वाराणसी। डैलिम्स सनबीम ग्रुप ऑफ स्कूल्स रोहनियाँ, वाराणसी के सभागार में कक्षा बारहवीं के छात्रों के उज्ज्वल एवं सुखद भविष्य की कामना के संदेश एवं अनेकानेक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भावभीनी विदाई समारोह 'एस्पायर 2025' का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप बाबा मधोक, निदेशिका श्रीमती पूजा मधोक, अतिरिक्त निदेशक माहिर गधोक, डीन ऑफ एकेडमिक सुभोदीप से तथा विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती गुरमीत कौर ने सामूहिक रूप से संस्था के संस्थापक द्वय डॉ० अमृत लाल इशरत एवं मैडम दीश इशरत के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत प्रधानाचार्या एवं ग्यारहवीं के विद्यार्थियों द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट करके किया गया। तदोपरान्त ग्यारहवीं के छात्रों ने स्वागत गीत की मधुर प्रस्तुति के माध्यम से अतिथियों तथा बारहवीं के छात्रों का अभिनन्दन किया। इसी के साथ रॉकबैंड की धमाकेदार प्रस्तुति पर सभागार में उपस्थित लोग झूम उठे। कनिष्ठ छात्रों द्वारा अपने ज्येष्ठ छात्रों के लिए इरा बार विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें छात्रों के केजी कक्षाओं से लेकर मीडिल एवं सीनियर कक्षाओं की खट्टे-मीठे, सुनहरे और यादगार पलों को अनेक सांस्कृतिक नृत्य-संगीत से भरपूर कार्यक्रमों की प्रस्तुति कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सर्वप्रथम नन्हें-मुन्ने बच्चों ने "इत्ती सी हंसी, इत्ती सी खुशी, इत्ती सी मुखड़ा चाँद का गीत पर नृत्य कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया तो ग्यारहवी के छात्रों द्वारा गीत "यही उमर है कर ले गलती से मिस्टेक" प्रस्तुत नृत्य ने सभी को झूमने के लिए विवश कर दिया। विदाई की इस शुभ घड़ी पर संस्था के अध्यक्ष डॉ० प्रदीप बाबा गधोक ने अपने उत्प्रेरक भाषण में बारहवीं के छात्रों को आगामी परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि विदाई जीवन का वह भावुक क्षण होता है, जिसमें दुख एवं प्रसन्नता दोनों होती है। आज हम सभी इसी क्षण का अनुभव कर रहें हैं परन्तु खुशी की बात है कि हमारे बच्चें सुनहरे भविष्य के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
इसी क्रम में निर्देशिका श्रीमती पूजा मधोक ने छात्रों से कहा कि आप सभी लोग अपना लक्ष्य निर्धारण करके एकाग्रता पूर्वक आगे बढ़ें, तो ऐसी कोई मंजिल नहीं है, जिसे प्राप्त नहीं की जा सकती। विद्यार्थी जीवन वह स्वर्णिम अवसर है, जो दोबारा नहीं मिलता। अतः विद्यार्थियों को इसका सदुपयोग कर आगामी चुनौतियों के लिए जुट जाना होगा। इस अवसर पर संस्था के अतिरिक्त निदेशक श्री गाहिर मधोक ने छात्रों के विदाई समारोह पर भावुक होते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि आप भविष्य में चाहे जिरा क्षेत्र का चुनाव करें, अपनी मेहनत, ईमानदारी और कर्मठता से अपनी पहचान बनाएँ।
इस अवसर पर बारहवीं के छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक एवं अन्य क्षेत्रों में प्रतिभा एवं प्रदर्शन के आधार पर श्रेणियों के अन्तर्गत सर्वश्रेष्ठ छात्र नेता, वक्ता, डांसर, अध्ययनशील, खेल कौशल, सर्वाधिक रचनात्मक कार्य, तकनीकि ज्ञान इत्यादि विशेष उपाधियों से नवाजा गया एवं छात्र-छात्राओं को आकर्षक उपहार देकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व बारहवीं के उन छात्रों को भी प्रमाण-पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया गया, जो डेलिम्स सनबीम रोहनियों में नर्सरी कक्षा से ही पढ़ते आ रहे हैं।
तत्पश्चात स्कूल के हेड ब्वॉय एवं हेड गर्ल द्वारा स्कूल ट्रॉफी एवं ध्वज वाइस हेड ब्वॉय एवं वाइस हेड गर्ल को सौंपा गया। कार्यक्रम के मध्य में संस्था के डीन ऑफ एकेडगिक श्री सुमोदिप डे ने छात्रों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि वर्तमान समय के हर क्षेत्र में, हर कदम पर अनेकानेक चुनौतियों हैं। अतः आप सभी को समझदारी, साहस और धैर्थ के साथ उनका सामना करते हुए अपने कैरियर का चयन करना होगा। हम सभी की शुभकामनाएँ सदैव आप सभी के साथ हैं।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रैम्प शो के साथ मास्टर फेयरवेल एवं मिस फेयरवेल का चुनाव रहा। इसके लिए विशेष रूप से चयनित छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इन प्रतिभागियों का व्यक्तित्व शैक्षणिक-बौद्धता, सामाजिकता, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पहलुओं पर आधारित ज्ञान परिक्षण किया गया। इसके बाद सर्वसम्मति से मास्टर फेयरवेल एवं मिंस फेयरवेल का चयन किया गया। मास्टर फेयरवेल इशु गौतम महोदय ने उपहार के साथ सैश पहनाकर एवं निदेशिका महोदया ने मिस फेयरवेल को संस्था के अध्यक्ष अनन्या सिंह को उपहार के साथ क्राउन पहनाकर सम्मानित किया। सभागार में उपस्थित छात्रों ने विजयी प्रतिभागियों का करतल ध्वनि से उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम के अन्ना में विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती गुरमीत कौर ने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही बच्चों को जीवन में अनुशासित रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि आप सभी अपने जीवन की सभी परीक्षाओं में सफलता की बुलन्दियों को छूते हुए सदैव आगे बढ़ें। यही हम सभी की अभिलाषा एवं ईश्वर से प्रार्थना है। विद्यालय के उपस्थित विषयाध्यापकों ने छात्रों की सफलता हेतु मूल मंत्र दिये।