वाराणसी। बीएनएस स्कूल, कुरसातो, चौखण्डी वाराणसी के प्रांगण में कला एवं विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। जिसमें विद्यालय के प्राइमरी, जूनियर एवं सीनियर वर्ग के छात्र-छात्राओं ने अपनी कला एवं विज्ञान विषय की सुन्दर, तकनीकी एवं विकासपरक कृतियों की मनोहारी प्रस्तुति से दर्शनार्थियों का मन मोह लिया। प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रोफेसर रामानन्द राय रसायन विज्ञान विभाग काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एवं डॉ. सुरेश चन्द्र जंगिद वीजुअल एवं फाइन आर्ट्स विभाग काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया। उन्होने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को कला एवं विज्ञान की अत्याधुनिक शिक्षा एवं उसके प्रचार-प्रसार के लिए इस तरह की प्रदर्शनियों के आयोजन की उपयोगिता समझाते हुए देश को कला, संस्कृति एवं विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की सीख दी। कला प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं ने विद्यालय भवन के साथ-साथ भारत की प्रमुख भवन निर्माण शैलियों का प्रदर्शन किया। प्राइमरी वर्ग के बच्चों ने अपने पसंदीदा कार्टून पात्रों को जीवंत किया तथा भारत की प्राकृतिक सुन्दरता के कुछ हिस्से लैंड स्केप पर उकेरा। इसी प्रकार विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं ने प्राकृतिक संसाधनों द्वारा ऊर्जा संचयन एवं संरक्षण के विभिन्न परियोजनाओं का प्रदर्शन किया। ऊर्जा संरक्षण, सौर ऊर्जा एवं हाइड्रोइलेक्ट्रिकल ऊर्जा, जल संरक्षण, जल-स्वच्छीकरण आदि विषयों से संबंधित प्रदर्शनियों को अभिभावको एवं दर्शको ने खूब सराहा।
कला प्रदर्शनी में वैष्णवी मोदनवाल कक्षा 11 बी ने प्रथम, अनुष्का सिंह कक्षा 11 सी ने द्वितीय एवं चिन्मय मौर्या कक्षा 9ए ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विज्ञान प्रदर्शनी में अंकित सिंह एवं रिषभ यादव कक्षा 11बी द्वारा निर्मित "वाटर फाउन्टेन प्रोजक्ट" को प्रथम, शैली एवं आकृति कक्षा 9अ द्वारा निर्मित "ब्रेन प्रोजक्ट" को द्वितीय तथा दिव्यांश, आयुष, रुद्र, पवन एवं हर्ष कक्षा 6 द्वारा निर्मित "लेजर सेक्यूरिटी सिस्टम' को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। प्रदर्शनी कला शिक्षिका सुश्री पुजा सिंह एवं विज्ञान शिक्षक लक्ष्मण प्रसाद कश्यप, शैलेश मौर्या, प्रशान्त त्रिपाठी एवं श्रीमती नेहा सिंह के कुशल निर्देशन में संपन्न हुई।
इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक संदीप सिंह, प्रधानाचार्य डॉ. त्रिभुवन पाण्डेय एवं उपप्रधानाचार्य डॉ. महीश त्रिपाठी ने बच्चों के द्वारा निर्मित कला कृतियों की सराहना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। अंत में धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्रधानाचार्य ने दिया।