वाराणसी। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने मंगलवार को वाराणसी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आपदा राहत तैयारियों की समीक्षा हेतु विद्युत विभाग एवं नगर विकास विभाग के अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक की। बैठक में बाढ़ से निपटने की समग्र रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।मंत्री श्री शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा राहत कार्यों को ‘टीम भावना’ और ‘समन्वय की संस्कृति’ के साथ संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों में तेजी, और संवेदनशीलता अत्यंत आवश्यक है।
विद्युत आपूर्ति की समीक्षा व नगर निगम को सफाई अभियान तेज करने के निर्देश
बैठक के दौरान उन्होंने विशेष रूप से विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिजली की सतत निगरानी हो, तथा किसी भी आपात स्थिति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पहले से तैयार रखी जाए। ट्रांसफॉर्मर, बिजली के पोल पर सुरक्षात्मक उपाय पर विशेष ध्यान देते हुए कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में जैसे ही पानी कम हो विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से बहाल की जाए।
मंत्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आपदा की हर चुनौती से निपटने को पूरी तरह तैयार है। शासन का स्पष्ट निर्देश है कि हर नागरिक तक राहत, समय पर और संजीदगी से पहुँचे।
मंत्री एके शर्मा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र नगवा का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
मीटिंग के पूर्व मंत्री श्री शर्मा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र नगवा का स्थलीय निरीक्षण किया।उन्होंने प्रभावित लोगों की समस्याएं सुनी और जिला प्रशासन को सभी आवश्यक उपाय कदम उठाने के निर्देश दिए।
नगर विकास विभाग के मंत्री ए०के० शर्मा द्वारा आज देर शाम सर्किट हाउस में नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बाढ़ को लेकर समीक्षा बैठक की गयी। नगर विकास मंत्री के द्वारा निर्देशित किया गया कि बाढ़ का पानी कम होने के बाद तीव्र गति से बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों में कार्यवाही करते हुये सफाई करायी जाये तथा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया जाय। साथ ही उनके द्वारा निर्देशित किया गया कि जो क्षेत्र नीचले स्तर का है, वहॉ पर विशेष जल निकासी का कार्य करते हुये कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व साफ सफाई कराया जाय। महाप्रबन्धक जलकल को निर्देशित किया गया कि बाढ़ कम होने के बाद सीवर जाम की समस्या होगी, इसके लिये विशेष कार्ययोजना तत्काल तैयार कर लें, जिससे त्वरित गति से निस्तारण कराया जा सके। महाप्रबन्धक जलकल के द्वारा दो सुपर साकर मशीन और जेटिंग मशीन की उपलब्धता आवश्यक है। मंत्री के द्वारा महाप्रबन्धक जलकल को निर्देशित किया गया कि प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रेषित किया जाय, जिससे यह उपकरण वाराणसी को उपलब्ध कराया जा सके। साथ ही यदि किसी प्रकार की मशीनरी या मानव संसाधन की आवश्यकता हो तो उसे तुरंत शासन को अवगत कराया जाए, ताकि समय पर संसाधन उपलब्ध कराए जा सकें।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने आपदा राहत कार्यों की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी और प्रशासन द्वारा अब तक किए गए उपायों के बारे में अवगत कराया।
मंत्री के द्वारा बताया गया कि आई०जी०आर०एस० में वाराणसी नगर निगम से सम्बन्धित अधिकतर शिकायतें सीवर से सम्बन्धित है, ऐसे सभी शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराया जाय, जिससे वाराणसी की रैंकिंग में सुधार हो सके। बैठक में महापौर अशोक कुमार तिवारी, अपर नगर आयुक्त सविता यादव, संगम लाल, सुभाष सिंह, विनोद कुमार गुप्ता, सभी जोनल अधिकारी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा० एस०के० चौधरी, मुख्य अभियन्ता आर०के० सिंह, महाप्रबन्धक जलकल अनूप सिंह आदि उपस्थित थे।
