वाराणसी। मानसरोवर स्थित श्री राम तारक आंध्र आश्रम का प्रशस्त प्रांगण मंगलवार को देव आवाहन मंत्र के घोष से गूंज उठा। अवसर था नव संवत्सर की प्रतिपदा तिथि से श्री रामनवमी तक आश्रम परिसर में आयोजित श्री राम साम्राज्य पट्टाभिषेकम महोत्सव के श्री गणेश का। विद्वान वैदिक आचार्य उलीमिरि सोमैयाजुलू ने देश के विभिन्न प्रांतो से आए 15 वेद्ज्ञों के साथ यज्ञ कुंड में सताधिक आहृतिया समर्पित श्री राम तत्व के प्राकट्य का आह्वान क्रिया साथ में अन्य देवों को भी आमंत्रण देकर उनका आधीवास कराया गया। याग्निक अनुष्ठानों के समानांतर जप पीठोंकाओ पर विराज रहे अनेक अन्य आचार्य ने वाल्मीकि रामायण के 21000 श्लोक के 24 पारायण का भी शुभारंभ किया। स्मरणीय है कि साम्राज्य पट्टाभिषेकम महोत्सव के अंतर्गत रामायण पारायण का यह क्रम श्री राम प्रभु के राजाधिराज रूप में समुद्र नदियों व कुंडों के जल से अभिषिक्त होने तक निरंतर जारी रहेगा। अयोध्या में श्री राम प्रभु के विराजने के उपलक्ष में काशी में पहली बार आयोजित साम्राज्य पट्टाभिषेक महोत्सव का यह आयोजन जीव जगत के मंगल कल्याण की कामना से प्रतिबद्ध है।
प्रातः कालीन सत्र में यज्ञ कर्म के मुख्यकर्ता आश्रम के प्रबंध न्यासी वी वी सुंदर शास्त्री के दंपति वह अन्य सहभागी दंपतियों ने विधिवत अनुष्ठान सिद्धि का संकल्प धारण किया। सायंकालीन सत्र में हवन,जप, नाम, पारायण व प्रवचन आदि के कार्यक्रम निरंतर चलते रहे। उत्सव में सहभागी सभी श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से प्रसाद ग्रहण किया। उत्सव का संयोजन आश्रम के प्रबंधक वी वी सीताराम ने किया।