वाराणसी। काशी विश्व की सबसे प्राचीन एवं आध्यात्मिक नगरी होने के नाते संपूर्ण भारत के साथ साथ पूरी दुनिया भर से लाखों की संख्या में दर्शनार्थी श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन करने के निमित्त हर वर्ष काशी आते हैं। लाखों की संख्या में बाहर से आने वाले इन दर्शनार्थियों की वजह से काशी के स्थानीय लोगों को अपने आराध्य बाबा भोलेनाथ का दर्शन पूजन करने में ढेरों कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। काशी की जनता की इन परेशानियों को दूर करने के लिए पिछले साल 2023 में वाराणसी महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने तत्कालीन जिला प्रशासन से मिलकर एक जिला प्रशासन से मांग की थी कि वह काशीवासियों को काशी विश्वनाथ जी के दर्शन पूजन के निमित्त विभिन्न द्वारों में से किसी एक द्वार को चिह्नित कर दें, ताकि काशीवासियों को दिन प्रतिदिन की समस्याओं से मुक्ति मिले और वे बाबा का सुगम दर्शन पूजन कर सकें। उन्होंने इसके लिए उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में वहां के स्थानीय लोगों को दी गई व्यस्था का हवाला भी दिया। जिला प्रशासन ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के इस प्रस्ताव को स्वीकार भी कर लिया व वाराणसी मंडलायुक्त के नेतृत्व स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने उज्जैन जाकर वहां की पूरी व्यवस्था का अध्ययन किया, और पुनः वाराणसी में भी स्थानीय लोगों के लिए एक निर्धारित गेट से दर्शन पूजन की व्यवस्था को लागू करने की बात भी कही। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से उन्होंने काशी की जनता के हित से जुड़े इस महत्वपूर्ण मुद्दे को यह सोचकर नजर अंदाज कर दिया कि कहीं इसका श्रेय कांग्रेस न ले ले। जबकि वाराणसी महानगर कांग्रेस की तरफ से जन हित से जुड़े इस मुद्दे को लेकर बार बार स्थानीय प्रशासन का ध्यानाकृष्ट कराया गया। यहां तक कि अभी हाल ही में जिला प्रशासन ने छः सौ रूपए में विदेशी दर्शनार्थियों को बाबा का दर्शन पूजन करने की भी एक नई योजना बनाई गई, लेकिन काशी वासियों के लिए जिला प्रशासन बिल्कुल खामोशी साधे हुए है। इंडिया गठबंधन के नेताओं का कहना है कि स्थानीय निवासियों को सिर्फ आधार कार्ड दिखाकर प्रवेश करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
इसी क्रम में आज पुनः इंडिया गठबंधन की तरफ से स्थानीय जिला ईकाई के सम्मानित सदस्यों ने जिनमे वाराणसी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आप आदि पार्टियों के सम्मानित नेताओं ने मैदागिन स्थित राजीव चौक स्थित पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी की प्रतिमा स्थल से चौक गेट नंबर चार यानी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर तक पदयात्रा निकाली गई। यात्रा को स्थानीय शहरवासियों ने भरपूर साथ दिया। स्थानीय लोगों का भी मानना है कि जब उज्जैन में स्थानीय लोगों के लिए सुगम व्यवस्था लागू है तो फिर वाराणसी में क्यों नहीं ? हम वाराणसी के लोगों को भी यह लाभ मिलना चाहिए। यात्रा के प्रारंभ में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने मैदागिन स्थित पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। यात्रा के दौरान उस समय एक अजीब सा तनाव पैदा हो गया जब मैदागिन स्थित राजीव चौक पर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने गए तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी की प्रतिमा को भाजपा के बैनर पोस्टर से ढंक दिया। बार बार कहने पर भी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने बैनर पोस्टर नही हटाया, ऐसी स्थिति में तनाव बढ़ने लगा, पुनः महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से स्व राजीव गांधी जी की प्रतिमा स्थल से भाजपा के बैनर पोस्टर को हटवाया और फिर इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
आज की इस यात्रा में महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे, विष्नु शर्मा, दुर्गाप्रसाद गुप्ता, गुलशन अंसारी, रमजान अली, मयंक चौबे, सतनाम सिंह, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, प्रमोद वर्मा, पीयूष श्रीवास्तव, रोहित दुबे, संदीप मिश्रा, राहुल गुप्ता, अब्दुल हमीद डोडे, विजय देवल, मनोज सिंह, अमिताभ दीक्षित, रवि जायसवाल, कुँवर बबलू बिंद, शशी सोनकर, विवेक यादव, सौरभ चौरसिया, अनिल पटेल, किशन यादव, गुरु प्रसाद यादव, आजम खान, राजू गुप्ता, रामजी गुप्ता, कृष्णा गौड़, जमील अंसारी समेत दर्जनों पदाधिकारी/कार्यकर्ता उपस्थित रहे।