वाराणसी के जुझारू छात्र नेता व हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष व उपाध्यक्ष तथा भारतेंदु अकादमी के उपाध्यक्ष एवं अधिवक्ता सुनील श्रीवास्तव "कक्कू" कोरोना से सीधी जंग में 11 दिनों में हार और सदा के लिए इस दुनियां से अलविदा कह दिया।
कोरोना संक्रमण की जद में आये सुनील श्रीवास्तव 21 जून को बीएचयू के कोविड वार्ड में भर्ती हुए, जहां चिकित्सकों के अथक प्रयास के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका और 30 जून की रात्रि लगभग 9 बजे उनके दिल की धड़कन सदा के लिए थम गई।
बताते चलें कि वाराणसी के चिरईगांव निवासी 49 वर्षीय सुनील श्रीवास्तव अपने पीछे 9 वर्षीय जुड़वा एक बेटा व बेटी तथा पत्नी को छोड़कर गए हैं। उनके आकस्मिक निधन से पूरे परिवार के सामने मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा है।
भारतेंदु अकादमी के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी अपने साथी की मौत के लिए बीएचयू के इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
सुनील श्रीवास्तव के आकस्मिक निधन पर उनके सबसे करीबी साथी व भारतेंदु अकादमी के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी व हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष ने क्लाउन टाइम्स के माध्यम से अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहां थी ईश्वर मृत आत्मा को शांति प्रदान करें तथा उनके परिवार को इस दु:ख की घड़ी को सहने की शक्ति प्रदान करें, साथ ही उन्होंने अपने साथी की मौत के लिए इलाज में लापरवाही का भी आरोप लगाया।