आज प्रातः महाराष्ट्र से काशी आई हुई एक श्रद्धालु महिला, आशा पटेल (उम्र 25 वर्ष), मानमंदिर घाट पर स्नान करते समय अचानक पांव फिसलने के कारण गहरे पानी में चली गई और डूबने लगी। महिला के डूबने पर उनके परिजनों ने शोर मचाया। यह सुनकर घाट पर तैनात 11 एनडीआरएफ के बचावकर्मी, मुख्य आरक्षी बहादुर नाथ, ने तुरंत स्थिति का संज्ञान लिया और बिना समय गंवाए गंगा नदी में छलांग लगाकर डूब रही महिला को बचाकर सुरक्षित बाहर निकाला। एनडीआरएफ बचावकर्मी की इस त्वरित कार्रवाई और साहसिक प्रयास ने महिला का अमूल्य जीवन बचा लिया।
ज्ञात हो कि उपमहानिरीक्षक श्री मनोज कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन में एनडीआरएफ के बचावकर्मी दिन-रात काशी के गंगा घाटों की निगरानी और सुरक्षा में तैनात रहते हैं।
एनडीआरएफ बचावकर्मी द्वारा किए गए इस त्वरित निर्णय और बहादुरी को घाट पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने देखा और उनके जज़्बे और हिम्मत की भूरि-भूरि प्रशंसा की। आज का यह जीवन बचाने का कार्य एनडीआरएफ की कर्तव्यपरायणता और पेशेवर दक्षता को उजागर करता है।
उपमहानिरीक्षक श्री मनोज कुमार शर्मा ने एनडीआरएफ के रेस्क्यूअर को शाबाशी देते हुए कहा कि आपने एनडीआरएफ के आदर्श वाक्य "आपदा सेवा सदैव सर्वत्र" को चरितार्थ किया है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे गहरे पानी में जाने से बचें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।