संकट मोचन फाउंडेशन व मदर्स फार मदर के संयुक्त तत्वावधान में तुलसीघाट पर कार्यशाला आयोजित
वाराणासी संकट मोचन फाउंडेशन व मदर्स फार मदर के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को तुलसीघाट पर आयोजित कार्यशाला में विभिन्न विश्वविद्यालयों के 15 छात्र -छात्राओं ने गंगा जल के नमूनों को एकत्रित कर प्रयोगशाला में उसकी गुणवत्ता का परीक्षण कर उसको देखा। साथ ही गंगा प्रदूषण व उसके निवारण के लिए छात्र- छात्राओं की ओर से पूछे गए प्रश्नों का जवाब फाउंडेशन के विशेषज्ञों ने दिया।
इस अवसर पर फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो० विश्वम्भरनाथ मिश्र ने विविध आंकड़ों के माध्यम से गंगा में व्याप्त प्रदूषण की चर्चा की। उन्होंने कहा कि छात्र- छात्राएं गंगा में व्याप्त प्रदूषण के बारे में जानकारी प्राप्त करें। वे उसके निवारण के लिए खुद जागरूक हों और अन्य लोगों को भी जागरूक करें।
फाउंडेशन के निदेशक प्रो० एस० एन० उपाध्याय ने फाउंडेशन के बारे में बताते हुए स्वागत किया। प्रो० एन० के० दुबे ने फाउंडेशन की जल परीक्षण प्रयोगशाला की महत्ता पर प्रकाश डाला तो वही मदर्स फॉर मदर की अध्यक्ष आभा मिश्र ने संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। सरोजनी महापात्र ने संस्था की भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की।
कार्यशाला में पंजाब विश्वविद्यालय, एनआईटी दुर्गापुर, मदन मोहन मालवीय विश्वविद्यालय गोरखपुर, केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड आदि के छात्र- छात्राओं ने भाग लिया