पुलिस के अनुसार, 31 जुलाई को सलाउ व उसके साथियों, फैजल उर्फ पप्पू और अनिल के द्वारा एक पिकअप वाहन सं० UP 65 KT 1809 से दो गौवंश को वध के लिए ले जाया जा रहा था। रास्ते में ग्रामीणों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे दबाव में आकर वे दोनों गौवंश को रास्ते में गिराकर भाग निकले। आज जब सलाउ वाहन को सुरक्षित स्थान पर रखने जा रहा था, तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने पिकअप वाहन के साथ दो बल्ली और तीन रस्सियां भी बरामद कीं, जो कथित तौर पर गौ-तस्करी में इस्तेमाल हो रही थीं। सलाउ पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें गौवंश संरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमे शामिल हैं।
यह कार्रवाई योगी सरकार की गोरक्षा और गौ-तस्करी रोकथाम की सख्त नीति के अनुरूप है। उत्तर प्रदेश सरकार ने गाय को संरक्षण देने और तस्करी को रोकने के लिए कठोर कानून बनाकर इसे गंभीर अपराध माना है।
सरकार का संदेश साफ है:
"गोरक्षा हमारा धर्म है, तस्करी पर सख्त विराम है।"
गोमती ज़ोन पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी की इस पहल को क्षेत्र में कानून व्यवस्था सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस ने मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और ऐसे मामलों पर सख्ती से नज़र रखे हुए है
">गोमती ज़ोन के थाना जंसा पुलिस ने गौ-तस्करी के एक गंभीर मामले में बड़ा कदम उठाते हुए सलाउ पुत्र मटरू (24 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी एक मुखबिर की सूचना पर बसंतपुर बड़ौरा मोड़ के पास की गई, जहां पुलिस ने गौवंश के वध के आरोप में सलाउ को पिकअप वाहन के साथ दबोचा।
पुलिस के अनुसार, 31 जुलाई को सलाउ व उसके साथियों, फैजल उर्फ पप्पू और अनिल के द्वारा एक पिकअप वाहन सं० UP 65 KT 1809 से दो गौवंश को वध के लिए ले जाया जा रहा था। रास्ते में ग्रामीणों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे दबाव में आकर वे दोनों गौवंश को रास्ते में गिराकर भाग निकले। आज जब सलाउ वाहन को सुरक्षित स्थान पर रखने जा रहा था, तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने पिकअप वाहन के साथ दो बल्ली और तीन रस्सियां भी बरामद कीं, जो कथित तौर पर गौ-तस्करी में इस्तेमाल हो रही थीं। सलाउ पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें गौवंश संरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमे शामिल हैं।
यह कार्रवाई योगी सरकार की गोरक्षा और गौ-तस्करी रोकथाम की सख्त नीति के अनुरूप है। उत्तर प्रदेश सरकार ने गाय को संरक्षण देने और तस्करी को रोकने के लिए कठोर कानून बनाकर इसे गंभीर अपराध माना है।
सरकार का संदेश साफ है:
"गोरक्षा हमारा धर्म है, तस्करी पर सख्त विराम है।"
गोमती ज़ोन पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी की इस पहल को क्षेत्र में कानून व्यवस्था सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस ने मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और ऐसे मामलों पर सख्ती से नज़र रखे हुए है