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संवेदनशील और मानवीय मूल्यों व सही सोच के साथ युवा बनेंगे पुलिस के ब्राण्ड अंबेसडर



 03/Jan/25

कार्यालय अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध कमिश्नरेट वाराणसी

आशीष गुप्ता, पुलिस महानिदेशक, नियम एवं ग्रन्थ, .प्र., लखनऊ द्वारा कमिश्नरेट वाराणसी में प्रचलित Students Police Experiential Learning (SPEL) कार्यक्रम के द्वितीय चरण की प्रगति की समीक्षा की गयी । भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के निर्देशन में चलाये जा रहे 30 दिवसीय Student Police Experiential Learning (SPEL) Programme के अन्तर्गत कमिश्नरेट वाराणसी के कुल 09 थानों पर 30 दिवसीय अनुभवात्मक सिखलायी Experiential Learning कार्यक्रम  20 दिसम्‍बर  2024  को मोहित अग्रवाल पुलिस आयुक्त महोदय के निर्देशन में SPEL कार्यक्रम की जनपदीय नोडल अधिकारी ममता रानी, अपर पुलिस उपायुक्त, महिला अपराध, कमिश्नरेट वाराणसी द्वारा शुभारम्भ किया गया ।

छात्र / छात्राओं की परीक्षाओं के दृष्टिगत प्रचलित कार्यक्रम को माह फरवरी, 2025 के अंत तक पूर्ण करने के निर्देश प्राप्त हैं । यह कार्यक्रम इस उद्देश्य से कराया जा रहा है कि छात्र / छात्राओं की संज्ञानात्मक (Cognitive) व लोक कौशल (People Skill) में सुधार हो और साथ ही साथ वे कानून व आपराधिक प्रक्रिया, आपराधिक अनुसंधान, यातायात नियत्रंण, साइबर क्राइम, मानव तस्करी, कानून-व्यवस्था इत्यादि जैसे विषयों पर प्रशिक्षण इन्टर्न के रूप में प्राप्त कर सके। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत कुल 120 घण्टों की सिखलाई, प्रत्येक दिन 04 घण्टे के आधार पर 30 दिवस में पूर्ण करायी जायेगी।

3 जनवरी को 2025 को यातायात सभागार कमिश्नरेट वाराणसी में Student Police Experiential Learning (SPEL)  कार्यक्रम के द्वितीय चरण की प्रगति की समीक्षा आशीष गुप्ता, पुलिस महानिदेशक, नियम एवं ग्रन्थ,उ.प्र.,लखनऊ द्वारा की गयी, तथा छात्र / छात्राओं, थानों के नोडल अधिकारियों से SPEL कार्यक्रम के विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी तथा बताया गया कि यह कार्यक्रम युवाओं को जागरूक नागरिक बनने हेतु प्रेरित करेगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत थानों में अलग-अलग प्रकार के काम कैसे किए जाते हैं, इसके बारे में छात्र / छात्राओं से चर्चा की गयी तथा छात्रों को पुलिस आचार संहिता और पुलिस स्टेशन के दैनिक कामकाज के बारे में अनुभव प्रदान करने के साथ ही छात्रों को बेहतर नागरिक बनाने और साथ ही उन्हें नशीली दवाओं के दुरुपयोग व दुष्प्रभावों से बचने, नियमित रूप से उपयोग किए जाने वाले कानूनों के अलावा, महिलाओं और बच्चों और साइबर अपराधों पर आधारित कानूनों पर चर्चा की गयी तथा बताया गया कि युवाओं में संवेदनशीलता को बढ़ाने के लिए उन्हें अनाथ आश्रम, वृद्धाश्रम, नशा उन्मूलन केन्द्र, किशोर गृह जैसी जगहों पर भी ले जाया जाएगा, इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य यह है कि जिन वॉलिंटियर्स को इस योजना के लिए चुना गया है वह एक अच्छे और जागरूक नागरिक बनें, वह समाज में जब जाएं तो लोगों की मदद कर सकें और पुलिस विभाग के बारे में उन्हें भी जानकारी दे सकें। महिलाओं के प्रति लोगों को अपनी मानसिकता / सोच बदलने की आवश्यकता है क्योंकि अच्छा व्यक्ति ही अच्छे समाज का निर्माण करता है, जितने अच्छे आप होगें उतना ही बेहतर समाज का निर्माण करेंगे । SPEL कार्यक्रम के अन्तर्गत छात्र / छात्राओं को न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली बल्कि पुलिस किन परिस्थितियों / चुनौतियों व तनाव में होते हुए भी टाइम मैनेजमेंट के साथ अपनी ड्यूटी व जनता से अच्छा व्यवहार करती है, उनकी समस्याओं को सुनती है / निराकरण करती है। इससे छात्र / छात्राओं को कठिन परिस्थितियों में संयमित व्यवहार करने की प्रेरणा लेने की आवश्यकता है । यह कार्यक्रम छात्र / छात्राओ के अंदर की प्रतिभा को और निखारने तथा पुलिस की स्थिति परिस्थिति को समझने में मदद करेगा । इस दौरान छात्र / छात्राओं द्वारा पुलिस महानिदेशक महोदय के समक्ष अपने अनुभव भी साझा किया गया।

