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वाराणसी में भीड़ प्रबंधन के लिए नगर निगम ने मोबेलिटी फाउन्डेशन के साथ बढ़ाया हाथ



 07/Aug/25

देश के शीर्ष पॉच कम्पनियॉ वाराणसी में तकनीकी रूप से करेगें भीड़ प्रबधंन

टोयोटा मोबिलिटी फ़ाउंडेशन ने की वाराणसी के प्राचीन शहर में भीड़ प्रबंधन को रूपांतरित करने के लिये 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ग्लोबल चैलेंज के फ़ाइनलिस्ट् की घोषणा की। चयनित पॉच संस्थाओं के द्वारा वाराणसी में सस्टेेनेबल डिज़ाइन, मोबिलिटी डेटा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), नगरीय योजना और मानव-केंद्रित डिज़ाइन के क्षेत्रों में इनोवेशन करने वाले इनोवेटर्स शामिल हैं। इनका उद्देश्य काशी के ऐतिहासिक नगर को स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के लिये और अधिक सुरक्षित और सुगम बनाने के मकसद से भीड़ प्रवाह के प्रबंधन को उन्नत बनाना है। वाराणसी नगर निगम, चैलंेज वर्क्स और वर्ल्ड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट के सहयोग से विकसित किया गया यह चैलंेज भारत के सबसे पुराने और सर्वाधिक पवित्र शहरों में गिनी जाने वाली काशी में पैदल यात्रियों और श्रद्धालुओं की आवाजाही में सुधार करने और लगने वाली भीड़ से सम्बन्धित दिक्कतों से मुक्ति पाने के इनोवेटिव समाधान प्राप्त करने में सहयोग करता है। वाराणसी में हर साल करोड़ों श्रद्धालु आते हैं। टोयोटा मोबिलिटी फ़ाउंडेशन ने इस कार्य हेतु पूर्व में इस कार्य हेतु विश्वस्तरीय कम्पनियों में से 10 सेमी फ़ाइनलिस्ट प्रतिभागियों को 6 महीने के अंदर अपनी-अपनी परिकल्पनाएं विकसित करने के लिए आमंत्रित किया गया। विशेषज्ञ निर्णायकों के एक पैनल द्वारा किए गए मूल्यांकन के बाद उन प्रतिभागियों में से पांच को फ़ाइनलिस्ट प्रतिभागी के तौर पर चुना गया है। इनके चयन हेतु विभिन्न मानदंडों के आधार पर चुना गया, इनमें भीड़ प्रबंधन, प्रभावशीलता, सपोर्टिंग डेटा, उन्नयन की क्षमता और टीम क्षमता जैसे पैमाने शामिल हैं। निर्णायकों ने ऐसे समाधानों की तलाश की जो बड़े जनसमूहों को संभालने में मदद कर सकें, सकरी गलियों में सुरक्षा, पहुंच और आवाजाही में सुधार कर सकें और भीड़ के व्यवहार को सार्थक तरीके से बदल सकें। साथ ही इसे स्थानीय लोगों और पर्यटकों की ज़रूरतों तथा क्रियान्वयन की फ़ीज़िबिलिटी के बारे में ठोस समझ का प्रदर्शन किया जा सके।

