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वैशाख पूर्णिमा के उपलक्ष्‍य में काशी विश्‍वनाथ धाम में सुर-लय की बही गंगा



 24/May/24

वाराणसी। वैशाख पूर्णिमा (बुद्ध पूर्णिमा) के उपलक्ष्य में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम 'शिवार्चनम' की श्रृंखला में कॉरिडोर प्रांगण में स्थित शंकराचार्य चौक में भजन संगीत संध्या का आयोजन किया गया।  भव्य शिवार्चनम में उपस्थित अनेक गणमान्य विशिष्ट जन के साथ ही बड़ी संख्या में श्री काशी विश्वनाथ जी महादेव के श्रद्धालुओं ने भाव विभोर हो भजन संध्या का आनंद उठाया। भजन संध्या कार्यक्रम की मधुर बेला में प्रथम प्रस्तुति मैंगलोर से पधारी कर्नाटक क्लासिकल की सुविख्यात गायिका डॉ सुचित्रा होल्ला ने दी। डॉ सुचित्रा होल्ला के साथ  पं. सुखदेव प्रसाद मिश्र, डॉ बी. सत्यवर प्रसाद द्वारा वाद्य संगत की गई। दूसरी प्रस्तुति शास्त्रीय गायन की डॉ. अर्चना महेस्कर द्वारा अपने संगतकार वादकों श्री मोहित साहनी एवं श्रीकांत मिश्र, तथा तीसरी प्रस्तुति श्रीलंका से पधारे कलाकार गायक- एस अर्विंथन सुब्रमण्यम शर्मा, एस. अनंथा नारायणन शर्मा, सुश्री नन्थिनी स्वामीनाथन शर्मा व् सह कलाकार वासुकी स्वामीनाथन शर्मा एवं म्रुधंगा विद्वान ब्रह्म्श्री, एजीएस स्वामीनाथन शर्मा के समूह की रही। आज के कार्यक्रम का संचालन दूरदर्शन की उदघोषिका ललिता शर्मा के द्वारा किया गया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास निरंतर ऐसे ही भव्य, दिव्य एवं पवित्र सनातन आयोजन धाम परिसर में आयोजित कर सनातन परंपरा को अक्षुण्ण उल्लास से परिपूर्ण करने को प्रतिबद्ध है। न्यास समस्त सनातन मतावलंबियों से निरंतर पर्व आयोजन इत्यादि नवाचारों को और उपयोगी बनाने के संबंध में सुझाव सादर आमंत्रित करता है।

बुद्ध पूर्णिमा जिसे बुद्ध जयंती या वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, एक सनातन पर्व है। यह पर्व गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञानोदय और मृत्यु की तिथियों का प्रतीक है।


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