कार्यक्रम के दौरान चन्द्रकांत मीणा, पुलिस उपायुक्त जोन वरुणा द्वारा उपस्थित छात्र / छात्राओं को कम्यूनिटी पुलिसिंग तथा महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा से सम्बन्धित हेल्प लाइन नंबरों-1090,181,112,1098, साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर 1930 के बारे में बताया गया तथा पुलिस महानिदेशक, नियम एवं ग्रन्थ महोदय को आश्वासन दिया गया कि इस कार्यक्रम का नियमित पर्यवेक्षण के साथ ही सफलतापूर्वक संचालन किया जायेगा ।

कार्यक्रम के दौरान ममता रानी, अपर पुलिस उपायुक्त, महिला अपराध / जनपदीय नोडल अधिकारी (SPEL कार्यक्रम), कमिश्नरेट वाराणसी द्वारा पुलिस महानिदेशक का आभार व्यक्त किया गया तथा महोदय के निर्देशों के अनुरुप कमिश्नरेट वाराणसी में SPEL कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु समस्त थानों के नोडल अधिकारियों / छात्र-छात्राओं को पूर्ण मनोयोग से कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया।

कार्यक्रम की समाप्ति पर चन्द्रकांत मीणा, पुलिस उपायुक्त जोन वरुणा व ममता रानी, अपर पुलिस उपायुक्त,महिला अपराध द्वारा आशीष गुप्ता पुलिस महानिदेशक, नियम एवं ग्रन्थ,उ.प्र., लखनऊ महोदय को सम्मान चिन्ह / प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया ।

कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारीगण / पदाधिकारीगण

1. चन्द्रकांत मीणा, पुलिस उपायुक्त, जोन वरुणा कमिश्नरेट वाराणसी ।

2. श्रीमती ममता रानी, अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध / जनपदीय नोडल अधिकारी SPEL कार्यक्रम) कमिश्नरेट वाराणसी ।

3. ईशांत सोनी, सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली / लाइन्स,कमिश्नरेट वाराणसी।

4. सुश्री नताशा गोयल, सहायक पुलिस आयुक्त, कमिश्नरेट वाराणसी।

5. डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी, सहायक पुलिस आय़ुक्त सारनाथ, कमिश्नरेट वाराणसी।

6. विदुष सक्सेना, सहायक पुलिस आयुक्त कैण्ट, कमिश्नरेट वाराणसी ।

7. गौरव कुमार, सहायक पुलिस आयुक्त मुख्यालय, कमिश्नरेट वाराणसी ।

8. धनन्जय मिश्रा, सहायक पुलिस आयुक्त भेलूपुर, कमिश्नरेट वाराणसी।

9. संजीव कुमार शर्मा, सहायक पुलिस आयुक्त रोहनिया, कमिश्नरेट वाराणसी।

10. रविन्द्र कुमार गौतम,प्रोफेसर(NSS कोआरर्डिनेटर) वाराणसी।

11. राजेन्द्र प्रसाद यादव,असि. प्रोफेसर(NSS नोडल अधिकारी) वाराणसी तथा सम्बन्धित 09 थानों के उ.नि / नोडल अधि. व उपस्थित अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण।

12. SPEL-2.0 कार्यक्रम के समस्त प्रतिभागी छात्र / छात्राएं उपस्थित रहे।

 


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