वाराणसी के प्रतिष्ठित दी प्रभु नारायण सिंह यूनियन क्लब में 29 सितंबर रविवार को संपन्न हुए चुनाव में कांटे की टक्कर में सारे समीकरणों को ध्वस्त करते जहाँ एक ओर अध्यक्ष पद पर अनिल कुमार लालवानी को 184 मत मिले और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी देव प्रमोद अग्रवाल को 17 मतों के मामूली अंतर से हरा कर जीत का परचम लहराया श्री अग्रवाल को केवल 167 मतों के साथ संतोष करना पड़ा।वहीं दूसरी सेक्रेटरी पद पर एकतरफा मुकाबले में धर्मेंद्र मिश्रा ने 204 मतों के साथ अपने निकटतम प्रतिद्वंदी गुरदीप सिंह टीटू को मिले 151 मतों के चलते 51 मतों के भारी अंतर से हराकर विरोधी पैनल के निवर्तमान अध्यक्ष विशाल जायसवाल व सेक्रेटरी राजीव खन्ना समीकरण को ध्वस्त कर दिया।
कार्यकारिणी में 7 पदों के लिए दोनों पैनल से 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में, जिनमें सर्वाधिक पाने वाले राजेश संड रहे जिन्हें कुल 204 वोट मिले, दूसरे नंबर पर अनिल चंद्र जैन को 192 वोट, तीसरे नंबर पर डॉ.संजीव कुमार सिंह को 191 वोट, चौथे नंबर पर डॉ. संजय कुमार गर्ग को 187 वोट, पांचवें नंबर पर रामकुमार बूबना को 186 वोट, छठे नंबर पर कपिल कुमार मेहरा को 183 वोट मिले और सातवें नंबर पर मयंक टकसाली को 176 वोट प्राप्त कर सभी ने जीत दर्ज कराई।
बता दें की PNU क्लब में वर्ष 2024-25 के चुनावी घमासान में इस बार निवर्तमान पदाधिकारियों ने बाकायदा अपना पैनल कोशिश करके मतदान से पहले जीत का दम्भ भरते रहे, वहीं दूसरी ओर विरोधी पैनल के प्रत्याशियों के साथ दीपक अरोड़ा बॉबी और पूर्व अध्यक्ष अनुज डीडवानिया सहित पिछले 10 वर्षों तक PNU क्लब में अपना परचम लहराने वाले पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले सभी पूर्व पदाधिकारी और उनकी टीम के सभी साथी लाम बंद होकर देव प्रमोद अग्रवाल और धर्मेंद्र कुमार मिश्रा उनकी पूरी टीम के समर्थन में खड़े रहे।
इसी का परिणाम रहा की 2 साल के मुकाबले 10 साल की गोलबंदी में क्लब के सबसे महत्वपूर्ण सेक्रेटरी पद पर धर्मेंद्र मिश्रा को बड़ी कामयाबी हासिल हुई और इनके साथ कार्यकारिणी राजीव सिंह सिंगर और डॉक्टर संजय गर्ग चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
कुल मिलाकर भले ही PNU क्लब के कालातीत प्रबंध समिति का चुनाव संपन्न कराने में वाराणसी के एडीएम सिटी अलोक वर्मा और रजिस्ट्रार मंगलेश सिंह पालीवाल और उनकी पूरी टीम ने चुनाव को सकुशल संपन्न कराया।
इस नई टीम ने यह संकल्प भी लिया है कि सब लोग मिलकर क्लब को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाएंगे और क्लब में अच्छे-अच्छे फैमिली प्रोग्राम करते हुए नए तरीके से इस क्लब में पारिवारिक माहौल कायम करके क्लब को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में सभी लोग मिलकर काम करेंगे। लेकिन यहां सबसे बड़ा प्रश्न उठता है कि PNU क्लब में करोड़ों रुपए के कथित आर्थिक भ्रष्टाचार मामले में दोषियों को कौन सजा दिला पाने में कामयाब होता है और साथ ही क्लब के 289 सदस्यों जिनसे करोड़ों रूपये सदस्यता के नाम पर वसूले गए हैं उन्हें उनके मताधिकार का हक दिलाने में इस बार की टीम कामयाब होती है या नहीं, इसका सभी को इंतजार रहेगा।
अंत में क्लाउन टाइम्स की ओर PNU क्लब की नई टीम के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं।