जब तक बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार बंद नहीं हो जाते, भारत बांग्लादेश क्रिकेट मैच रद्द हो
वाराणसी। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार आज भी हो रहे हैं, ऐसी परिस्थिति में बांग्लादेश और भारत के बीच क्रिकेट मैचों का आयोजन हिन्दुओं के घावों पर नमक छिड़कने का एक अपमानजनक तरीका है। बांग्लादेश में हिन्दुओं के विरुद्ध होनेवाले अत्याचार बंद होने तक भारत-बांग्लादेश क्रिकेट मैच और बांग्लादेशी कलाकारों के सभी कार्यक्रम रद्द करने की मांग हेतु हिंदू राष्ट्र समन्वय समिति की ओर से माननीय प्रधानमंत्री श्री. नरेंद्र मोदी के वाराणसी स्थित कार्यालय में निवेदन सौंपा गया।
इस अवसर पर वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री. अजीत सिंह बग्गा, वाराणसी व्यापार मंडल के महामंत्री श्री. कविंद्र जायसवाल, वाराणसी महिला व्यापार मण्डल की अध्यक्ष प्रिया अग्रवाल, ज्ञानवापी विषय के लिए संघर्ष कर रहे हिन्दुत्वनिष्ठ डॉ. सोहनलाल आर्य, ज्ञानवापी के विषय में हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी, राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं न्याय परिषद के महासचिव अधिवक्ता अरुण कुमार मौर्य, खड़िया पड़िया व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री. भगवानदास जायसवाल, अधिवक्ता संजीवन यादव, श्री. बाल गोपाल साहू, संस्कृति रक्षा मंच के श्री. रवि श्रीवास्तव, श्री. विशाल मोदनवाल, श्री. प्रमोद कुमार मौर्य और हिन्दू जनजागृति समिति के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस निवेदन की प्रतिलिपि केंद्रीय खेल मंत्री, विदेश मंत्री और भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) को अपर जिला मजिस्ट्रेट श्री. आलोक वर्मा के माध्यम से सौंपी गई।
इस निवेदन में कहा गया है कि बांग्लादेश के विरुद्ध भारत के दो टेस्ट क्रिकेट मैच और तीन टी20 मैच 19 सितंबर से 12 अक्टूबर 2024 तक भारत में आयोजित किए गए हैं। ये क्रिकेट मैच चेन्नई, कानपुर, ग्वालियर, दिल्ली और हैदराबाद में होंगे। वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय पर लगातार हमले हो रहे हैं। अब तक 230 लोगों की मौत हो चुकी है और बांग्लादेश के 64 में से 52 जिलों में हिन्दू विरोधी हिंसा की घटनाएं हुई हैं। शेख हसीना सरकार के इस्तीफे के बाद हिन्दुओं पर हमले बढ गए हैं। हिंसा विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में अधिक है, जहां हिन्दू समुदाय असुरक्षा के वातावरण में रहता है। हाल ही में उत्सव मंडल नामक हिन्दू नवयुवक की कथित ईशनिंदा के आरोप में जिहादी भीड़ ने सीधे थाने में घुसकर दोनों आंखें निकाल कर कुचल दीं। इस तरह बांग्लादेश में लगातार हिन्दुओं पर हमले, नृशंस हत्याएं दिनदहाड़े हो रही हैं।
जैसे अन्य मुस्लिम देश मुस्लिम समुदाय पर किसी भी हमले का कड़ा विरोध करते हैं, वही रुख भारत को हिन्दुओं पर हमलों के विरुद्ध अपनाना चाहिए। बांग्लादेश में कट्टर जिहादी खुलेआम हिन्दुओं को मारेंगे, हिन्दू घरों को जलाएंगे, हिन्दू मंदिरों को तोड़ेंगे, जमीन हड़पेंगे, हिन्दू महिलाओं के साथ बलात्कार करेंगे और क्या हमें उनके साथ क्रिकेट मैच खेलना चाहिए ? समिति ने कहा, हम इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे ।