भोजपुरी भाषा को प्रोत्साहित करने वालों में से एक रहे : डॉ. अशोक कुमार सिंह
वाराणसी । बड़ा लालपुर स्थित जीवनदीप ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन व चित्रगुप्त सभा काशी के सयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को संविधान रचयिता डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की जयंती के उपलक्ष में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति इलहाबाद हाईकोर्ट विजयलक्ष्मी, विशिष्ट अतिथि एमएलसी आशुतोष सिन्हा, वरिष्ठ अधिवक्ता संजीव वर्मा, जीवनदीप शिक्षण समूह के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार सिंह व वाइस चेयरमैन डॉ. अंशु सिंह ने अपने उद्बोधन में छात्रों व श्रीताओं को संबिधित किया। इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन व गणेश वंदना से हुआ। मुख्य अतिथि ने कहा की डॉ. बीआर अम्बेडकर का संविधान निर्माण में जितना योगदान रहा उतना ही डॉ. राजेंद्र प्रसाद का भी है। इस लिए हमें राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को भी नहीं भूलना चाहिए। इसी क्रम में जीवनदीप शिक्षण समूह के चेयरमैन डॉ. सिंह ने कहा की राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद भोजपुरी भाषा को प्रोत्साहित करने वालों में से एक थे। उनसे आने वाली पीढ़ियों को शिक्षा लेने की आवश्यकता है। वहीं विशिष्ट अतिथि एमएलसी सिन्हा ने कहा की डॉ. राजेंद्र प्रसाद से छात्रों को प्रेरणा लेनी चाहिए। विधि के ज्ञाता होने के साथ वो संविधान सभा के अध्यक्ष भी रहे। इसके आलावा अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों को अंगवस्त्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। संचालन सभा के महामंत्री अजीत प्रकाश श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान मोहिनी वर्मा, विदुषी, अभिषेक निगम, संजीव, विनोद, जीवनदीप महाविद्यालय के उप प्राचार्य डॉ.अमित सिंह के शिक्षक, छात्र व कर्मचारी आदि मौजूद रहे।