भीड़ प्रबन्धन हेतु चयनित *पहली कम्पनी आर्केडिस है,* यह इस क्षेत्र की दुनिया की अग्रणी कंपनी है। यह प्राकृतिक और कृत्रिम संपत्तियों के लिए इंटेलिजेंस आधारित सतत डिजाइन इंजीनियरिंग और परामर्श संबंधी समाधान उपलब्ध कराती है। दूसरी कम्पनी सिटीडेटा इंक, है। सिटीडेटा. एआई एक अग्रणी बिग डेटा और एआई कंपनी है। यह अधिक स्मार्ट, सुरक्षित और ज्यादा सस्टेनेबल और हर परिस्थिति के अनुरूप सक्षम शहरी वातावरण को बढ़ावा देने के लिए मोबिलिटी इंटेलिजेंस उपलब्ध कराती है। इस कंपनी ने सिटी फ़्लोनाम का एक समाधान उपलब्ध कराया है। तीसरी कम्पनी वोजिक एआई है। वोजिक एआई जनकल्याण, रक्षा, स्मार्ट सिटी और भीड़ के लिहाज़ से संवेदनशील सार्वजनिक स्थलों के लिए वीडियो डाटा को रियल टाइम इंटेलिजेंस में रूपांतरित करने के क्षेत्र की अग्रणी संस्था है। यह भारत का पहला एआई आधारित हाइपर लोकल और समुदाय-प्रथम की भावना वाला पैदल यात्री मार्गदर्शन प्लेटफॉर्म है। यह समाधान नागरिकों को सुरक्षित वैकल्पिक रास्तों से गुजरने में मदद करेगा। साथ ही नगर निगम को रियल टाइम क्राउड इंटेलिजेंस से भी सशक्त बनायेगा। *चौथी कम्पनी प्रमेया कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड है।* प्रमेया कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड एक नगरीय योजना एवं रणनीतिक क्षेत्र की फर्म है। इसका उद्देश्य एक सहयोगात्मक, समस्या-निवारण और रणनीतिक योजना के माध्यम से नगरीय रूपांतरण को गति देना है। इस टीम ने नई चालनामक एक समाधान की पेशकश की है। यह एक भौतिक और डिजिटल (फ़िजिटल) एआई इकोसिस्टम है जिसमें मोबिलिटी, समावेशिता और सुरक्षा में सुधार के लिए चौटबॉट, नेविगेशन ऐप, मार्गदर्शन संकेतकों और मोबिलिटी डैशबोर्ड का संगम है । पॉचवी कम्पनी द अर्बनाइज़र है। द अर्बनाइज़र नगरीय डिजाइन, भूदृश्य डिजाइन और आर्किटेक्चर क्षेत्र की अग्रणी भारतीय कंपनी है। वे डाटा संचालित और मानव केंद्रित दृष्टिकोण के जरिए विविधतापूर्ण और सतत नगरीय स्थलों का निर्माण करने में विशेषज्ञता रखती है। इसमें स्थानीय जानकारी और कलर-कोडिंग मार्ग सूचक संकेतकों, गतिशील डिजिटल संकेतों और अन्य टैक्टिकल अर्बनिज़्म रणनीतियों को शामिल किया गया है ताकि मार्गदर्शन और सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सके। इन चयनित हर फ़ाइनलिस्ट टीम को काशी में अपने प्रस्तावित समाधानों के परीक्षण और उन्हें प्रदर्शित करने के लिए क्रियान्वयन वित्तपोषण के रूप में 1 लाख 30 हज़ार अमेरिकी डॉलर दिए जाएंगे। भीड़ प्रबन्धन कार्य हेतु चयनित इन संस्थाओं के चयन होने पर नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने कहा,* सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज के माध्यम से वाराणसी वैश्विक स्तर पर इस बात की मिसाल पेश कर रहा है कि ऐतिहासिक शहर अपनी मूल पहचान से समझौता किए बगैर इनोवेशन को किस तरह से अपना सकते हैं तथा इन संस्थाओं के द्वारा वाराणसी में भीड़ प्रबन्धन का कार्य सफलता पूर्वक किया जायेगा, जिससे यहॉ आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों एवं स्थानीय नागरिकों को भीड़ प्रबन्धन में अत्यधिक सुविधा प्राप्त होगा। उम्मीद है कि दुनिया वाराणसी को भीड़ प्रबंधन के क्षेत्र में एक मॉडल के तौर पर देखेगी। टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन के एग्ज़ीक्यूटिव प्रोग्राम डायरेक्टर प्रस गणेश ने कहा वाराणसी सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज की यह यात्रा वास्तव में प्रेरणादायक है। प्रस गणेश ने बताया कि चयनित पॉच कम्पनियों के द्वारा काशी में सुगम और सुरक्षित पहुंच के साथ आवागमन को बेहतर बनाने के लिए, बल्कि वाराणसी जैसे घने शहर में भीड़ प्रबंधन पर अच्छा कार्य करेगी।

 


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