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तुलसी विद्या निकेतन का वार्षिकोत्सव "प्रवाह" 2024 में गायन वादन व नृत्य की त्रिवेणी में झूमे दर्शक



 23/Dec/24

वाराणासी : श्री गोस्वामी तलसीदास एजुकेशनल सोसाइटी के अंतर्गत संचालित नगवां स्थित तुलसी विद्या निकेतन के वार्षिकोत्सव प्रवाह 2024 में विद्यालय के 200 से ज्यादा प्रतिभागियों ने दर्जनों प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी मंचीय प्रतिभा का बेवाक प्रदर्शन कर तालियां बजवाने के लिए प्रेरित कर दिया। यह छात्र- छात्राओं की सहज प्रतिभा का ही फल था कि गायन वादन व नृत्य की ऐसी त्रिवेणी प्रवाहित हुई कि दर्शक व श्रोता देर शाम तक उसमें अवगाहन करते रहे।

कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि प्रख्यात शास्त्रीय व लोक संगीत गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी, सोसायटी के अध्यक्ष प्रो. सिद्धनाथ उपाध्याय, उपाध्यक्ष आभा मिश्र, सचिव संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र व प्रधानाचार्य डॉक्टर एस. के. श्रीवास्तव ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। विद्यालय का वार्षिक विवरण प्रधानाचार्य डॉक्टर एस. के. श्रीवास्तव ने दिया। स्वागत अध्यक्ष प्रो. सिद्धनाथ उपाध्याय ने किया।

कार्यक्रम में आलम यह था पूरी दर्शक दीर्घा तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजती रही। कार्यक्रम में एकल ठुमरी नृत्य, गणेश सरस्वती वंदना व आधुनिक गीतों की बोल पर दर्जनों नृत्यों को विद्यार्थियों ने ऐसी खूबियों को प्रदर्शित किया कि उनमें छिपी नृत्य कला मंचस्थ हो रही थी। यही स्थिति कव्वाली व अन्य गायनों की रही। नृत्य निर्देशन नेहा मोहन सिंह, संगमा सिंह, साधना मौर्य का रहा। गायन में संगीत निर्देश मोहित साहनी व करण ने किया। डॉक्टर प्रतिमा राय के निर्देशन व राजेश कुमार त्रिपाठी एवं प्रतिमा दुबे के सह निर्देशन में जगदीश माथुर लिखित हिंदी नाटक रीढ़ की हड्डी में कलाकारों ने विवाह जैसे पवित्र संबंध को रूढ़िवादी सोच व बिजनेस मानने की अनुचित अवधारणा को उजागर किया। अंग्रेजी नाटक 'भोली' में शारीरिक व मानसिक रूप से अक्षम बच्चे को मौका देने पर बहुत कुछ करने का संदेश था। निर्देशन बालेश्वर मिश्र व सुजीत सिंह व सुनीता शर्मा का था।

कार्यक्रम संयोजन डॉक्टर राजेश कुमार व अजीत श्रीवास्तव ने किया। व्यवस्थापकों में आत्माराम दुबे अजय कुमार यादव, प्रमोद त्रिपाठी, अमित कुमार मिश्र, शरदेंदु मिश्र, विनय कुमार पाण्डेय, राजेश कुमार मिश्र, अमित मणि त्रिपाठी, संजीव कुमार त्रिपाठी आदि थे।


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