केशरीपुर, लोहता, वाराणसी, 11 मार्च 2025: केंद्रीय रेशम बोर्ड (CSB), वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा लोहता क्लस्टर, वाराणसी में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उस गाँव में आयोजित किया गया जहाँ वर्तमान में समर्थ प्रशिक्षण के तहत रेशम बुनाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य CSB, CSTRI और इसके क्षेत्रीय कार्यालय RSTRS वाराणसी द्वारा चलाई जा रही विभिन्न पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और बुनाई क्षेत्र में हो रही नवीनतम प्रगति को उजागर करना था।
कार्यक्रम के दौरान बुनाई क्षेत्र में नवीनतम तकनीकी प्रगति, परीक्षण सुविधाओं और सिल्क मार्क ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (SMOI) से संबंधित महत्वपूर्ण चर्चा हुई। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण भारत में बाइवल्टाइन उच्च श्रेणी के कच्चे रेशम के उत्पादन को बढ़ाने के प्रयासों पर केंद्रित था, जिससे बुनाई में उपयोग किए जाने वाले रेशम की गुणवत्ता में सुधार होगा और चीन तथा वियतनाम से आयातित रेशम पर निर्भरता कम होगी।
यह जागरूकता कार्यक्रम रेशम उद्योग के हितधारकों, अधिकारियों और स्थानीय उद्यमियों के बीच संवाद का एक प्रभावी मंच बना, जिससे कौशल विकास, उत्पादकता वृद्धि और टिकाऊ रेशम उत्पादन पर ज्ञान साझा करने का अवसर मिला।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय रेशम बोर्ड, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार के अधिकारी श्री नितिन कुमार, वैज्ञानिक-बी एवं प्रभारी, क्षे.रे.प्रौ.अ.के, वाराणसी; श्री अमृत लायक, वैज्ञानिक-बी; श्री दया शंकर, वरिष्ठ तकनीकी सहायक (STA); श्री नित्यानंद, STA; और श्री विशाल कुमार, संगीता सिल्क क्रिएशन्स के प्रोपराइटर उपस्थित रहे। उनकी उपस्थिति ने स्वदेशी रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने, बुनकरों को सशक्त बनाने और भारत के रेशम उद्योग को मजबूत करने के लिए केंद्रीय रेशम बोर्ड की प्रतिबद्धता को और अधिक सुदृढ़ किया।