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एपेक्स के कैंसर विशेषज्ञों द्वारा तंबाकू सेवन मुंह एवं गले के कैंसर का सबसे बड़ा कारण है



 26/Jul/25

एपेक्स हॉस्पिटल कैंसर इंस्टीट्यूट द्वारा विश्व हेड एंड नेक कैंसर दिवस के अवसर पर एपेक्स की निदेशिका क्लिनिकल ओंकोलोजिस्ट डॉ. अंकिता पटेल, डॉ. नेहा गुप्ता, डॉ. गौरव गोस्वामी, डॉ.सुबूही जाफ़र, डॉ. नयना गुप्ता, डॉ. दिबयेन्दु रॉय द्वारा एपेक्स नर्सिंग, फिजियोथेरेपी एवं पैरामेडिकल शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्यों एवं फैकल्टी की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर जागरूकता सत्र का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर विशेषज्ञों द्वारा मुह एवं गले के कैंसर के बढ़ते हुए मरीजों की संख्या को दर्शाते हुए बताया कि हेड एंड नेक कैंसर का इलाज संभव होता है यदि बीमारी का पता शुरुआती समय मे ही पता लग जाये और डॉक्टर द्वारा बताए गए समय के अंदर सम्पूर्ण इलाज करा लिया जाये। बीमारी के फैलने से पहले केवल सर्जरी अथवा सिंकाई द्वारा ही इलाज संभव है। अतः यदि मुह मे कोई छाला, या गले मे गांठ, निगलने मे कठिनाई, आवाज़ मे बदलाव आदि लगे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए, और बीमारी का कारण जानना चाहिए।

बचाव के बारे मे बताते हुए विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया कि पौष्टिक भोजन करना चाहिए और तम्बाकू, एल्कोहल जो मुहँ के कैंसर का का सबसे बड़ा कारण है आदि के सेवन से बचना चाहिए। एपेक्स के ऑनको रिहेब कंसल्टेंट डॉ दिबयेन्दु एवं उनकी टीम डॉ. प्रीति, दीपिका एवं शादिया द्वारा कैंसर उपचार के दौरान एवं बाद में होने वाले साइड इफेक्ट हेतु जरूरी रिहैब की जानकारी दी। ऑनको सर्जन डॉ. दीपक सिंह ने मरीज के मनोवैज्ञानिक पहलू को रखते हुए स्पष्ट किया कि बीमारी को खत्म करने के लिए पहले सर्जरी को महत्व देना चाहिए पुनर्निर्माण को बाद में।


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