बीएचयू अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में पिस्टल लहराने वाले चार आरोपी छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं, 16 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। लंका थाना क्षेत्र स्थित सामनेघाट के जजेज कॉलोनी के पास पुलिस ने इन्हें पकड़ा। इनके पास से 7.65 एमएम की प्रतिबंधित कंट्री मेड पिस्टल, एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान थाना जंसा के पटेरवां के प्रशांत गिरी, सीर गोवर्द्धन के अखिलेश यादव, सिवान, बिहार के विशाल शाह और चंदौली के प्रिंस उपाध्याय के रूप में हुई है। ये बीएचयू के छात्र भी हैं। बुधवार को लंका थाने में प्रेसवार्ता कर थानाध्यक्ष शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि बीते रविवार को ट्रॉमा सेंटर में मारपीट हुई थी। इस दौरान प्रशांत गिरि ने अपना पिस्टल निकाल लिया। इससे पहले नुआंव में छात्र के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई थी। घायलों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर पहुंचने पर दोनों पक्षों के समर्थक भी आमने-सामने आ गए। इसके बाद विशाल गिरि ने अपना पिस्टल निकालकर लहरा दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से इनकी पहचान कर तलाश को जारी रखा। दो दिन के बाद सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। प्रशांत ने बताया कि पुरानी रंजिश चल रही थी। इलाज के दौरान ट्रॉमा सेंटर में विशाल और उसके साथी भी थे। हम लोगों को मारने-पीटने लगे। इसके बाद डराने के लिए पिस्टल बाहर निकालना पड़ा।