कार पर लगाया प्रयागराज के वाहन का फर्जी नंबर, मिर्जापुर की तरफ भागे हैं बदमाश
वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र के कमच्छा तिराहे के पास रविवार की अलसुबह बदमाशों ने एक वारदात को अंजाम दे दिया। बदमाशों ने स्कूटी सवार बाप-बेटे को गोली मार कर 131 ग्राम सोने का हार लूट लिया। हार की कीमत करीब दस लाख रुपये बताई गई है। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश सफेद रंग की कार से भेलूपुर, लंका, रामनगर होते हुए तेजी से मिर्जापुर की ओर निकल गए। कार पर प्रयागराज के वाहन का नंबर लगा था। वारदात की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने घायल बाप-बेटे को बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। दोनों की हालत स्थिर बताई गई है। फर्म के मालिक राजकपूर गुप्ता के भतीजे उज्ज्वल गुप्ता के ऑर्डर पर गोविंदपुरा स्थित उनकी दुकान के लिए 131 ग्राम सोने का हार मुंबई से लेकर आए थे। महानगरी ट्रेन से रविवार की अलसुबह 3:45 बजे कैंट स्टेशन पर उतरे। स्टेशन पर बेटा आर्यन सोनी (18) मिला और उसकी स्कूटी पर सवार होकर घर के लिए निकल पड़े।
दीपक ने बताया कि कमच्छा तिराहे के पास पहुंचे थे कि पीछे से कार आई और उनकी स्कूटी को ओवरटेक करते हुए अचानक सामने खड़ी हो गई। इस वजह से असंतुलित होकर वह और उनका बेटा सड़क पर गिर पड़े। इस पर कार सवार तीन बदमाश नीचे उतरे और दोनों को लात-घूसों से मार कर बैग छीनने लगे। बैग छीनने में सफल नहीं हुए तो बदमाश उनके बेटे को कार में जबरन बैठाने लगे। उन्होंने एक हाथ में बैग पकड़ रखा था और दूसरे हाथ से बेटे को कार से बाहर खींच रहे थे।
छीनाझपटी के बीच ही एक बदमाश ने एक राउंड हवाई फायरिंग की, फिर उनके बेटे के बाएं पैर पर गोली मार दी। उन्होंने बेटे को बचाने का प्रयास किया तो एक अन्य बदमाश ने उनकी कमर पर गोली मार दी। फिर सभी हार वाला बैग छीन कर कार से भाग निकले। वारदात की सूचना पाकर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल के साथ घटनास्थल और फिर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। उन्होंने दीपक सोनी से वारदात की जानकारी ली।
बताते चलें कि घटनास्थल से चंद कदम की दूरी पर पुलिस पिकेट थी। मगर, वारदात के दौरान पुलिस कर्मी मौजूद नहीं थे। पुलिस आयुक्त ने आपराधिक घटनाओं पर अंकुश न लगा पाने के कारण भेलूपुर थानाध्यक्ष विजय कुमार शुक्ला को निलंबित कर दिया है साथ ही साइबर क्राइम थाना प्रभारी रहे विजय नारायण मिश्र को भेलूपुर थाने का नया थानाध्यक्ष तैनात किया है।
जांच में जुटी पुलिस चौक और खोजवा क्षेत्र की संदिग्ध गतिविधियों वाले छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटनास्थल से पुलिस को तीन खोखे मिले हैं। वारदात में .32 बोर की पिस्टल का इस्तेमाल हुआ है। पुलिस की जांच में कार का वाहन नंबर फर्जी निकला है। खोजवा नई बाजार निवासी दीपक सोनी ने बताया कि वह मुंबई स्थित आभूषण की एक फर्म के लिए काम करते हैं।
अर्दली बाजार निवासी राजकपूर गुप्ता की मुंबई में आभूषण की फर्म है। उनके चार भाइयों की बनारस में आभूषण की दुकान है। दीपक ने बताया कि वह लगभग 20 साल से राजकपूर के लिए काम करते हैं। मौजूदा समय में उन्हें लगभग 20 हजार रुपये तनख्वाह मिलती है। उन्हें बनारस के आभूषण व्यवसायी डिजाइन बताते हैं। डिजाइन के आधार पर राजकपूर की फर्म से गहने लाकर सप्लाई करते हैं। राजकपूर के भाई राजेश के बेटे उज्ज्वल की टकटकपुर और गोविंदपुरा में दुकान है। उज्ज्वल ने एक हार की डिजाइन बताई थी। उसी हार को वह मुंबई से लेकर आए थे।
दीपक और उनके बेटे को गोली मार कर हार लूटने की वारदात में उनके किसी करीबी की सटीक मुखबिरी काम आई है। करीबी को यह पता था कि दीपक किस ट्रेन से और कब आएंगे। फिर अपने बेटे के साथ ही स्कूटी से घर जाएंगे। शुरुआती पड़ताल में सामने आए तथ्यों के आधार पर पुलिस यह मान रही है कि बदमाश कैंट स्टेशन से ही दीपक की स्कूटी के पीछे लग गए थे। कमच्छा तिराहे के पास सुनसान स्थान देख कर बदमाशों ने उन्हें रोक कर वारदात को अंजाम दिया। वह करीबी कौन है, उसे चिह्नित करने के लिए पुलिस सीसी फुटेज के साथ ही सर्विलांस की मदद भी ले रही है।
बेटे और पति को गोली मारे जाने की सूचना पाकर दीपक की पत्नी शकुंतला रोते-बिलखते हुए ट्रॉमा सेंटर पहुंचीं। परिजनों और पुलिस अफसरों ने उन्हें ढाढ़स बंधाया। बीएचयू के डॉक्टरों ने बताया कि आर्यन को लगी गोली शरीर से बाहर निकल गई है। दीपक को मारी गई गोली उनकी कमर में फंसी थी। रविवार की देर शाम ऑपरेशन करके गोली निकाली गई। परिजनों ने बताया कि आर्यन पढ़ाई के साथ ही अपने पिता के काम में भी हाथ बंटाता है।