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सीएम योगी के गोद लिये सीएचसी हाथी बाजार समेत पाँच सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को मिला कायाकल्प अवार्ड



 16/Sep/24

मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम में एफ आर यू सीएचसी गंगापुर व चोलापुर रहा अव्वल, चोलापुर सीएचसी  लगातार आठवीं बार, हाथी बाजार, आराजी लाइन, व चौकाघाट शहरी सीएचसी दूसरी बार एवं मिसिरपुर पहली बार हुआ पुरस्कृत 

वाराणसी। चिकित्सीय व स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं स्वच्छता मिशन पर ज़ोर देने के लिए राज्य स्तरीय कायाकल्प अवार्ड 2023-24 का परिणाम आ चुका है। इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा गोद ली गई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) हाथी बाजार समेत पाँच सीएचसी को कायाकल्प अवार्ड के लिए चयन हुआ है। इस क्रम में सीएचसी मिसिरपुर को पहली बार कायाकल्प अवार्ड मिला है। वहीं चोलापुर सीएचसी को लगातार आठवीं बार अवार्ड हासिल हुआ है। सीएचसी हाथी बाजार को दूसरी बार अवार्ड प्राप्त हुआ है। अराजीलाइन सीएचसी और चौकाघाट शहरी सीएचसी को लगातार दूसरी बार कायाकल्प अवार्ड हासिल हुआ है। इस बात से स्वास्थ्य विभाग में खुशी की लहर आ गई है।
 मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ० संदीप चौधरी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के लिए बहुत खुशी की बात है कि सीएचसी मिसिरपुर को पहली बार कायाकल्प अवार्ड मिला है। वहीं अराजीलाइन और शहरी सीएचसी चौकाघाट को लगातार दूसरी बार कायाकल्प अवार्ड प्राप्त हुआ है। चोलापुर सीएचसी ने लगातार आठवीं बार कायाकल्प अवार्ड हासिल कर जनपद के लिए एक गौरवान्वित उपलब्धि प्राप्त की है। पाँचों सीएचसी को पुरस्कार के रूप में एक-एक लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी। सीएमओ ने पाँचों सीएचसी क्रमशः चोलापुर सीएचसी के अधीक्षक डॉ० आरबी यादव, अराजीलाइन सीएचसी के अधीक्षक डॉ० नवीन सिंह, शहरी सीएचसी चौकाघाट की अधीक्षक डॉ० फाल्गुनी गुप्ता, सीएचसी हाथी बाजार के अधीक्षक डॉ० कारण गौतम, सीएचसी मिसिरपुर के अधीक्षक डॉ० आरबी सिंह सहित कायाकल्प कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ० वाईबी पाठक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक संतोष कुमार सिंह, क्वालिटी एश्योरेंस के मंडलीय सलाहकार डॉ० तनवीर सिद्दकी सहित समस्त चिकित्सक, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, बीपीएम, बीसीपीएम व समस्त स्टाफ को बधाई दी। साथ ही समुदाय को और बेहतर चिकित्सीय व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कराने के लिए प्रेरित किया। 
सीएमओ ने कहा कि जनपद के सभी शहरी व ग्रामीण सीएचसी पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है जिससे सभी को कायाकल्प अवार्ड मिल सके। सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर पैथालॉजी जांच की व्यवस्था, प्रसव व प्रसव पूर्व जांच संबंधी सभी सेवाएं, प्रसव संबंधी सेवाएं, ऑपरेशन थिएटर, गर्भवती और बच्चों का नियमित टीकाकरण व अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के साथ साफ-सफाई, स्वच्छता, हरित वातावरण आदि व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है जिससे मरीजों और तीमारदारों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो सके।

सीएचसी चोलापुर ने अंतिम मूल्यांकन में 90.57 फीसदी अंक प्राप्त कर लगातार आठवीं बार कायाकल्प अवार्ड हासिल किया है। पिछले वर्ष 88.14 फीसदी अंक मिले थे। सीएचसी अराजीलाइन को 80.86 फीसदी अंक मिले, जबकि पिछले वर्ष 71.14 अंक मिले थे। शहरी सीएचसी चौकाघाट को 73.71 फीसदी अंक मिले हैं, जबकि पिछले वर्ष लगभग 71 फीसदी अंक मिले थे। सीएचसी हाथी बाजार को 73 फीसदी अंक मिले हैं, पिछली बार 70.14 फीसदी अंक मिले थे। सीएचसी मिसिरपुर ने फाइनल असेस्मेंट में 77.71 फीसदी अंक हासिल कर पहली बार कायाकल्प अवार्ड हासिल किया।
शासन के निर्देशानुसार अंतिम चरण में 70 या 70 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त होने पर सीएचसी को कायाकल्प अवार्ड दिया जाता है।


मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम में सीएचसी गंगापुर व चोलापुर रहा अव्वल 
हाल ही में जनपद की दो प्रथम संदर्भन इकाई (एफ़आरयू) सीएचसी क्रमशः सीएचसी गंगापुर और चोलापुर को ‘मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम’ के अंतर्गत एचआरपी युक्त महिलाओं का सुरक्षित सिजेरियन प्रसव कराने पर चिकित्सा स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने पत्र भेजकर उनके उत्तम प्रदर्शन के लिए सराहा है। साथ ही अधीक्षक समेत समस्त टीम व स्टाफ को बधाई दी। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी। 
सीएमओ ने कहा कि जनपद में प्रथम संदर्भन इकाई (एफ़आरयू) के रूप में संचालित ग्रामीण व शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रसव संबंधी सेवाओं को लगातार बेहतर किया जा रहा है। यहाँ पीएचसी या आयुष्मान आरोग्य मंदिर से संदर्भित की गईं उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराकर जच्चा-बच्चा की जान बचाई जा रही है। वर्तमान में सीएचसी गंगापुर व चोलापुर समेत 10 एफ़आरयू क्रमशः सीएचसी अराजीलाइन, हाथी बाजार, शहरी सीएचसी चौकाघाट व दुर्गाकुंड, जिला महिला चिकित्सालय, एलबीएस राजकीय चिकित्सालय रामनगर, एमसीएच विंग डीडीयू चिकित्सालय पाण्डेयपुर व बीएचयू, सक्रिय रूप से संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रसव पूर्व जांच व देखभाल की सुविधा समस्त सरकारी चिकित्सालयों, सीएचसी, पीएचसी, आयुष्मान आरोग्य मंदिर और स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर उपलब्ध है। इसके साथ ही जांच में उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) के रूप में चिन्हित हुईं महिलाओं पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाती है और काउंसलिंग कर सुरक्षित प्रसव कराया जाता है। परिवार नियोजन के लिए बेहतर परामर्श व सेवाएं भी दी जा रही हैं।
पत्र में प्रमुख सचिव की ओर से कहा गया है – “यह अत्यन्त हर्ष का विषय है कि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित 'मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम' के अन्तर्गत 'प्रथम संदर्भन इकाई (एफ०आर०यू०-सी०एच०सी०), गंगापुर में माह जून, 2024 की एच०एम०आई०एस० रिपोर्ट के अनुसार 21 और चोलापुर में 23 उच्च जोखिम युक्त गर्भवती महिलाओं के सिजेरियन प्रसव कराये गये हैं। सिजेरियन प्रसव कराये जाने में आपकी इकाई ने प्रदेश में उत्तम प्रदर्शन करने का गौरव प्राप्त किया है, जिससे स्पष्ट है कि हमारा स्वास्थ्य विभाग गर्भवती महिलाओं को समय से उच्च कोटि की चिकित्सा सेवायें देने के लिए कटिबद्ध हैं। यहाँ तैनात विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम एवं चिकित्सा अधीक्षक के अग्रणी प्रयासों के फलस्वरूप ही यह संभव हो पाया है, जिसकी प्रशंसा की जाती है। आशा है कि अधीक्षक व टीम भविष्य में भी मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित कार्यों में उत्कृष्टता के नवीन आयाम प्राप्त करेगी, जिससे देश एवं प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की छवि निखरेगी। साथ ही पूर्ण विश्वास है कि सभी के सतत् प्रयास से टीम भविष्य में भी महिलाओं को उच्चकोटि की गुणवत्तापरक 24 घंटे सातों दिन प्रसूति एवं नवजात देखभाल सेवायें (Comprehensive Emergency Obstetric and New born Care (CEMONC) Services) प्रदान करने में निरन्तरता बनाये रखेगी।“


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