एपेक्स के चेयरमैन प्रो० डॉ० एसके सिंह ने सर्जिकल ऑनकोलॉजी, एनेस्थेसिया एवं ओटी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि सिद्ध करती है कि यदि संपूर्ण मल्टीडिसिप्लिनरी टीमवर्क और आधुनिक चिकित्सा दृष्टिकोण साथ हों तो उम्र केवल एक संख्या है।
">एपेक्स हॉस्पिटल कैंसर संस्थान वाराणसी में चिकित्सा जगत की एक उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज करते हुए 95 वर्षीय मरीज, जो सामान्य हल्की शारीरिक कार्य-क्षमता और नियंत्रित हाईपरटेंशन और 5×5 सेमी का मध्य जबड़े व मुँह के तल में फैले हुए ट्यूमर के साथ एपेक्स हॉस्पिटल में उपचार के लिए क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती हुए। एपेक्स के हेड एन्ड नेक कैंसर सर्जन डॉ० राहुल आर सिंह द्वारा विस्तृत क्लिनिकल मूल्यांकन एवं संपूर्ण एनेस्थीसिया प्री-ऑप क्लीयरेंस के उपरांत सफल जटिल कैंसर रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी करते हुए जबड़े के बीच के रोगग्रस्त हिस्से को काटकर निकाल दिया गया और ट्यूमर जिस हिस्से तक फैला था, वहाँ की त्वचा और मुँह में जीभ के नीचे का हिस्से को भी साफ कर दिया गया तथा साथ ही रोगी की टाँग की हड्डी (फिबुला) और उसकी त्वचा लेकर जबड़े में फिट कर उसका सूक्ष्म पुनर्निर्माण किया ताकि चेहरा और मुँह पहले जैसा काम कर सके। ऑपरेशन के दौरान एवं उसके पश्चात बिना किसी जटिलता के मरीज ने सहजता से सहयोग दिया और उसे स्थिर स्थिति में डिस्चार्ज किया गया।
एपेक्स के चेयरमैन प्रो० डॉ० एसके सिंह ने सर्जिकल ऑनकोलॉजी, एनेस्थेसिया एवं ओटी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि सिद्ध करती है कि यदि संपूर्ण मल्टीडिसिप्लिनरी टीमवर्क और आधुनिक चिकित्सा दृष्टिकोण साथ हों तो उम्र केवल एक संख्या है।