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नितेश सिंह बबलू हत्याकांड में अग्रिम विवेचना का आदेश, बढ़ सकती है सफेदपोशों की मुश्किलें, सीबीसीआईडी फिर करेगी नए सिरे से जांच



 10/Jul/25

वाराणसी। सारनाथ थाने के हिस्ट्रीशीटर और बस संचालक नितेश सिंह बबलू की हत्या से जुड़े लोगों की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ेंगी। स्व नितेश के भाई अकलेश कुमार सिंह के दिए गए प्रार्थनापत्र पर सुनवाई करने के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मनीष कुमार की अदालत ने इस मामले में हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में सीबीसीआईडी के एएसपी को अग्रिम विवेचना का आदेश दिए हैं। साथ ही अदालत ने विवेचना दो माह के अंदर कराकर आख्या न्यायालय के समक्ष प्रेषित करने का आदेश भी दिया है। अदालत में अधिवक्ता अजय सिंह ने पैरवी की। इस हत्याकांड में पूर्वांचल के एक बाहुबली पूर्व सांसद, सत्ता पक्ष के विधायक और आजमगढ़ के सफेदपोश का नाम सामने आया था, लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ सकी थी।

⚡️शिवपुर सदर तहसील के सामने बुलेटप्रूफ एसयूवी में सवार होने के दौरान ही शूटरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर बबलू की हत्या कर दी थी। 5 साल से अधिक समय बीत चुका, लेकिन बबलू हत्याकांड में अब तक वाराणसी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद उनके भाई ने हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया। दरअसल, चंदौली के धानापुर थाना अंतर्गत ओदरा गांव के मूल निवासी नितेश सिंह बबलू सारनाथ के आशापुर में रहता था। बबलू के पिता वन विभाग से रेंजर पद से सेवानिवृत्त हैं। बबलू की वन विभाग में ठेकेदारी चलती थी। गाजीपुर-वाराणसी, सोनभद्र रूट पर सहेली नाम से बसें भी चलती थीं। वरुणा पार क्षेत्र में नितेश सिंह बबलू की हनक थी। साथ वह सारनाथ थाने के हिस्ट्रीशीटर भी थे। 

हत्याकांड का मुख्य शूटर डेढ़ साल बाद लखनऊ में हुआ था ढेर
30 सितंबर 2019 की दोपहर सदर तहसील से कामकाज निपटा कर नितेश अपने बुलेट प्रूफ वाहन में बैठने ही जा रहे थे कि तभी उन पर शूटर गिरधारी और उसके साथी शूटर ने अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी थी। नितेश को कुल छह गोलियां लगी थीं। इसके बाद दोनों बदमाश आसानी से भाग निकले थे।

अत्याधुनिक लाइसेंसी असलहे से लैस बबलू को शूटरों ने संभलने का नहीं दिया मौका

अत्याधुनिक लाइसेंसी असलहे से लैस रहने वाले बबलू को शूटरों ने संभलने का मौका तक नहीं दिया था। उस समय पुलिस की तफ्तीश में समाने आया था कि पूर्वांचल के एक पूर्व बाहुबली सांसद के करीबी चोलापुर के रहने वाले शूटर कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ डॉक्टर उर्फ गिरधारी ने ही अपने चार साथियों के साथ मिलकर बबलू के ऊपर अंधाधुंध फायरिंग की थी। नीतेश सिंह बबलू और मऊ के गोहना पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में मुख्य शूटर रहे गिरधारी 15 फरवरी 2021 को लखनऊ में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया था। गिरधारी पर वाराणसी पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित किया था।


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