">वाराणसी। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने मंगलवार को वाराणसी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आपदा राहत तैयारियों की समीक्षा हेतु विद्युत विभाग एवं नगर विकास विभाग के अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक की। बैठक में बाढ़ से निपटने की समग्र रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।मंत्री श्री शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा राहत कार्यों को ‘टीम भावना’ और ‘समन्वय की संस्कृति’ के साथ संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों में तेजी, और संवेदनशीलता अत्यंत आवश्यक है।
विद्युत आपूर्ति की समीक्षा व नगर निगम को सफाई अभियान तेज करने के निर्देश
बैठक के दौरान उन्होंने विशेष रूप से विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिजली की सतत निगरानी हो, तथा किसी भी आपात स्थिति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पहले से तैयार रखी जाए। ट्रांसफॉर्मर, बिजली के पोल पर सुरक्षात्मक उपाय पर विशेष ध्यान देते हुए कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में जैसे ही पानी कम हो विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से बहाल की जाए।
मंत्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आपदा की हर चुनौती से निपटने को पूरी तरह तैयार है। शासन का स्पष्ट निर्देश है कि हर नागरिक तक राहत, समय पर और संजीदगी से पहुँचे।
मंत्री एके शर्मा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र नगवा का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
मीटिंग के पूर्व मंत्री श्री शर्मा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र नगवा का स्थलीय निरीक्षण किया।उन्होंने प्रभावित लोगों की समस्याएं सुनी और जिला प्रशासन को सभी आवश्यक उपाय कदम उठाने के निर्देश दिए।
नगर विकास विभाग के मंत्री ए०के० शर्मा द्वारा आज देर शाम सर्किट हाउस में नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बाढ़ को लेकर समीक्षा बैठक की गयी। नगर विकास मंत्री के द्वारा निर्देशित किया गया कि बाढ़ का पानी कम होने के बाद तीव्र गति से बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों में कार्यवाही करते हुये सफाई करायी जाये तथा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया जाय। साथ ही उनके द्वारा निर्देशित किया गया कि जो क्षेत्र नीचले स्तर का है, वहॉ पर विशेष जल निकासी का कार्य करते हुये कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व साफ सफाई कराया जाय। महाप्रबन्धक जलकल को निर्देशित किया गया कि बाढ़ कम होने के बाद सीवर जाम की समस्या होगी, इसके लिये विशेष कार्ययोजना तत्काल तैयार कर लें, जिससे त्वरित गति से निस्तारण कराया जा सके। महाप्रबन्धक जलकल के द्वारा दो सुपर साकर मशीन और जेटिंग मशीन की उपलब्धता आवश्यक है। मंत्री के द्वारा महाप्रबन्धक जलकल को निर्देशित किया गया कि प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रेषित किया जाय, जिससे यह उपकरण वाराणसी को उपलब्ध कराया जा सके। साथ ही यदि किसी प्रकार की मशीनरी या मानव संसाधन की आवश्यकता हो तो उसे तुरंत शासन को अवगत कराया जाए, ताकि समय पर संसाधन उपलब्ध कराए जा सकें।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने आपदा राहत कार्यों की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी और प्रशासन द्वारा अब तक किए गए उपायों के बारे में अवगत कराया।
मंत्री के द्वारा बताया गया कि आई०जी०आर०एस० में वाराणसी नगर निगम से सम्बन्धित अधिकतर शिकायतें सीवर से सम्बन्धित है, ऐसे सभी शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराया जाय, जिससे वाराणसी की रैंकिंग में सुधार हो सके। बैठक में महापौर अशोक कुमार तिवारी, अपर नगर आयुक्त सविता यादव, संगम लाल, सुभाष सिंह, विनोद कुमार गुप्ता, सभी जोनल अधिकारी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा० एस०के० चौधरी, मुख्य अभियन्ता आर०के० सिंह, महाप्रबन्धक जलकल अनूप सिंह आदि उपस्थित थे।