डैलिम्स सनबीम ग्रुप ऑफ स्कूल्स रोहनियाँ के मल्टीपरपज हॉल में 19 मई 2025 को "अचीवर्स 2024-2025" सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और शैक्षणिक उत्कृष्टता को सराहाना देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
स्कूल के परम्परा अनुसार सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ डैलिम्स सनबीम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप बाबा मधोक एवं निदेशिका श्रीमती पूजा मधोक, अतिरिक्त निदेशक श्री माहिर मधोक अन्य गणमान्य लोग विद्यालय संस्थापक द्वय डॉ. अमृतलाल इशरत एवं मैडम दीश इशरत के तैल-चित्र पर माल्यार्पण कर दीप-प्रज्ज्वलन के साथ किया। इसके बाद रोहनियाँ शाखा के छात्रों ने स्वागत गीत और स्कूल रुद्राक्ष-बैंड के माध्यम से अतिथियों का अभिनंदन किया।
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती गुरमीत कौर ने उपस्थित सभी का स्वागत करते हुए कहा कि यह पुरस्कार सिर्फ छात्रों को नहीं, बल्कि उनके माता-पिता और शिक्षकों का भी हैं, जिन्होंने मिलकर इस सफलता की नींव रखी।" प्राचार्या द्वारा दिए गए स्वागत भाषण के पश्चात सिगरा शाखा के विद्यार्थियों ने एक मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया।
संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप बाबा मधोक ने छात्रों को निरंतर प्रयास और आत्मविकास के लिए प्रेरित करते एवं बधाई देते हुए कहा कि यह अवसर विद्यालय के लिए अत्यंत ही सम्मानजनक है । साथ में बताया कि सफलता केवल लक्ष्य प्राप्त करने में नहीं, बल्कि उस यात्रा में है जिसमें आप लगातार सीखते हैं। "हर उपलब्धि आत्मविश्वास, अनुशासन और मार्गदर्शन की देन होती है। आज हमारे विद्यार्थियों ने जो ऊँचाइयाँ छुई हैं, वे भविष्य की मजबूत नींव हैं।"
डैलिम्स सनबीम ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स ने एक बार फिर उत्कृष्ट शैक्षणिक परिणामों के साथ अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है। विद्यालय के कक्षा 12 और कक्षा 10 के विद्यार्थियों ने बोर्ड परीक्षाओं में अद्वितीय प्रदर्शन करते हुए विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया है।
जिसमें कक्षा 12वीं कुल पास प्रतिशतः 99%, जो विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता और समर्पित शिक्षण का प्रमाण है।
47 छात्रों ने 90% से अधिक अंक प्राप्त किए।
145 छात्रों ने 80% और उससे अधिक अंक प्राप्त किए।
30 छात्रों ने विभिन्न विषयों में पूर्णांक (100/100) प्राप्त कर विद्यालय की शैक्षणिक श्रेष्ठता को दर्शाया।
विद्यालय की टॉपर यशस्वी राय (मानविकी संकाय) ने 99% अंकों के साथ न केवल विद्यालय में प्रथम स्थान
प्राप्त किया, बल्कि राज्य के शीर्ष 10 विद्यार्थियों में भी अपना स्थान बनाया।
इसी क्रम में अन्य संकायों के टॉपर्स-
विज्ञान (PBC): वैश्नवी वर्मा - 97%
विज्ञान (PMC): हिमांग पारितोष बाबरवाल - 96.4%
वाणिज्यः सृष्टि सिंह - 96.2%
कक्षा 10 के विद्यार्थियों का 100% पास प्रतिशत परीक्षाफल रहा, जो विद्यालय की केंद्रित शिक्षण रणनीति और मार्गदर्शन का प्रतिफल है।
कक्षा 10वी के 46 छात्रों ने 90% से अधिक अंक प्राप्त किए।
112 छात्रों ने 80% और उससे अधिक अंक प्राप्त किए।
15 छात्रों ने विभिन्न विषयों में 100/100 अंक प्राप्त किए।
विद्यालय के टॉपर उत्कर्ष सिंह ने 98.4% अंकों के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
निदेशिका पूजा मधोक ने कहा, हमारे छात्र केवल अच्छे अंक ही नहीं, बल्कि उच्च नैतिकता और विचारशीलता के प्रतीक हैं।"
"हमारा उद्देश्य केवल परीक्षा में अच्छे अंक लाना नहीं, बल्कि जिम्मेदार और संवेदनशील नागरिक तैयार करना है। इसके पश्चात रामकटोरा शाखा की एक और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति हुई।
अतिरिक्त निदेशक माहिर मधोक ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा, "तकनीक और नवाचार के इस युग में शिक्षा को जीवन कौशलों से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है, और हमारे विद्यार्थी इसी दिशा में अग्रसर हैं।" इस शुभ घड़ी में विद्यालय के को-ऑर्डिनेटर, शिक्षकगण एवं अभिभावक उपस्थित रहे।
संस्था के डीन ऑफ एकेडमिक सुभोदीप डे ने कहा, "हमारे विद्यार्थियों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि मेहनत और निरंतर प्रयास से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।" उन्होंने बताया कि हमारे जीवन में पुरस्कार एव सम्मान प्राप्त करना एक अवसर होता है, जो हमारे परिश्रम और प्रतिभा के माध्यम से हमें अन्य लोगों से विशेष बनाने का अवसर प्रदान करता है।
तदुपरांत डैलिम्स ग्लोबल स्कूल रामकटोरा की प्रिंसिपल दीपेंद्र वर्मा ने प्रेरित करते हुए कहा कि "हमेशा दृढ़ता के महत्व को याद रखें। जब भी आप असफलताओं का सामना करते हैं, तो अपने लक्ष्यों को ध्यान में रखें और आगे बढ़ते रहें"।
सिगरा की प्रिंसिपल प्रतिभा त्रिवेदी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया, जिसमें उन्होंने सभी अभिभावकों को धन्यवाद दिया और सभी की कड़ी मेहनत को समान रूप से स्वीकार किया ।
अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। पूरे कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और अतिथियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी ने इसे एक अविस्मरणीय अवसर बना दिया।