MENU

वाराणसी में सर्राफा कारोबारी 42 लाख 50 हजार के लुटेरों का सरगना दारोगा दो साथियों सहित गिरफ्तार



 26/Jul/24

वाराणसी में सर्राफा कारोबारी के कर्मचारियों से लूट कांड मामले दरोगा की गिरफ्तारी से मचा हड़कंप। खबर है कि इस लूटकाण्ड में जाँच के दौरान घटना से सम्बन्धित सीसीटीवी में कुछ ऐसा दिखा कि सक की सूई दारोगा की ओर घूम गई तो दरोगा निकला सरगना। वारदात के बाद दरोगा ने जान बूझकर जांच में देरी की तो इससे उनकी हरकत शक के घेरे में आ गई थी।जिसे पूछताछ में उसने कबूल भी कर लिया।
बता दें कि सर्राफा कारोबारी के कर्मचारियों से 42 लाख 50 हजार रुपये लूटने में नदेसर पुलिस चौकी प्रभारी रहा सूर्य प्रकाश पांडेय लुटेरों का सरगना निकला। पुलिस ने उसे दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया। लुटेरों के पास से 8 लाख 5 हजार रुपये, 2 पिस्टल, 2 कारतूस बरामद हुए।
बताते चलें कि नीचीबाग निवासी सर्राफा कारोबारी जयपाल के दो कर्मचारियों अविनाश गुप्ता और धनंजय यादव से कोलकाता जाने के दौरान 22 जून को रामनगर क्षेत्र में रुपये लूटे गए थे बावजूद इसके इस मामले में मुकदमा विलंब से दर्ज करने से बदमाशों को रुपये छिपाने का वक्त मिल गया, जिसके लिए रामनगर थाना प्रभारी की भूमिका की भी जाँच की जाएगी।
फिलहाल इस मामले में पुलिस को चोलापुर के योगेश पाठक और बड़ागांव के नीलेश यादव और मुकेश दुबे की तलाश है। सूर्य प्रकाश पांडेय शुक्ला मार्केट सलोरी थाना कर्नलगंज प्रयागराज का रहने वाला है। जिसका मूल निवास स्थान बलिया का पांडेयपुर है।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने SOG व पुलिस टीम को 50 हजार इनाम देनें की किया घोषणा

​​​​पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने सर्राफा कारोबारी के कर्मचारियों से लूटकांड का खुलासा करने वाली एसओजी और पुलिस टीम को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।

डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल ने मिडिया से बताया कि पुलिस की वर्दी में लूट हमारे लिए चुनौती थी। रामनगर में 13 जुलाई को केस दर्ज हुआ तो एसओजी को लगाया गया। सर्राफा कारोबारी ने बताया था कि चंदौली क्राइम ब्रांच बताकर लूट करने वाले काली क्रेटा कार से आए थे। जाँच आगे बढ़ी तो पुलिस को क्रेटा कार से चलने वालों में दरोगा सूर्य प्रकाश का भी नाम सामने आ गया । सर्विलांस जांच में सूर्य प्रकाश के मोबाइल का लोकेशन रामनगर में मिल गया। सीसीटीवी कैमरे में भी गतिविधियां संदिग्ध दिखीं, तो पुलिस समझ गई कि दारोगा ही गिरोह का असली सरगना है।
इस मामले में चोलापुर के आयर बाजार निवासी विकास मिश्रा, अहिरौली आयर बाजार के अजय गुप्ता (हत्यारोपित) की पहचान गिरोह के सदस्यों के रूप में हुई। पुलिस को पुख्ता सुबूत हाथ लगा तो एसओजी और रामनगर पुलिस ने 24 जुलाई को रामनगर बंदरगाह जाने वाले मार्ग से दारोगा सूर्य प्रकाश समेत तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

विकास मिश्रा के पास से 5 लाख 70 हजार, एक पिस्टल व कारतूस, अजय गुप्ता से दो लाख, बाइक और दरोगा सूर्यप्रकाश से 35 हजार, एक पिस्टल और कारतूस बरामद हुआ। बरामद टीवीएस रायडर बाइक अजय के मां के नाम रजिस्टर्ड है। निलेश और मुकेश की दारोगा से दोस्ती वर्ष 2019 में अंडर ट्रेनिंग पोस्टिंग के दौरान हुई थी। आरोपितों से मोबाइल छीन लिए गए थे, जिससे डायल 112 पुलिस को न बुला सकें।

22 जून की रात बस में पिस्टल संग लुटेरा अजय पिस्टल लेकर बैठा

लूटकांड 22 जून की रात हुई थी लेकिन इसकी रणनीति 18 जून को कैंटोमेंट स्थित एक होटल में विकास, नीलेश और सूर्य प्रकाश ने बनायी थी। विकास मिश्रा ठठेरी बाजार में सोने-चांदी के कारोबारियों संग रहता है। उसे पता था कि जयपाल कर्मचारियों से 93 लाख रुपये कोलकाता भेज रहा है।
लुटेरों को पता था कि रुपये हवाला के हैं, लिहाजा वर्दी की आड़ में जाँच के बहाने लूट के बाद बगैर शोर शराब के लाखों रुपये जेब में आएंगे। इसके लिए 22 जून की रात बस में लुटेरा गिरोह का अजय गुप्ता भी पिस्टल लेकर बैठ गया। दरोगा सूर्य प्रकाश क्रेटा कार से निलेश यादव और विकास मिश्रा के साथ टेंगरा मोड़ पर बस रोककर यात्रियों की चेकिंग की जिसमें अजय के बैग से पिस्टल मिली और अविनाश गुप्ता और धनंजय यादव के बैग में रुपये मिले तो तीनों को बस से उतार लिए, लेकिन साथ में अविनाश और अजय को ही ले गए।
पुलिस टीम में एसओजी प्रभारी मनीष मिश्र, दारोगा गौरव सिंह, हेड कांस्टेबल ब्रम्हदेव सिंह, प्रमोद सिंह, कांस्टेबल आलोक मौर्या, पवन तिवारी, अंकित मिश्र और रामनगर थाना प्रभारी जगदीश कुशवाहा, दारोगा कौशलेंद्र बहादुर सिंह, अनिल राजपूत, नितेश कुमार शर्मा, हेड कांस्टेबल महेन्द्र पाल, कांस्टेबल गौरव भारती, रविशंकर, शक्ति रमणपाल थे।

दारोगा और विकास पर पिस्टल रखने का केस
दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय और विकास मिश्र के खिलाफ पुलिस ने पिस्टल रखने का मुकदमा दर्ज किया है। इसकी जांच की जा रही कि दोनों के पास पिस्टल कहां से आई।

भ्रष्टाचार पर आगे भी रहेगा जीरो टालरेंस : मोहित अग्रवाल CP

पुलिस कमिश्नर वाराणसी मोहित अग्रवाल ने मिडिया से बताया कि भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस आगे भी रहेगा। विभाग में ऐसे चरित्र वाले कर्मियों पर नजर रखी जा रही है। कहा कि रिपोर्ट आते ही दारोगा को निलंबित किया जाएगा, उसके बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अपील की कि अगर किसी के साथ आरोपितों ने पहले कोई घटना की है तो शिकायत दर्ज कराएं, कार्रवाई होगी। बताया कि आरोपितों ने पहले भी ऐसी घटना की बात कुबूली है।






इस खबर को शेयर करें

Leave a Comment

3694


सबरंग