आज दिनांक 22 अक्टूबर को मलदहिया स्थित डॉक्टर अश्विनी कुमार जैन क्लीनिक पर नगर के प्रमुख चिकित्सक डॉ अश्वनी कुमार जैन को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए शहर के अनेकों आम और ख़ास लोग उपस्थित थे। पुष्पांजलि सभा में उपस्थित सभी व्यक्तियों के हृदय में डॉक्टर साहब से जुड़ी हुई तमाम बातें उमड़ रही थी। किसी ने लिखा था कि मैं यादों का पन्ना खोलो तो कुछ लोग बहुत याद आते हैं आज ऐसा ही कुछ मंजर देखने को मिला डॉक्टर अश्वनी कुमार जैन के पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों के दिल और दिमाग में। ऐसे ही भावभीनी यादों के साथ डॉक्टर साहब याद किए गए।
उक्त अवसर पर डॉक्टर अश्विनी के साथ उनके क्लीनिक में कार्यरत डॉक्टर आनंद ने बताया कि सर समय के बहुत ही पाबंद थे उन्हें मरीजों को इंतजार करवाना बिल्कुल पसंद नही था इसी बात को आगे बढ़ाते हुए अश्विनी जैन के बड़े भाई अनिल कुमार जैन ने बताया कि सुबह जब वे क्लीनिक के लिये निकलते और हमें कुछ बात करनी होती तो चलते चलते ही होती थी या वे कार में बैठ कर रास्ते में कर लेते थे। इसके अलावा डॉक्टर साहब बहुत ही मृदुभाषी और धैर्यवान थे वह अपने मरीजों के साथ बहुत ही प्यार और अपनत्व से पेश आते थे। डॉक्टर अश्विनी जैन के सुपत्र डॉक्टर हर्षित जैन ने कहा कि बचपन से उनकी उंगली पकड़ कर चला पर मुझे ये मलाल हमेशा रहेगा कि मैं उनके सहायक के रूप में उनके साथ अधिक समय तक कार्य नही कर सका। लेकिन आज भी वे मेरे मार्गदर्शक के रूप में हमेशा मेरे साथ हैं। डॉक्टर अश्विनी जैन के क्लीनिक में कार्यरत मनीष यादव डाक्टर साहब को याद करते हुए भावुक हो जाते हैं और कहते हैं कि सर हमेशा कहा करते थे कि घर तो हम कुछ घंटों के लिये जाते हैं तुम लोगों का साथ तो पूरे दिन का है। वो अपने बच्चों की तरह हम सब का ध्यान रखते थे चेहरा देख कर वो परेशानी भाँप जाते थे। जन्म माँ पिता जी जरूर देते है पर जीवन में अच्छी सीख और सही मार्ग दर्शन हर दुख सुख में साथ रहने वाले पिता तुल्य जीवंत आत्मा गुरु जी को चौथी पुण्य तिथि पर नम आंखों से श्रद्धांजली अर्पित करते है। इसी तरह की यादों का पिटारा हर उस व्यक्ति के पास था जो भी उनसे जुड़ा था उसका जुड़ाव उनसे अंतरात्मा का था।
पुष्पांजलि सभा मे उपस्थित लोगों ने डॉक्टर अश्विनी जैन के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। सभा में प्रमुख रूप से डॉक्टर हर्षित जैन, डॉक्टर आँचल जैन अग्रवाल, अनिल कुमार जैन, संतोष अग्रवाल "कर्णघंटा", आलोक अग्रवाल, सलिल शाह, पंकज अग्रवाल एल.आई.सी., गिरधर अग्रवाल, प्रफुल्ल सोमानी, दिनेश डोरी वाले, विजय विनीत पत्रकार, नीरज अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल "गोले", संजीव कपूर, अमुल्य उपाध्याय, डॉ आनंद कुमार, मनीष यादव, महेंद्र यादव, सुनील, दीप नारायण, मनोज, आरती, चंदन, राजकुमार, रितेश, संध्या, आदि लोग उपस्थित थे।