मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र, काशी विद्यापीठ में बहु-विषयक राष्ट्रीय पुनश्चर्या कार्यक्रम का सातवां दिन
वाराणसी। मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र, शिक्षाशास्त्र विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में बहु-विषयक राष्ट्रीय पुनश्चर्या कार्यक्रम के सातवें दिन बुधवार को प्रथम सत्र में "शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में संप्रेषण माध्यमों का प्रभावी उपयोग" विषय पर अपना व्याख्यान हुआ। शिक्षा संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो. पंकज सिंह ने बताया कि वर्तमान युग जन-संप्रेषण माध्यमों का है, जिसका उपयोग करके शिक्षा और अधिगम व्यवस्था को प्रभावी एवं रुचिकर बनाया जा सकता है। उन्होंने शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में विभिन्न सूचना एवं जनसंचार माध्यमों के उपयोग के संबंध में अपना विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न डिजिटल माध्यमों के विषय में भी प्रतिभागियों को अवगत कराया।
द्वितीय सत्र में "शोध एवं प्रकाशन आचार संहिता" विषय पर शिक्षा संकाय, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के प्रो. विजय कुमार जायसवाल ने बताया कि उच्च शिक्षा का उद्देश्य विमर्शी चिंतन शोध एवं विस्तार है, जिसमें उच्च शिक्षा द्वारा विकसित ज्ञान को विभिन्न शोध पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाया जाता है। इसमें शोध-पत्र एवं आलेख महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने विभिन्न शोध पत्रिकाओं के संबंध में प्रतिभागियों को अवगत कराया तथा उत्कृष्ट शोध प्रकाशन हेतु अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी प्रदान किया। अतिथियों का स्वागत करते हुए मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केन्द्र के निदेशक प्रो. सुरेंद्र राम ने कहा कि आज के दौर के शिक्षकों को अद्यतन ज्ञान एवं कौशलों से युक्त बनाने में प्रस्तुत पाठ्यक्रम की महत्वपूर्ण भूमिका है। संचालन प्रो.रमाकांत सिंह, धन्यवाद ज्ञापन डॉ.दिनेश कुमार एवं तकनीकी सहयोग विनय सिंह ने दिया।