एपेक्स हृदय रोग संस्थान में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ० सूरज चतुर्वेदी, डॉ० अकदस मुमताज़ कैथ लैब टेक्नीशियन एवं इन्टरवेनशनल रेडियॉलॉजिस्ट की टीम द्वारा लगातार नवीनतम तकनीकों को अपनाते हुए हृदय की जटिल समस्याओं का सफल इलाज किया जा रहा है। 73 वर्षीय महिला जिसकी नसों में खून के थक्के जम रहे थे जिसे सामान्यतः डीवीटी कहते है, उपचार के अंतर्गत उन्हें ओरल एंटीकोएगुलेंट्स दवाएं दी गईं ताकि रक्त में जमावट को रोका जा सके, लेकिन पेट में गंभीर अल्सर के कारण उन्हें अचानक से ऊपरी जठरांत्रीय से रक्तस्राव की समस्या हो गई। डॉ० सूरज चतुर्वेदी के नेतृत्व में एपेक्स की कुशल कार्डियक एवं इन्टरवेनशनल रेडियॉलॉजिस्ट टीम द्वारा डीवीटी के इलाज के साथ रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ने से रोकने और पल्मोनरी एम्बोलिज्म की रोकथाम के लिए नवीनतम इनफीरियर वेना कावा (IVC) फिल्टर इम्प्लांटेशन का निर्णय लेते हुए सीटी वेनोग्राम इमेजिंग की सहायता से कैथ लैब में दाहिनी आंतरिक जुगुलर नस से फिल्टर का सफलतापूर्वक इम्प्लांट किया गया और 73 वर्षीय वृद्धा को पल्मोनरी एम्बोलिज्म से सुरक्षित कर हृदय रोग के जोखिम से बचाया गया।