सनातन संस्था गत 25 वर्षों से मानव कल्याण के उद्देश्य से विविध उपक्रमों के माध्यम से कार्यरत है । इसी के अंतर्गत तनाव नियंत्रण व्यवस्थापन व्याख्यान देशभर में लिए जा रहे हैं । इसी के अंतर्गत वाराणसी में भी तनाव नियंत्रण व्यवस्थापन विषयक व्याख्यान आशापुर स्थित आर. एस. कॉन्वेन्ट विद्यालय, पुआरी कला, कचार, तरना तथा आर्य महिला इंटर कॉलेज में भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हुआ । तनाव एक सार्वत्रिक समस्या जैसी बन गई है । जिससे समाज का हर एक आयुवर्ग पीड़ित है। तनाव विविध कारणों से बढता जा रहा है, जिसके कारण शारीरिक तथा मानसिक स्तर पर विविध बीमारियां होती हैं। एक अध्ययन के अनुसार भारत में लगभग 74 प्रतिशत लोग तनाव से पीड़ित हैं। अतएव तनाव को नियंत्रित करने के लिए गंभीरता से प्रयास करना आवश्यक है। WHO के अनुसार स्वास्थ्य का अर्थ केवल बीमारी से मुक्ति नहीं; अपितु शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक आयामों में सकारात्मक स्वस्थ स्थिति है। अतः शारीरिक, मानसिक स्तर के साथ-साथ आध्यात्मिक स्तर पर तनाव को नियंत्रित करने के लिए किस प्रकार से समाधानकारक उपाय कर सकते हैं, इस दृष्टि से समाज के अलग-अलग वर्गों का प्रबोधन किया गया।
तनाव जैसे सार्वत्रिक समस्या को नियंत्रित करने के लिए योग, प्राणायाम तथा साधना आवश्यक है। नामजप से ध्यान साध्य होता है, जिससे तनाव को नियंत्रित करने में बडी मात्रा में सहायता होती है। कलियुग में अपने पंथ के अनुसार ईश्वर का नामजप करना चाहिए। सभी ने विषय की सराहना करते हुए बताया कि इस प्रकार के विषय की बहुत आवश्यकता है। सनातन संस्था इसी प्रकार से समाज कल्याण के लिए इस प्रकार का विषय विविध स्थानों पर लेनेवाली है।