MENU

प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने वाराणसी प्रवास के दूसरे दिन भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का लिया जायजा



 05/Aug/25

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य तथा जनपद के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने वाराणसी प्रवास के दूसरे दिन मंगलवार को भी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का तूफानी दौरा किया तथा बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं से रुबरु हुए। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय डोमारी, सिटी गर्ल्स इंटरमीडिएट कॉलेज और एस.के.बी. विद्या मंदिर हाई स्कूल में बने राहत शिविरों का दौरा कर लोगों से वार्ता कर समस्याओं को जाना तथा हर संभव सहयोग का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि आपदा के इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी हैं। प्रभारी मंत्री ने राहत शिविरों में रह रहे छोटे बच्चों को दुलारते हुए उन्हें चॉकलेट, बिस्किट और केला वितरण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ क्षेत्रों में अभी भी रह रहे लोगों को उनकी सुविधानुसार राहत शिविरों में पहुंचाए। किसी को भी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर अशोक तिवारी, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार सहित अन्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

प्रभारी मंत्री ने सोमवार को दो लोगों के नदी में डूबने से हुई मृत्यु पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई

हुकुलगंज निवासी मोनू चौहान व कोनिया निवासी मंगल का 4 अगस्त सोमवार को डूबने से हुई मृत्यु पर उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य तथा जनपद के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने मंगलवार को सर्किट हाउस में उनके परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनों को चार-चार लाख की आर्थिक सहायता उपलब्ध करते हुए उन्हें ढाढस बधाया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, महापौर अशोक तिवारी, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बंदिता श्रीवास्तव सहित अन्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

गौरतलब हो कि जनपद वाराणसी में गंगा व वरूणा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है। आज दोपहर 02:00 बजे गंगा नदी का जलस्तर 72.06 मी० रहा जिसमें 0.5 से०मी० प्रति घण्टे की दर से वृद्धि हो रही है। गंगा नदी के खतरे का बिन्दू 71.26 मी० है। वर्तमान में गंगा नदी खतरे के बिन्दु से 0.80 से०मी० ऊपर है। नदियों के जलस्तर बढ़ने से जनपद के 53 गांव व 24 वार्ड व मोहल्ले प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के कारण 1443 परिवार के 6631 लोग विस्थापित होकर बाढ़ राहत शिविर में एवं अन्य सुरक्षित स्थानों व भवनों में चले गये हैं जिसमें से 796 परिवार के 3752 लोग बाढ़ राहत शिविरों में निवास कर रहे हैं एवं 647 परिवार के 2879 व्यक्ति अन्य सुरक्षित स्थानों व भवनों में निवास कर रहे हैं। जनपद में कुल 46 बाढ़ राहत शिविर स्थापित किये गये हैं जिसमें से वर्तमान में तहसील सदर में 20 बाढ़ राहत शिविर क्रियाशील है। बाढ़ राहत बाढ़ राहत शिविर में निवास कर रहे व्यक्तियों को कम्युनिटी किचेन के माध्यम से निर्धारित मेन्यू के अनुसार प्रातः नाश्ता, दोपहर एवं रात्रि में ताजा भोजन दिया जा रहा है, बच्चों एवं वृद्धों को दूध एवं फल का वितरण किया जा रहा है। प्रत्येक बाढ़ राहत शिविरों में स्वास्थ्य टीम तैनाती की गयी है, चिकित्सकों द्वारा प्रभावित व्यक्तियों को स्वास्थ्य सम्बन्धित कोई समस्या हो रही है तो तत्काल उपचार किया जा रहा है। बाढ़ राहत शिविर में नियमित रूप से साफ-सफाई करने के साथ-साथ मच्छरों से बचाव हेतु फॉगिंग करायी जा है। बाढ़ राहत शिविर में निवास कर रहें व्यक्तियों के लिए सोने हेतु साफ गद्दे, शुद्ध पेयजल आदि का प्रबंध किया गया है। नागरिक सुरक्षा के स्वयं सेवकों एवं आपदा मित्रों को बाढ़ राहत शिविरों में विस्थापित परिवरों के सहयोग हेतु लगाया गया है। समस्त बाढ़ राहत शिविरों में अपर जिलाधिकारी स्तर को नोडल अधिकारी एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों को सह नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जनमानस के सहयोग हेतु जिला प्रशासन द्वारा कुल 80 नावें लगायी गयी है जिसमें 20 मोटर बोट, 44 बड़ी नांव, 05 मझोली नांव व 11 छोटी नांव सम्मिलित हैं। उक्त के अतरिक्त एन0डी0आर0एफ0 की 05 टीम 19 मोटर बोट के साथ तैनात है। जनपद के कुल 7037 कृषकों की लगभग 1898 हे० फसल प्रभावित हुई है, फसल क्षति का आंकलन किया जा रहा है सभी प्रभावित कृषकों को कृषि निवेश अनुदान प्रदान किया जाएगा। आम जनमानस की समस्या के निराकरण हेतु बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जो 24X7 क्रियाशील है, जिसमें जिला प्रशासन, स्वास्थ्य, विद्युत, शिक्षा, पुलिस, एन०डी०आर०एफ० आदि के अधिकरियों/कर्मचारियों को तैनात किया गया है। बाढ़ कंट्रोल रूम का दूरभाष संख्या 0542-2508550, 2504170, 9140037137 व 1077 है, कंट्रोल रूम का निरंतर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। कंट्रोल रूम द्वारा प्रत्येक 02 02 घण्टे पर गंगा नदी के जलस्तर प्राप्त का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान व समस्याओं के तत्काल निराकरण हेतु सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों का वाहटसऐप ग्रुप बनाया गया है। बाढ़ प्रभावित परिवारों को अब तक 862 बाढ़ राहत किट का वितरण किया गया है। अब तक 2384 कुंतल भूसा वितरित किया गया है। अब तक 42502 लंच पकेट, 3196 केला व 2677 पैकेट दूध का वितरण किया गया है। अब तक 824 ओ०आर०एस० पैकेट व 3267 क्लोरिन टैबलेट का वितरण किया गया है। बाढ़ राहत पुलिस प्रबंधन के लिए बाढ़ राहत शिविर में कोई अप्रिय घटना न हो इस हेतु पुलिस विभाग द्वारा 24X7 पुलिस की ड्यूटी लगायी गयी है, जिसमें 128 पुलिस अधिकारी व कार्मिक सम्मिलित हैं। पुलिस विभाग द्वारा 24 नावों के साथ 226 पुलिस कर्मियों द्वारा लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गश्त किया जा रहा है। 11 क्यू०आर०टी० द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चोरी आदी की घटनाओं को रोकने हेतु गश्त किया जा रहा है। ड्रोन के माध्यम से भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है। बाढ़ से जुड़ी अफवाहों को रोकने हेतु सोशल मीडिया सेल द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है। जर्जर भवनों में रह रहे नागरिकों को शिविर में स्थानांतरित किया जा रहा है। जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमण व निरीक्षण किया जा रहा है। निजी नाव संचालन पर पूर्ण प्रतिबन्ध किया गया है। जर्जर भवनों में रह रहे नागरिकों को शिविर में स्थानांतरित किया जा रहा है। बाढ़ के दृष्टिगत पुलिस कण्ट्रोल रूम को 24 घण्टे सक्रिय किया गया है। लाउडस्पीकर, पब्लिक अनाउंसमेंट द्वारा नागरिकों को सतर्क किया जा रहा है। KICCC माध्यम से घाटों पर निगरानी रखी जा रही है।


इस खबर को शेयर करें

Leave a Comment

8874


सबरंग