किसान रथ का प्रयोग करके योजनाओं का किया जायेगा प्रचार-प्रसार
वाराणसी। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि उत्पादन आयुक्त दीपक कुमार, प्रमुख सचिव कृषि रवीन्द्र कुमार द्वारा सर्किट हाउस सभागार में वाराणसी, मिर्जापुर तथा आज़मगढ़ मंडल के मुख्य विकास अधिकारियों, कृषि तथा उद्यान विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में 29 मई से 12 जून तक संचालित होने वाले विकसित कृषि संकल्प अभियान के संबंध में वार्ता की गयी। निदेशक कृषि जितेंद्र तोमर द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि विकसित कृषि संकल्प अभियान कृषि कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
कृषि मंत्री द्वारा बताया गया कि इस अभियान में आईसीएआर, केवीके (कृषि विज्ञान केन्द्र) तथा कृषि समवर्ती विभाग के वैज्ञानिकों तथा अधिकारियों द्वारा किसानों की मौजूदगी में सभी न्याय पंचायतों के मध्य सहकारी समितियों, किसान विकास केंद्रों आदि पर आयोजित किये जायेंगे। अभियान का प्रमुख उद्देश्य खरीफ मौसम में आधुनिक तकनीक को प्राप्त करना ( लैब टू लैंड कार्यक्रम ) जिससे की कृषि उत्पादकता को बढावा दिया जा सके, सरकार की योजनाओं की पूरी जानकारी किसानों को मुहैय्या करायी जा सके। पूरे अभियान में कृषि तथा संबंधित विभाग जिसमें बागवानी, पशुपालन, उद्यान, सहकारिता तथा मत्स्य पालन विभाग की भी प्रमुख जिम्मेदारियां चिन्हित की गयी हैं।
अभियान प्रतिदिन तीन चरणों में संचालित होगा जिसमें सुबह 8 से 11, दोपहर 12 से 2 (जिसको किसी छाया में आयोजित किया जायेगा) तथा शाम में 3 से 6 बजे तक आयोजित होगा। अभियान में किसानों को मृदा स्वास्थ्य बनाये रखने, स्वायल टेस्टिंग के आधार पर उर्वरक का प्रयोग, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने तथा रसायन के दुरूपयोग को रोकने, किसानों का प्रशिक्षण, जल प्रबंधन पर विशेष जोर, किसानों को अनुसंधान से जोड़ने, किसानों के फीडबैक शामिल करते हुए कुलमिलाकर उन्नत खेती पर जोर देना है। किसान रथ का प्रयोग करके योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जायेगा तथा किसानों को विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण भी कराया जायेगा। अभियान के उद्देश्य में दलहन, तिलहन की उत्पादकता को बढ़ाने के साथ कृषि क्षेत्र की चुनौतियों को भी समझना है।
अभियान में अच्छे वैज्ञानिकों को जोड़ा जायेगा ताकि ज्यादे लोगों को लाभ मिलना सुनिश्चित हो सके। कार्यक्रम में लेखपालों की मदद से फार्मर रजिस्ट्री तथा पीएम किसान सम्मान निधि से वंचित लोगों को भी जोड़ना है। फसल आच्छादन जो 77 प्रतिशत है उसको बढ़ाना, अगले तीन साल में उत्तर प्रदेश की कृषि उत्पादकता को 50% तक बढ़ाना तथा कृषि में निवेश को आकर्षित करना है।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कृषि तथा अन्य क्षेत्रों में बैंकों से मिलने वाले कर्ज की समीक्षा की। उन्होंने सीडी रेशियो बढ़ाने की दिशा में सभी संभव प्रयास करने को कहा। सरकार द्वारा इस बार सीडी रेशियो का टार्गेट 67% है जिसपर सभी जिलों को मिलकर काम करना होगा।
बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त दीपक कुमार, प्रमुख सचिव कृषि रविंद्र, वाराणसी मंडलायुक्त एस. राजलिंगम, मंडलायुक्त आजमगढ़ विवेक, जिलाधिकारी वाराणसी सत्येंद्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल समेत मंडल के सभी जिलों के मुख्य विकास अधिकारी, कृषि तथा समवर्ती विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।