भगवान पार्श्वनाथ की जन्मस्थली भेलूपुर में सुबह 7:00 बजे से जैन समाज द्वारा बड़े धूमधाम से घट यात्रा निकाली गई जिसमें श्रद्धालुओं द्वारा भगवान पारसनाथ की जन्मस्थली से जल लेकर भगवान पारसनाथ के मंदिर की परिक्रमा के पश्चात घट यात्रा पुनः जैन मंदिर पर पहुंच कर समाप्त हुई।
वेदी शुद्धि व इंद्र इंद्राणी शुद्धिके पश्चात लखनऊ से पधारे प्रतिष्ठा आचार्य प्रिंस कुमार , काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर कमलेश चंद्र जैन और डॉक्टर अशोक कुमार जैन के संयुक्त दिशा निर्देशन में समस्त जैन समाज के स्त्री पुरुषों द्वारा बड़े ही धूमधाम से केसरिया पोशाक में चांदी और स्वर्ण मुकुट लगाकर समस्त विश्व शांति हेतु चांदी के सिंहासन पर प्रभु को विराजमान कर संगीत मय पूजा आरंभ हुई। आयोजन के प्रथम दिन पंच मेरू, नंदीश्वर विधान और सिद्ध चक्र महामंडल विधान पूजा प्रारंभ हुई। श्री दिगंबर जैन समाज काशी के उपाध्यक्ष राकेश जैन द्वारा बताया गया की सिद्ध चक्र विधान आठ दिन तक चलेगा व इस अवसर पर नौवे दिन सामूहिक होम का आयोजन है। पूजा में प्रमुख रूप से अजीत कुमार जैन, चंद्र कुमार जैन, विनोद कुमार जैन चांदी वाले, सुधीर कुमार पोद्दार, प्रदीप चंद जैन, सौरभ कुमार जैन, किशोर जैन , प्रतीक जैन, प्रमिला सामरिया, आशा जैन, राधा रानी जैन इत्यादि प्रमुख लोग शामिल रहे।