया जाता था। इनके एजेंट्स दिल्ली, कोलकाता और मुंबई जैसे शहरों में सक्रिय हैं।
गिरफ्तार आरोपी:
बरामद सामग्री:
लैपटॉप: 1 (अनुमानित मूल्य ₹40,000)
मोबाइल फोन: 9 (कुल मूल्य ₹1.5 लाख)
सिम कार्ड: 4
डेबिट कार्ड: 8
आधार कार्ड: 2
पैन कार्ड: 1
बैंक पासबुक: 4
चेक बुक: 2
पासपोर्ट: 1
वीजा दस्तावेज: 2