वाराणसी। कारगिल युद्ध की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर सनबीम वरुणा में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य कारगिल युद्ध की यादों को ताजा करना और उन वीर सैनिकों को सम्मानित करना था जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व थल सेनाध्यक्ष (COAS) जनरल वेद प्रकाश मलिक रहें। उक्त कार्यक्रम में उन्होंने अपने विचार साझा किए। सर्वप्रथम जनरल वेद प्रकाश मलिक का स्वागत सनबीम ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स के चेयरपर्सन डॉ. दीपक मधोक तथा वाइस चेयरपर्सन श्रीमती भारती मधोक द्वारा बुके प्रस्तुत करके किया गया। सनबीम वरुणा के छात्रों द्वारा प्रस्तुत भावपूर्ण नृत्य ने कार्यक्रम में सांस्कृतिक रंग भरा। इसके बाद दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ जिसमें जनरल मलिक, डॉ. दीपक मधोक, भारती मधोक, हर्ष मधोक, एचडीएफसी बैंक के जोनल हेड मनीष टंडन और काशी मंथन के सचिव डॉ. मयंक नारायण सिंह ने भाग लिया।
सनबीम एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स के मानद निदेशक हर्ष मधोक ने जनरल मलिक और कार्यक्रम के विषय का परिचय दिया। इसके बाद मनीष टंडन ने राष्ट्र निर्माण के प्रयासों के महत्व पर अपने विचार प्रस्तुत किए और डॉ. मयंक नारायण सिंह ने मुख्य विषय का परिचय दिया।
मुख्य व्याख्यान के दौरान, जनरल वेद प्रकाश मलिक ने कारगिल युद्ध: एक प्रमुख की यादें शीर्षक से अपने व्यक्तिगत अनुभव और रणनीतिक दृष्टिकोण साझा किए। उन्होंने अपने व्याख्यान में सैनिकों की वीरता और बलिदान को याद किया और उनके बलिदान को याद रखने तथा उन्हें सम्मानित करने के महत्व को प्रतिपादित किया। कार्यक्रम के अंत में एक संवादात्मक प्रश्नोत्तर सत्र हुआ, जिसमें दर्शकों ने जनरल मलिक से बातचीत की। इस सत्र का संचालन श्रीमती स्नेहा रॉय ने किया। इसके बाद जनरल मलिक को उनके योगदान के सम्मानस्वरूप स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
कार्यक्रम का समापन सनबीम ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स के अध्यक्ष डॉ. दीपक मधोक के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।