नीट यूजी 2024 की परीक्षा में हुए धांधली और भ्रष्टाचार का ज्वार दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। अभी कल जहां कांग्रेस ने पूरे देश में सड़क पर उतर कर देश के लाखों युवाओं के भविष्य से जुड़े इस अहम मुद्दे पर राष्ट्रव्यापी धरना प्रदर्शन किया वहीं आज कांग्रेस के ही आनुषंगिक छात्र संगठन एनएसयूआई पूर्वी उत्तर प्रदेश के विंग ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पूरे दम खम के साथ अपना विरोध प्रदर्शन किया। विरोध के क्रम में आज एन एस यू आई के पूर्वी जोन के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्रों ने वाराणसी के सिगरा चौराहे के पास नीट परीक्षा में बड़े पैमाने पर हुई धांधली का जबर्दस्त तरीके से विरोध प्रर्दशन किया। छात्रों ने मांग थी कि सरकार इस परीक्षा को रद्द कर पुनः दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दे तथा दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दे। इतना ही नही इसके पहले भी एन टी ए द्वारा जो भी परिक्षाएं कराई गईं हैं, उनकी सिटिंग जज द्वारा जांच हो। इस क्रम में एन एस यू आई के पूर्वी जोन के अध्यक्ष ऋषभ पांडेय ने सरकार के अड़ियल और तानाशाही रवैए की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सरकार जनता के हितों के लिए चुनी जाती है न कि जनता को ही ठगने के लिए। नीट परीक्षा में हुए बड़े स्तर की धांधली पर अपनी खिन्नता और रोष प्रकट करते हुए उन्होंने विरोध स्वरूप अपनी सभी शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की प्रतियों को आग के हवाले कर दिया। उनका कहना था कि यह कितने शर्म और दुःख की बात है कि मौजूदा सरकार के लिए देश की युवा पीढ़ी और उसका भविष्य कोई मायने नहीं रखता। उन्होंने प्रधानंत्री से सवाल पूछते हुए कहा कि, मोदी जी क्या 2047 में भारत इसी पेपर लीक के रास्ते विकसित भारत बनेगा ? क्या यही विजन लेकर आप सत्ता में आए हो ? आपकी सरकार युवाओं को अच्छी शिक्षा, रोजगार के सारे रास्ते बंद करती जा रही है। यह कितने शर्म की बात है ?
आज के इस धरना प्रदर्शन में पूर्वी जोन के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय, गौरव पटेल, रवि सोनकर, जितिन पटेल, रोहित पाल, अंगद पटेल, चंद्रकांत चक्रवाल समेत बड़ी संख्या में छात्र नेता उपस्थित थे।