सनबीम विमेंस कॉलेज वरुणा के प्रांगण में हिंदी साहित्य की प्रसिद्ध लेखिका नीरजा माधव का "साहित्य और संस्कृति" विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उनके स्वागत के साथ प्रारम्भ हुआ कॉलेज की प्रसाशनिक अधिकारी डॉ शालिनी सिंह ने उनका स्वागत किया। डॉ नीरजा माधव ने साहित्य और संस्कृति विषय पर बहुत ही सुंदर व्याख्यान दिया उन्होंने अपने व्याख्यान में यह बताया कि किस प्रकार चावल पूजा के समय अक्षत बन जाता है और एक लोटा जल सूर्य को देते समय अर्घ्य बन जाता है यह सब हमारी संस्कृति और परम्पराओं का हिस्सा है जो हमें जड़ों से जोड़े रखता हैं।उन्होंने भाषा के महत्व पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि आप भाषा कोई भी अर्जित करिए किंतु उसका प्रचार-प्रसार अपनी मातृभाषा में होना चाहिए क्योंकि भाषा हमारे चित्त में उतरकर ही संस्कार और संस्कृति के रूप में आकार लेती हैं। उन्होंने अपने उपन्यासों और कहानियों के माध्यम से छात्राओं को यह समझाने का प्रयास किया कि जीवन में ऐसी बहुत सी विपरीत परिस्थितियां आती हैं लेकिन हमें किसी भी परिस्थिति से डरना या घबराना नहीं चाहिए बल्कि पूरे आत्मविश्वास के साथ उसका सामना करना चाहिए। उन्होंने सनातन संस्कृति का गौरव गान,सैद्धांतिक और वैज्ञानिक पक्ष पर भी छात्राओं का ध्यान आकृष्ट किया।व्याख्यान के पश्चात छात्राओं के मन में बहुत सारी जिज्ञासाएं थी छात्राओं ने एक एक करके उनसे प्रश्न पूछा जिसका उन्होंने आत्मीयता के साथ उत्तर दिया।कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के प्रवक्ता डॉ पूजा सिंह ने किया।