वाराणसी। साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के निर्देश पर कैंट थाना पुलिस द्वारा बुधवार को सूर्या होटल के मीटिंग हॉल में साइबर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य आम जनता और व्यापारियों को साइबर फ्रॉड के नए-नए तरीकों से अवगत कराना और उनसे बचने के लिए कारगर उपाय साझा करना था।
कार्यशाला की अध्यक्षता एडीसीपी वरुणा जोन नीतू कादयान ने की। इस अवसर पर एसीपी कैंट नितिन तनेजा, एसीपी सुरक्षा विद्युष सक्सेना और प्रभारी निरीक्षक कैंट शिवाकांत मिश्रा भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला में अधिकारियों ने बताया कि कैसे ठग “डिजिटल अरेस्ट” जैसे नए हथकंडों का इस्तेमाल कर लोगों को डराकर या भ्रमित करके उनकी निजी और वित्तीय जानकारी हासिल कर रहे हैं। यह भी चेताया गया कि पढ़े-लिखे और तकनीकी रूप से जागरूक लोग भी साइबर अपराधियों के शिकार हो रहे हैं, जिन्हें चालाकी से “दसवीं पास” मानसिकता में फंसा लिया जाता है।
अधिकारियों ने कहा कि किसी भी अज्ञात नंबर से कॉल आने पर सतर्क रहें, सवाल जरूर पूछें और बिना सत्यापन कोई भी जानकारी साझा न करें। साइबर अपराधी अपराध में फंसाने, अश्लील सामग्री भेजने या डराने के बहाने निजी जानकारी ले लेते हैं।
कार्यशाला में उपस्थित लोगों को कई महत्वपूर्ण उपाय बताए गए:
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों से यह संकल्प लिया गया कि वे इस जानकारी को कम से कम दस अन्य लोगों तक जरूर पहुंचाएंगे, ताकि जागरूकता का दायरा और बढ़ सके।
उपस्थित प्रमुख लोग:
सारनाथ व्यापार मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा, अध्यक्षा संगीता चौबे, सरोज कुमार गुप्ता, गोपाल गुप्ता, सोनू गुप्ता, शरद श्रीवास्तव, लल्ला पांडे, संतोष सिंह, नरेन्द्र मौर्या, मोहम्मद वसीम, आसिफ इकबाल, मंगल नारायण गुप्ता, दिनेश, अनुभव कुमार जायसवाल (महामंत्री) सहित लगभग 100 व्यापारी और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।