एक दिन जब मौत की शहजादी आएगी न सोना काम आएगा न चांदी काम आएगी। उपरोक्त उदगार पार्श्वप्रभु की शोभा यात्रा में शामिल महिलाओं ने भजन की प्रस्तुति कर उपस्थित जन समुदाय को मंत्र मुग्ध कर दिया । जैन धर्म के 23वे तीर्थंकर भगवान प्राश्वनाथ के जन्मोत्सव के अवसर पर ग्वाल दास साहू लेन पंचायती जैन मंदिर से भगवान पार्श्व नाथ की प्रतिमा को चांदी की नालकी में विराजमान कर चौक पर स्थित विशाल चांदी के गजरथ पर भगवान को पुनः विराजमान कर बड़े धूम धाम से बांसफाटक,गोदौलिया,
मदनपुरा होते हुए भेलूपुर स्थित जन्म स्थली पर प्रभु की शोभा यात्रा पहुंच कर समाप्त हो गई। तत्पश्चात पंच द्रव्य से विश्व शांति हेतु प्रभु पार्श्व नाथ का पूजन अभिषेक सम्पन्न हुआ। श्री आर के रावत डिप्टी डायरेक्टर पर्यटन विभाग वाराणसी ने हरी झंडी दिखला कर शोभा यात्रा का शुभारंभ किया। भेलूपुर जैन मंदिर पर शोभा यात्रा पहुंचने पर श्री रवींद्र जायसवाल राज्य मंत्री स्टांप और पंजीयन स्वतंत्र प्रभार ने शोभा यात्रा का स्वागत किया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह समाज अध्यक्ष श्री आर सी जैन ने दिया।शोभा यात्रा का कुशल संचालन संयोजक श्री राकेश जैन ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रधान मंत्री श्री प्रदीप जैन और समाज मंत्री श्री विनोद जैन द्वारा दिया गया। शोभा यात्रा में प्रमोद बागड़ा ,राजेश भूषण जैन, पवन जैन,सौरभ जैन ,उपाध्यक्ष संजय जैन, उपाध्यक्ष डॉ के के जैन ,विनय जैन श्रुति जैन,शोभा जैन,आशा जैन,प्रमिला सामरिया इत्यादि प्रमुख लोग उपस्थित थे। राकेश जैन संयोजक उपाध्यक्ष दिगम्बर जैन समाज काशी।